गुरु 29 मार्च 2020 को शनि की राशि मकर में गोचर करेंगे और 30 जून 2020 को पुन: धनु राशि में लौट आएँगे जहां 20 नवंबर 2020 तक गोचर करेंगे। 20 नवम्बर 2020 को गुरु वापिस मकर राशि में गोचर करेंगे। 2020 साल के अंत तक गुरु का संचार मकर राशि में ही रहेगा। आईये जाने हम सब की राशियों पर गुरु के राशि परिवर्तन का शुभ अशुभ क्या असर होगा।
Read in English - Guru Transit 2020
गुरु गोचर 2020 मेष राशि के नवम और बारहवें भाव का स्वामी हो कर साल की शुरुआत में नवम भाव में गोचर करेंगे। इस गोचर के प्रभाव से आपको पूर्णतः गुरु का आशीर्वाद मिल रहा है, जिससे आपका स्वास्थ्य उत्तम रहेगा और मानसिक रुप से भी सुकून का अनुभव करेंगे। मार्च अंत में गुरु का व्यवसाय भाव में गोचर करने से नये व्यवसाय का अवसर मिलेगा और पहले से चल रहे व्यवसाय में भी तरक्की मिलेगी। साल के मध्य में ज़मीन से जुड़े कार्य में फायदा होगा और निवेश करने से भी लाभ होगा। नये घर का सपना भी सच होगा। किसी साथी के जीवन में आने से आपका अकेलापन भी दूर होगा और वैवाहिक सुख में भी बढ़ोत्तरी होगी। गुरु के इस गोचर में आध्यात्मिक कार्यों में रुचि बढ़ेगी और धार्मिक यात्राओं का भी संयोग बनेगा। शिक्षा के क्षेत्र में यह गुरु सकारात्मक प्रभाव लायेगा आप की मेहनत सफल होगी। साल अंत में आर्थिक स्थिति बेहतर होने से धन की भी बचत होगी।
उपाय: प्रतिदिन अपने मस्तक पर केसर का तिलक लगाएँ और केले के वृक्ष की पूजा करें।
गुरु गोचर 2020 के अनुसार वृषभ राशि में गुरु अष्टम और एकादश भाव के स्वामी हैं और साल के शुरुआत में आपकी राशि से गुरु का गोचर अष्टम भाव में रहेगा। बीते साल में आप किसी गहरे शोध में खोज कर रहे थे। इस साल 2020 में आपको सफलता के परिणाम मिलेंगे। अगर आप विदेश जाने की सोच रहे हैं तो अचानक ही सभी बाधायें खत्म हो कर इस वर्ष आपका यह सपना सच होगा। पिता से पैतृक सम्पत्ति का लाभ प्राप्त होगा। स्वास्थ्य सम्बन्धी कुछ परेशानी के योग बन रहे हैं। अपने पेट और लीवर का ध्यान रखें। खाने-पीने की लापरवाही की वज़ह से तकलीफ़ हो सकती है। साल मध्य में धार्मिक यात्राओं में रुचि बढ़ेगी। व्यवसाय को लेकर समय उत्तम रहेगा। नये प्रोजेक्ट को समय पर पूरा करें जिससे आपको लाभ के साथ कार्य में प्रशंसा भी मिले। साल के अंत महीनों में धन को लेकर सावधान रहें। अचानक धन से जुड़ा कोई भी निवेश न करें अन्यथा अन्यथा नुकसान हो सकता है। परिवार वालों से अनबन हो सकती है और इस मतभेद की वज़ह से मानसिक तनाव बना रहेगा।
उपाय: आपको इस वर्ष बृहस्पतिवार के दिन विद्यार्थियों को स्टेशनरी वितरित करनी चाहिए और पीपल वृक्ष को जल चढ़ाना चाहिए।
गुरु गोचर 2020 के अनुसार मिथुन राशि में गुरु सप्तम और दशम भाव के स्वामी हैं और सप्तम भाव में गोचर होने पर आपकी राशि पर पूर्णतः शुभ प्रभाव रहेगा। आपकी सेहत उत्तम और दुरुस्त रहेगी। कोई पुराना कार्य अगर रुका हुआ था तो इस वर्ष वह पूरा होगा। व्यापार के लिए यह गोचर शुभ परिणाम लायेगा और लाभ के साथ आर्थिक स्थिति में भी बढ़ोत्तरी होगी। नई नौकरी और प्रमोशन के लिए यह वर्ष उत्तम रहेगा। अचानक किसी महिला मित्र की सहायता से धन लाभ के साथ नये कार्य में भी रुचि होगी। वैवाहिक जीवन से तनाव कम होगा परंतु 14 मई 2020 से गुरु के वक्री होने की वज़ह से कोई पुरानी खटास फिर से वैवाहिक जिंदगी में ज़हर घोल सकती है। सितम्बर से ही स्थितियों में सुधार होगा। वर्ष मध्य में किसी गुप्त शोध में रुचि होगी और उसमें आप अपना वक्त भी लगाएंगे। शिक्षा के क्षेत्र में बहुत सावधानी रखने की आवश्यकता होगी। अचानक किसी विषय में बदलाव भी कर सकते हो। विदेश यात्रा का योग तो बन रहा है परंतु बहुत ही सावधानी से रहें क्यूंकि अचानक दुर्घटना के संकेत भी दिखाई दे रहे है।
उपाय: आपको शिव सहस्त्रनाम स्तोत्र का नियमित रूप से पाठ करना चाहिए तथा बृहस्पतिवार का व्रत रखना चाहिए।
गुरु गोचर 2020 के अनुसार गुरु ग्रह कर्क राशि के षष्ठम और नवम भाव के स्वामी है और साल की शुरुआत में कर्क राशि से षष्ठम भाव में गोचर करेगा। यह गोचर आपको पुरानी बीमारियों से निजात तो दिलायेगा परंतु पेट में कोई नयी समस्या खड़ी कर सकता है। खाने पीने में लापरवाही न करे। किसी कर्ज़ को लेकर अब तक परेशान थे उस से भी राहत मिलेगी और व्यवसाय में भी निवेश के बारे में सोच रहे हैं तो यह गुरु आपको आर्थिक सहायता भी दिलवायेगा। परिवार में किसी से मतभेद की वज़ह से मानसिक तनाव हो सकता है। कोर्ट कचहरी में अब तक किसी वाद-विवाद में फंसे थे तो वहां से भी कुछ पैसा खर्च कर और आपसी तालमेल बिठाने की कोशिश करें। साल के मध्य में वैवाहिक जीवन से जुड़ी कुछ परेशानियाँ आ सकती हैं। आपके जीवन साथी के साथ आपका मतभेद हो सकता है। अगर आप अविवाहित हैं तो साल के अंत में यह गुरु आपसे आपका मनचाहा साथी मिलवाने के बाद विवाह भी सम्पन्न करवायेगा।
उपाय: प्रत्येक बृहस्पतिवार को नियमित रूप से व्रत रखें और पांच मुखी रुद्राक्ष पीले रंग के धागे में गले में धारण करें।
गुरु गोचर 2020 के अनुसार गुरु ग्रह सिंह राशि के पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और वर्ष की शुरुआत में पंचम भाव में ही गोचर करेगा। यह समय शिक्षा के लिए बेहतर रहेगा आप डटकर मेहनत करें। इस समय में मनचाहा परिणाम मिलेगा और विषय के चुनाव में भी सीनियर की मदद मिलेगी। विदेश जा कर पढ़ने की सोच रहे हैं तो आपका यह सपना भी सच होगा और माता पिता से धन का भी पूर्णतः सहयोग मिलेगा। साल के मध्य में नौकरी में कोई बदलाव न करें नही तो जहां अभी काम कर रहे है वहां से भी हाथ धो बैठेंगे। अगर आपके कोई विरोधी हैं तो इस समय में आप सावधान रहें। किसी पुराने वाद-विवाद की वज़ह से मानसिक परेशानी हो सकती है। जीवन साथी के साथ मतभेद दूर होंगे और घर में खुशी का माहौल बनेगा साथ ही जीवन साथी के साथ धार्मिक यात्रा पर भी जाने का योग बना हुआ है। कर्ज़ के लेन देन में सावधानी रखें।
उपाय: आप नियमित रूप से भगवान शिव की आराधना करें और उन्हें गेहूं अर्पित करें तथा बृहस्पतिवार के दिन ब्राह्मणों को भोजन कराएं।
गुरु ग्रह कन्या राशि के चतुर्थ और सप्तम भाव का स्वामी है और साल के शुरुआत में चतुर्थ भाव में गोचर कर रहे हैं। व्यापार के लिए यह समय बेहतर रहेगा। नये व्यापार में निवेश करने का समय उत्तम रहेगा और साझेदार के साथ भी तालमेल बने रहने से लाभ होगा। मनचाही नौकरी मिलेगी और आपकी मेहनत के अनुसार आपको प्रमोशन भी मिलेगा। ज़मीन से जुड़ा कोई निवेश करने जा रहे हैं तो लाभ होगा और अपना घर लेने का सपना भी यह गोचर अवश्य पूरा करेगा। वाहन में भी खर्च हो सकता है। किसी से वाद-विवाद चल रहा है तो वहां अधिक उलझने की बजाय तालमेल बिठाने का प्रयास करेंगे तो बेहतर रहेगा। कोई पुराना रुठा हुआ साथी वापिस आपकी जिंदगी में आ सकता है जिससे आपके जीवन में प्यार की बहार भी लौट आएगी। साल के अंत में मनचाहे साथी से विवाह भी सम्पन्न हो सकता है। किसी कार्य के लिए कर्ज़ लेने की सोच रहे हैं तो वह भी समय से मिल जाएगा। साल के अंत में संतान के सुख की प्राप्ति भी होगी। ये था गुरु गोचर 2020 का कन्या राशि का भविष्यफल।
उपाय: आपको बृहस्पतिवार के दिन अपने गले में सोने की चेन पहननी चाहिए तथा बेसन का हलवा बनाकर भगवान विष्णु को भोग लगाना चाहिए और उसके उपरांत प्रसाद स्वरूप लोगों को बांट कर खुद ग्रहण करना चाहिए।
गुरु ग्रह आपकी राशि से तृतीय और षष्टम भाव का स्वामी है और साल के शुरुआत में तुला राशि से तृतीय भाव में गोचर करेगा। गुरु गोचर 2020 के अनुसार यह गुरु आपके वैवाहिक जीवन में अमृत का काम करेगा और आपके साथी को भी बड़ी उपलब्धि दिलायेगा। आपके पारिवारिक सुख में बढ़ोत्तरी करेगा। खेल में रुचि रखने वालों के लिए यह गोचर अच्छे प्रयास करने पर उच्च लेवल पर भी खेलने के लिए भेज सकता है। व्यवसाय को लेकर कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा। कार्य-स्थल में धैर्य से काम करें तो बेहतर रहेगा। धीरे-धीरे आगे बढ़ें तभी आगे चल कर तरक्की के रास्ते खुलेंगे। साल के मध्य में आर्थिक स्थिति बेहतर होने से आप कोई बड़ी भौतिक वस्तु ख़रीद सकते हैं। संतान की तरफ से किसी बात को लेकर कष्ट भरा समय होगा किसी भी तरह की लापरवाही मानसिक तनाव का कारण बन सकती है। सितम्बर के बाद आध्यात्मिक कार्य में रुचि रहेगी और धार्मिक यात्राओं में भी रुझान बनेगा। नौकरी के क्षेत्र में तरक्की के अवसर मिलेंगे और मेहनत के अनुसार प्रमोशन भी मिलेगा। सीनियर के साथ किसी भी तरह के मतभेद से बचें तो बेहतर रहेगा।
उपाय: आपको बृहस्पतिवार के दिन किसी मंदिर में चने की दाल दान करनी चाहिए और पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ने की सामग्री दान करनी चाहिए।
गुरु ग्रह आपकी राशि से दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और साल के शुरुआत में राशि से दूसरे भाव में गोचर कर रहा है। यह गोचर आर्थिक स्थिति के लिए बेहतर रहेगा और धन से जुड़े सभी कार्य बनेंगे। आपकी वाणी ज्ञान भरी होगी और आपकी सलाह लोगों के बहुत काम आएगी। परंतु अपनी वाणी से कोई ऐसा वादा न करे जिसे आप समय पर पूरा न कर पायें। गुरु गोचर 2020 के अनुसार व्यवसाय के लिए समय बेहतर है नये व्यवसाय के लिए साल के मध्य में न सोचें और न ही व्यापार में निवेश करें। साल के मध्य में किसी नये प्रोजेक्ट का अवसर भी आएगा और आपको समय पर पूरा कर के देने से प्रशंसा के साथ आगे बढ़ने का अवसर भी मिलेगा। परिवार से किसी तरह का मतभेद हो तो कुछ समय के लिए दूरी बना लें तो बेहतर रहेगा। गुरु के मार्गी होने पर सब खुद ही सामान्य हो जाएगा। वैवाहिक जीवन में साथी के साथ सुखद समय बना रहेगा और आपसी प्रेम भी बढ़ेगा। संतान की ओर से कोई खुशख़बरी आएगी जिस से परिवार में खुशी का माहौल बनेगा।
उपाय: आपको भूरे रंग की गाय को आटे की लोई में गुड़ भरकर हल्दी का टीका लगाकर खिलाना चाहिए तथा घर के बुजुर्गों का सम्मान करना चाहिए।
गुरु ग्रह आपकी राशि धनु के स्वामी हैं साथ ही वह आपकी राशि से चतुर्थ भाव के भी स्वामी है। गुरु का गोचर भी आपकी राशि धनु में ही बना हुआ है। यह समय ज्ञान, शिक्षा, आध्यात्मिक और धर्म में रुचि का रहेगा। आपकी सेहत के लिए समय उत्तम रहेगा और मार्च के अंत में यही गुरु आपकी राशि से दूसरे भाव में गोचर करेगा, जिससे आर्थिक स्थिति भी बेहतर रहेगी और वाणी भी प्रभावशाली बनी रहेगी। अगर अभी तक कोई शोध या शिक्षा रुकी हुई थी तो इस गोचर के दौरान वह भी सुचारु रुप से चलने लगेगी जैसा की गुरु गोचर 2020 में वर्णित है। आपका मनचाहे साथी से प्रेम विवाह भी सम्पन्न होगा। नई नौकरी के लिए समय खास उत्तम नही है। बहुत ही सोच समझ कर कदम उठायें। किसी से धन लेना है तो यह समय बेहतर रहेगा आपको बहुत ही प्रेम से बात करनी होगी तभी धन वापिस आएगा। कर्ज़ के लेन- देन के लिए बहुत ही सोच समझ कर कदम उठायें।
उपाय: अनुकूल परिणाम प्राप्त करने के लिए आप को विशेष रूप से पुखराज रत्न धारण करना चाहिए। आप इस रत्न को सोने की मुद्रिका यानि कि अंगूठी में बृहस्पतिवार के दिन दोपहर में 12 से 1 बजे के मध्य अपनी तर्जनी उंगली में धारण कर सकते हैं।
गुरु ग्रह आपकी राशि से बारहवें और तृतीय भाव का स्वामी हो कर साल की शुरुआत में मकर राशि से बारहवें भाव में गोचर कर रहा है। यह गोचर विदेश यात्रा से लाभ के योग बना रहा है। धार्मिक यात्राओं में भी रुचि बनी रहेगी। इस गोचर के दौरान एक नया साथी आपके जीवन में आयेगा जो भावनात्मक रुप से आपके साथ जुड़ जाएगा। मार्च के अंत में गुरु का गोचर आपकी राशि में ही होने से आपकी रुचि ज्ञान और शिक्षा से जुड़े कार्यों में होगी जिससे आपकी एक नई पहचान होने से समाज में आपको मान-सम्मान मिलेगा। व्यवसाय के लिए साल के मध्य का समय उत्तम नही है। गुरु गोचर 2020 में ये भी वर्णित है कि किसी तरह के निवेश के बारे में न सोचें और साझेदार से मतभेद होने से कार्य में रुकावटों का सामना करना पड़ सकता है। गुरु के वक्री होने की वज़ह से वैवाहिक जीवन में भी मतभेद हो सकता है। आपको बहुत ही समझदारी से अपने गृहस्थ जीवन का ध्यान रखना होगा। साल के अंत में किसी पुराने मित्र से सावधान रहें। पैसे के लेन की वज़ह से विवाद हो सकता है। जिससे पुरानी दोस्ती भी खत्म हो सकती है।
उपाय: आपको देव गुरु बृहस्पति की कृपा प्राप्त करने के लिए पीपल के वृक्ष की जड़ को धारण चाहिए। आप इस जड़ को पीले रंग के कपड़े अथवा धागे में सिल कर बाज़ू अथवा गले में पहन सकते हैं।
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गुरु आपकी राशि से एकादश और द्वितीय भाव के स्वामी हैं और वर्ष के शुरुआत में आय भाव यानि एकादश भाव में ही गोचर कर रहे हैं । इस गोचर के दौरान धन का लाभ होगा और आपके रुके काम बनेंगे। आपको नये मित्रों का साथ मिलेगा जिससे आप उनके साथ कुछ समय बिताने के लिए घूमने भी जायेंगे। गुरु गोचर 2020 के अनुसार मार्च के अंत में यही गुरु आपकी राशि से बारहवें भाव में गोचर करेगा और इस दौरान आपका विदेश यात्रा जाने का भी योग बनेगा। धन से जुड़ा कोई वाद-विवाद अब तक चल रहा था तो उससे भी इस समय निजात पायेंगे। ज़मीन में निवेश करने का यह समय उत्तम है और किसी पुराने निवेश से भी लाभ मिलेगा। साल के अंत में अचानक किसी दुर्घटना होने के योग नज़र आ रहे हैं इसलिए वाहन बहुत ही सावधानी से चलायें। नौकरी बदलने के लिए भी समय उत्तम नही है। जहां कार्य कर रहे हैं ,वही करते रहें । कोई नया अवसर मिल भी रहा है तो सितम्बर के बाद ही शुरुआत करें।
उपाय: आपको प्रत्येक बृहस्पतिवार को पीपल के वृक्ष को स्पर्श किए बिना जल चढ़ाना चाहिए तथा संभव हो तो पीले चावल बना कर माता सरस्वती को भोग लगाना चाहिए।
गुरु ग्रह आपकी राशि और आपकी राशि से दशम भाव के स्वामी हैं और वर्ष की शुरुआत में आपकी राशि से दशम भाव में ही गोचर कर रहे हैं । यह गुरु आपके कार्य में आपको सफलता दिलाएगा और आपके कार्य- क्षेत्र में आपकी नई पहचान बनाने में मदद करेगा। नये व्यापार के लिए यह गोचर बेहतर रहेगा और किसी नये प्रोजेक्ट के मिलने से आप व्यस्त भी हो जायेंगे। मार्च के अंत में यही गुरु का गोचर मकर राशि में यानि आपकी राशि से ग्यारहवें भाव में होगा। आर्थिक स्थिति और धन लाभ के लिए यह समय उत्तम रहेगा। आपके मित्र आपका सहयोग करेंगे और संतान पक्ष से भी खुशख़बरी मिलेगी। नौकरी में मनचाही जगह पर तबादला चाहते थे तो वह भी आपके सीनियर की मदद से मिलेगा। वैवाहिक जीवन में साल के मध्य में किसी तीसरे के आने से या किसी पुराने मतभेद की वज़ह से आपसी तनाव की स्थिति बन सकती है। बहुत ही सूझ-बूझ से चलेंगे तो बात अधिक नही बिगड़ेगी। ये था गुरु गोचर 2020 के अनुसार मीन राशि का सम्पूर्ण राशिफल।
उपाय: आपको बृहस्पतिवार से शुरू करके प्रतिदिन बृहस्पति के बीज मंत्र ॐ ग्रां ग्रीं ग्रौं सः गुरुवे नमः का जाप करना चाहिए और अधिकांश रूप से पीले और क्रीम रंग के कपड़े पहनने चाहिए।
हम आशा करते हैं कि गुरु गोचर 2020 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी हताश ना हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!