बुध ग्रह का 12 भावों में फल लाल किताब के अनुसार
लाल किताब में बुध ग्रह को हरे रंग का ग्रह बताया गया है। कुंडली के प्रत्येक भाव में बुध ग्रह का प्रभाव भिन्न-भिन्न रूप से पड़ता है और कुंडली के 12 खानों (भाव) का संबंध व्यक्ति के जीवन के सभी महत्वपूर्ण पक्षों से होता है। आइए जानते हैं लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह का 12 भावों में फल और बुध ग्रह शांति के उपाय:
लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह का महत्व
लाल किताब में बुध ग्रह को हरा ग्रह बताया गया है। बुध ग्रह का यह हरा रंग बृहस्पति के पीले और राहु के
नीले रंग को मिलाने के बाद बनता है। अर्थात बृहस्पति और राहु के एकत्रित होने में बुध का प्रभाव देखने को
मिलेगा। हालाँकि सूर्य, शुक्र और राहु, बुध के मित्र ग्रह हैं। जबकि चंद्रमा ग्रह बुध का शत्रु कहलाता है।
वहीं लाल किताब के इतर, वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह को एक तटस्थ ग्रह माना गया है, जो कि शुभ ग्रहों के
साथ मिलकर अच्छे फल देता है और अशुभ ग्रहों के साथ इसकी युति जातकों के लिए अशुभ होती है।
लाल किताब के अनुसार, सूर्य के साथ मिलने से बुध के दोष नष्ट हो जाते हैं। जबकि शुक्र (मिट्टी) इसकी हरियाली को बनाए रखता है। यद्यपि राहु और बुध के बीच मित्रता है, परंतु ये दोनों कुंडली में एक साथ नहीं होने चाहिए। दोनों अलग-अलग भाव में ही रहें तो ही जातकों के लिए अच्छा होता है। लाल किताब के अनुसार, बुध से चंद्रमा बैर का भाव रखता है। हालाँकि बुध चंद्र ग्रह को शत्रु नहीं मानता है। बल्कि चंद्रमा के चतुर्थ भाव में बुध उत्तम फलदायी होता है। वैदिक ज्योतिष में बुध ग्रह मिथुन और कन्या राशि का स्वामी होता है। जबकि लाल किताब में बुध ग्रह कुंडली के तीसरे और छठे खाने का स्वामी है।
बुध ग्रह के कारकत्व
बुध ग्रह को संवाद, बुद्धि, विवेक, गणित, तर्क और मित्र का कारक होता है। बुध का प्रभाव व्यक्ति के बोलने के स्वभाव पर पड़ता है। इसके साथ ही व्यक्ति कितना बुद्धिमान और विवेकशील होगा यह भी बुध ग्रह की स्थिति से पता चलता है। यदि किसी व्यक्ति के टेवा (कुंडली) में बुध ग्रह पीड़ित या कमज़ोर होता है तो जातक को गणित, रीज़निंग और संवाद में दिक्कत का सामना करना पड़ता है। वहीं बुध की स्थिति मजबूत होने पर जातक को इसके बहुत अच्छे परिणाम देखने को मिलते हैं।
लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह का संबंध
लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह का संबंध हरियाली, बुद्धि, खाली स्थान, मुहर, ठठेरा, नकल, नकलची, दलाल, सट्टेबाज़, हिजड़ा, ध्यानी, बहन, लड़की, साली, मौसी, नर्स, तोता, भेड़, बकरी, मेंढ़ा, चमगादढ़, मूंग, पन्ना, हरा रंग, ढाक, नाक, दांत, जबान, मुँह का स्वाद, बांस, शीशा, ढोलक, रेडियो, तबला, सारंगी, राग, कोरा काग़ज़, सितार, टोपी, नाड़ा, सूखी घास, सीढ़ी, हींग, शंख, सीप, कली, मटका, अंडा, प्याज़, लोटा, चेचक, पूँछ, चौड़े पत्ते वाले वृक्ष आदि से होता है।
लाल किताब के अनुसार बुध ग्रह के प्रभाव
बुध ग्रह शुभा-शुभ (अच्छा और ख़राब) ग्रह है। यदि किसी जातक की कुंडली में बुध ग्रह बली है तो इससे जातक को बुध के सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं। वहीं इसके विपरीत यदि जातक की जन्म कुंडली में बुध की स्थिति कमज़ोर होती है तो इससे जातक को नकारात्मक परिणाम प्राप्त होते हैं। आइए जानते हैं बुध के नकारात्मक और सकारात्मक परिणाम क्या हैः-
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सकारात्मक प्रभाव - बुध के सकारात्मक प्रभाव से जातक की संवाद शैली बहुत जबरदस्त होती है और वह बुद्धिमान होता है। जातक अपनी हाज़िर जवाबी से समाज में अपना प्रभाव छोड़ता है। बुध के सकारात्मक प्रभाव से व्यक्ति की तार्किक क्षमता तीव्र होती है तथा वह गणित विषय में भी अच्छा होता है।
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नकारात्मक प्रभाव - बुध के नकारात्मक प्रभाव से जातक को बोलने में परेशानी का सामना करना पडता है तथा वह गणित विषय में कमज़ोर होता है और उसे गणना करने में परेशानी होती है। इसके साथ ही जातक की तार्किक क्षमता बहुत कमजोर होती है। पीड़ित बुध के प्रभाव से व्यक्ति को क़ारोबार में हानि होती है। व्यक्ति के जीवन में दरिद्रता आती है।
लाल किताब के अऩुसार बुध ग्रह शांति के उपाय
ज्योतिष में लाल किताब के उपाय को बहुत महत्वपूर्ण माना गया है। अतः लाल किताब में बुध ग्रह की शांति के टोटके जातकों के लिए बहुत ही लाभकारी और सरल होते हैं। अतः इन्हें कोई भी व्यक्ति आसानी से स्वयं कर सकता है। बुध ग्रह से संबंधित लाल किताब के उपाय करने से जातकों को बुध ग्रह के सकारात्मक फल प्राप्त होते हैं। ज्योतिष के अनुसार यदि किसी जातक का बुध कमज़ोर हो तो उसे पन्ना रत्न धारण करना चाहिए। यदि जातक रत्न को ख़रीद पाने में समर्थ न हो तो उसे विधारा मूल को पहनना चाहिए। इसके अलावा चार मुखी रुद्राक्ष को बुध ग्रह के लिए धारण किया जाता है। बुध ग्रह से संबंधित लाल किताब के उपाय निम्नलिखित हैंः
- शराब, मांस, अंडा से परहेज़ करें
- रात को सिरहाने पानी रखकर उसे सुबह पीपल में चढ़ाएँ
- भेड़, बकरी और तोता न पालें
- मूंग दाल को रात में भिगोकर सुबह जानवरों को खिलाएँ
- चावल या दूध मंदिर अथवा धार्मिक स्थल पर दान करें
- कौवे को भोजन खिलाएँ
लाल किताब के उपाय ज्योतिष विज्ञान के सिद्धांतों पर आधारित हैं। अतः ज्योतिष में इस पुस्तक को महत्वपूर्ण स्थान प्राप्त है। उम्मीद है कि बुध ग्रह से संबंधित लाल किताब में दी गई यह जानकारी आपके कार्य को सिद्ध करने में सफल होगी।
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