यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। इसके अलावा व्यक्तिगत भविष्यवाणी जानने के लिए ज्योतिषियों के साथ फ़ोन पर या चैट पर जुड़े।
कन्या दैनिक राशिफल आपको अपने नियमित कार्यों के बारे में जानकारी प्राप्त करने में मदद करेगा। यदि आपकी राशि कन्या है, या यूँ कहें कि आप कन्या राशि के जातक हैं, तो आपको इस कन्या राशिफल के द्वारा आपकी ज़िन्दगी से जुड़ी किसी भी घटना के होने से पहले निर्देशित किया जाएगा, जिससे आप किसी तरह की परेशानी में न फसें और अपनी असफलता को सफलता में बदल सकें। क्यूंकि यदि हमें किसी भी बुरे घटना के बारे में कोई जानकारी हो जाये, तो हम शायद खुद को पहले ही सावधान कर सकते हैं ताकि उस घटना के कारण किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे। कन्या राशिफल का विश्लेषण करने के लिए पहले कन्या राशि के बारे में समझें:
राशि चक्र की छठी राशि कन्या दक्षिण दिशा की द्योतक है। इसका राशि चिह्न हाथ में फ़ूल की डाली लिए एक कन्या है। इसका विस्तार राशि चक्र के 150 अंशों से 180 अंश तक है। कन्या राशि का स्वामी बुध है। इसके अन्तर्गत उत्तरा फ़ाल्गुनी नक्षत्र के दूसरा, तीसरा और चौथा चरण, चित्रा नक्षत्र के पहले दो चरण और हस्त नक्षत्र के चारों चरण आते हैं। इस राशि के लोग व्यवहार में संकोची एवं शर्मीले होते हैं।
कन्या राशि को पृथ्वी तत्व राशि की श्रेणी में रखा गया है। यह राशि द्वि-स्वभाव होती है। राशि का चिन्ह के अनुसार इसमें एक लड़की है जो मानवता को बताती है इसलिए इस राशि के जातक सदा दूसरों की सहायता के लिए तैयार रहते हैं और सामाजिक प्राणी होते हैं।
कन्या राशि का व्यक्ति बहुत रहस्मयी होता है। इस राशि वाले लोग बातें बनाने में निपुण होते हैं। ये लोग अपनी निश्चित योजना को पूरा करने में सफल रहते हैं और किसी के साथ स्थायी रूप से वचनबद्ध नहीं होते। यदि कोई व्यक्ति दयालु है तो यह चीज़ उन्हें उस व्यक्ति की ओर आकर्षित करती है। ये लोग आलोचक और विश्लेषक प्रकृति के होते हैं साथ ही निरंतर क्रियाशील बने रहते हैं। इस राशि का पुरुष खुद को योग्य समझने वाला, अपने स्तर को बनाए रखने वाला और धोखेबाजी से नफरत करने वाला होता है।
कन्या राशि वालों के व्यक्तित्व के दो पक्ष होते हैं। पहला वाहक और दूसरा प्रश्न एवं संदेहकर्ता। कन्या राशि वाले लोग किसी भी काम को मनमाने ढंग से करते हैं, इसीलिए इन्हें लोग कभी-कभी आलसी भी समझ लेते हैं। इनमें स्वाभिमान कूट-कूट कर भरा होता है। इस राशि का जातक प्रसिद्धि की इच्छा भी रखता है। इन लोगों का जीवन भीतर से अलग और बाहर से अलग होता है।
ये लोग अपने में विश्वास रखने वाली स्त्री की ओर बहुत जल्दी आकर्षित हो जाते हैं। कन्या राशि वाले लोग मिलनसार और सेवाभावी होते हैं। इस राशि के लोगों की स्मरण शक्ति अच्छी होती है। ये जातक स्वच्छता पसंद, सुरुचि वाले और रीतियों को मानने वाले होते हैं। इन्हें पराजित करना और उन्हें धोखा देना आसान नहीं होता है। ये लोग बहुत समझदार और ज्ञानी होते हैं और अपने ज्ञान के आधार पर जालसाजों और धोखेबाजों को एक नज़र में पहचान लेते हैं। इस राशि के व्यक्ति गुप्तचर विभाग में सम्मानित पदों पर होते हैं।
कन्या राशि वाले जातकों को प्रकृति से लगाव होता है, इसीलिए इन्हें बागवानी करना और खूबसूरत पौधों की देखभाल करना बेहद पसंद होता है। इस राशि के लोगों को लेखन एवं पठन, हस्तशिल्प, सिक्के या डाक टिकट एकत्रित करना, चित्रकला, रसोईघर से जुड़ी वस्तुएं एकत्रित करना, खाना बनाना आदि जैसे शौक होते हैं।
कन्या राशि के लोग आर्थिक दृष्टि से बहुत सावधान होते हैं। इन लोगों की नज़र में धन का बहुत महत्व होता है इसीलिए ये लोग व्यर्थ खर्च करने से बचते हैं। आर्थिक पक्ष को सुदृढ़ करने के लिए मकानों और भूमि आदि में पूंजी लगाना इन लोगों के लिए फायदेमंद रहता है।
कन्या राशि के लोग शिक्षा के क्षेत्र में काफी रूचि रखते हैं, इसीलिए ये लोग इस क्षेत्र में बहुत प्रगति करते हैं। इस राशि के जातक बेहद परिश्रमी भी होते हैं जिसकी वजह से ये लोग जो भी विषय चुनते हैं उसमें इन्हें सफलता मिलती है। ये लोग वाणिज्य, फोटोग्राफी, वीडियोग्राफी, पत्रकारिता, संगीत आदि जैसे विषयों में शिक्षा ग्रहण कर अधिक सफल हो सकते हैं। कन्या राशि वाले लोग एकाग्रचित्त भी होते हैं, अतः ये साहित्य का भी अध्ययन कर सकते हैं।
अगर व्यवसाय की बात करें तो कन्या राशि के लोग अच्छे प्रशासक न होकर अच्छे अनुगामी होते हैं इसीलिए इनमें खुद का व्यवसाय चलाने की योग्यता नहीं होती। यदि इस राशि का जातक व्यवसाय करना चाहता है तो उसे दूसरों के साथ सहभागी होकर ही व्यवसाय की शुरुआत करनी चाहिए। संभावना है कि अपने परिश्रमी स्वभाव, दृढ़ इच्छा-शक्ति और संकल्प की वजह से इनका व्यापार सफल हो जाए।
कन्या राशि के जातकों का दांपत्य जीवन मकर और वृश्चिक राशि की पत्नी या पति के साथ अत्यन्त सुखद होता है। इन दोनों की संतान भी बहुत मेधावी होती है। परिवार विशेषकर जीवनसाथी और बच्चे इस राशि वाले लोगों के दिल के करीब होते हैं। अपने परिवार के लिए इनका प्रेम पारिवारिक होता है। ध्यान देने योग्य बात यह है कि स्त्री के सहयोग से ही इनका जीवन परिवर्तित होता है।
कन्या राशि के जातकों की घर में इज्जत कम रहती है। इनका ध्यान आध्यात्मिक बातों की तरफ अधिक रहता है। इन्हें राजनीति में काफी रूचि हैं। कई बार इन्हें घर-परिवार की सारी जिम्मेदारी उठानी पड़ती है। इन्हें आस-पड़ोस के लोग बेहद तंग करते हैं। इस राशि के जातक घर के लोगों का हमेशा ख्याल रखते हैं और उन्हें हर तरह के सुख देने का प्रयत्न करते हैं। इनके भाई-बंधु और रिश्तेदार इनके लिए स्वार्थ-भरा प्रेम रखते हैं। इन्हें लोगों से अच्छा सहयोग मिलता रहता है चाहे वो घर के हो, या बाहरी।
कन्या राशि वाले अपने अनियमित दिनचर्या और समय-असमय भोजन खाने की वजह से पेट संबंधी रोगों से ग्रस्त रहते हैं। इस राशि के जातकों में त्रिदोष (वात-पित्त-कफ) चर्म रोग, कर्ण रोग, गले या नासिका रोग, वाक् रोग, उदर-विकार, वायु-विकार, मधुमेह मंदाग्नि, संग्रहणी, चेचक, कुष्ठ, दाद, पीठ का दर्द और जोड़ों का दर्द आदि रोग देखने को मिलता है। इस राशि वाली नारियों के बाल शीघ्र झरने लगते हैं। इन्हें सिरदर्द की समस्या रहती है जिसकी वजह से इनके आंखों की ज्योति धीरे-धीरे कमजोर हो जाती है। इस राशि के लोगों को अधिक विचार करने की आदत होती है, जिसकी वजह से इनके मस्तिष्क पर बुरा प्रभाव पड़ता है और याददाश्त कमजोर हो जाती है। अधिक मानसिक थकान के कारण इनके स्वास्थ्य पर भी बुरा असर होता रहता है। इन लोगों में दमा, मोतियाबिंद, रक्तचाप, खांसी, पेट विकार आदि जैसे रोगों में से कोई एक अवश्य ही देखा जाता है।
कन्या राशि के जातकों को अपने स्वास्थ में सुधार लाने के लिए सही समय पर संतुलित भोजन करना चाहिए। आपके लिए प्रातः या संध्या के समय थोड़ा व्यायाम करना या सैर करना फायदेमंद रहेगा। आपके स्वास्थ्य के लिए हरी सब्जियां और फलों का रस अति आवश्यक है। रोगों से मुक्ति पाने के लिए धूम्रपान और मांसाहार भोजन के सेवन से बचें। मट्ठा और दही स्वास्थ्यवर्द्धक हैं इसीलिए इन्हें भी अपने भोजन में शामिल करें। विटामिन डी, बी और कैल्शियम युक्त खाद्य पदार्थ जरूर लें।
5 अंक कन्या राशि वाले जातकों के लिए भाग्यशाली होता है इसीलिए 5 अंक की श्रृंखला 5, 14, 23, 32, 41, 50, 59, 68...इनके लिए शुभ होती है। इनके अलावा 1, 4, 6, 7 अंक शुभ, 3, 8, 9 अंक सम और 2 का अंक अशुभ होता है। यदि आप इन अंकों को ध्यान में रखकर कार्य करें तो यह अवश्य लाभकारी होगा।
अगर रंग की बात करें तो कन्या राशि वालों के लिए हरा, नारंगी, पीला और सफेद रंग भाग्यशाली रंग होता है। इन रंगों के वस्त्र पहनने से मानसिक शांति रहती है। कन्या राशि वाले लोगों के लिए जेब में हमेशा हरे रंग का रुमाल रखना बहुत फायदेमंद होता है। हरे या पीले रंग को अपने कपड़ों में किसी न किसी रूप में अवश्य रखें।
कन्या राशि का 'बुध' ग्रह से निकट का संबंध है। इस कारण इस राशि के जातकों के लिए भाग्यशाली दिन बुधवार होता है। इस दिन ये विशेष प्रसन्न रहते हैं। इनके लिए कभी-कभी शनिवार और शुक्रवार भी शुभ होता है जबकि मंगलवार अशुभ होता है। जिस दिन धनु राशि का चंद्रमा हो उस दिन महत्व का कार्य शुरू नहीं करना चाहिए।
कन्या राशि का 'बुध” ग्रह से बहुत ही निकट संबंध होता है, इसीलिए “बुधवार” इस राशि के जातकों का भाग्यशाली दिन होता है। इन लोगों के लिए शनिवार और शुक्रवार शुभ, मंगलवार अशुभ होता है। जिस दिन धनु राशि का चंद्रमा हो, उस दिन इन्हें किसी भी महत्वपूर्ण काम को शुरू नहीं करना चाहिए।
कन्या राशि वाले लोगों के लिए “पन्ना और मोती” भाग्यशाली रत्न होता है। इसीलिए बुध खराब रहने पर इन्हें पहनना चाहिए। आप 3 या 6 रत्ती का पन्ना सोने में जड़वाकर बुधवार के दिन शुभ मुहूर्त में कनिष्ठा अंगुली में धारण करें तो यह अधिक लाभप्रद रहता है। इस राशि के जातक के लिए मूंगा या इंद्रनील रत्न भी उपयोगी होता है। इसके अलावा आप अपने पास चंदन की जड़ी को रखें या फिर दूज का चांद देखते रहें।
ऊपर हमने कन्या राशिफल और कन्या राशि के जातकों से जुड़ी शारीरिक बनावट, व्यक्तित्व, शौक, कमियां, खूबियां, परिवार, प्रेम संबंध जैसे सभी पहलुओं को अच्छे से जाना। आशा करते हैं कि एस्ट्रोसेज द्वारा दी गयी जानकारी आपको कन्या राशि के लोगों को समझने में मददगार सिद्ध होगी।