शुक्र का मीन राशि में गोचर (28 जनवरी 2025)
वैदिक ज्योतिष में शुक्र महाराज को प्रेम, भोग-विलास और ऐश्वर्य का कारक ग्रह कहा जाता है जो 28 जनवरी 2025 को सुबह 06 बजकर 42 मिनट पर गोचर करने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज का यहविशेष लेख आपको शुक्र का मीन राशि में गोचर से जुड़ी समस्त जानकारी प्रदान करेगा। बता दें कि शुक्र का यह राशि परिवर्तन मीन राशि में होगा जो कि इनकी उच्च राशि है। हालांकि, मीन राशि के स्वामी गुरु ग्रह शुक्र देव के शत्रु माने गए हैं। इसके बावजूद, गुरु की राशि में शुक्र का गोचर विश्व समेत सभी 12 राशियों को प्रभावित करेगा। इस आर्टिकल के माध्यम से हम आपको शुक्र गोचर का आपकी राशि पर प्रभाव और उनसे बचने के उपायों के बारे में विस्तार से बात करेंगे। लेकिन सबसे पहले हम आपको अवगत करवाएंगे शुक्र ग्रह और मीन राशि की विशेषताओं से।
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विद्वान ज्योतिषियों से फोन पर बात करें और जानें शुक्र का मीन राशि में गोचर का अपने जीवन पर प्रभाव
ज्योतिष की दृष्टि से शुक्र ग्रह और मीन राशि
ज्योतिष शास्त्र में शुक्र को स्त्री ग्रह माना जाता है और राशि चक्र में इन्हें वृषभ राशि और तुला राशि पर आधिपत्य प्राप्त है। शुक्र देव धन-समृद्धि, आनंद, सुख, सौंदर्य, यौवन, आकर्षण और यौन कामना आदि का प्रतिनिधित्व करता है। साथ ही, यह रचनात्मकता, कला, संगीत, कविता, डिजाइन, मनोरंजन, ग्लैमर, फैशन, ज्वेलरी, कीमती रत्न, मेकअप, स्वादिष्ट भोजन और महंगी कारों के भी कारक ग्रह हैं। हालांकि, शुक्र देव संजीवनी विद्या के भी ज्ञाता हैं और इनसे ही किसी मृत व्यक्ति को पुनर्जीवित करने का ज्ञान प्राप्त किया जा सकता है।
राशि चक्र की बारहवीं और अंतिम राशि मीन है जो कि जल तत्व की दोहरे स्वभाव की राशि है। मीन राशि कल्पना, रचनात्मकता, अध्यात्म और प्रेम आदि को दर्शाती है। मीन राशि के यह ऐसे गुण हैं जो शुक्र ग्रह से मिलते हैं इसलिए मीन राशि में शुक्र देव उच्च अवस्था में होते हैं।
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शुक्र का मीन राशि में गोचर: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज धन भाव अर्थात दूसरे भाव के स्वामी होने के साथ-साथ सातवें भाव के भी स्वामी हैं जो कि रिश्ते का भाव है। अब यह आपके बारहवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। ऐसे में, इस अवधि को मेष राशि के सिंगल जातकों के लिए अच्छा कहा जाएगा जो एक अच्छे प्रस्ताव के मिलने का इंतज़ार कर रहे हैं। इसके फलस्वरूप, शुक्र का मीन राशि में गोचर विवाह योग्य जातकों के लिए अनुकूल रहेगा। वैवाहिक जीवन की बात करें तो, शुक्र गोचर के दौरान मेष राशि के विवाहित जातकों को सिर्फ एक बात को लेकर सावधानी बरतनी होगी और वह है आपका स्वास्थ्य क्योंकि सातवें भाव के स्वामी के रूप में शुक्र का अपने सेछठे भावमें गोचर आपके लिए स्वास्थ्य समस्याएं लेकर आ सकता है।
आर्थिक जीवन को देखें तो, आपके दूसरे भाव के स्वामी बारहवें भाव में जा रहे हैं। ऐसे में, इन जातकों को धन से जुड़े फैसले बहुत सोच-समझकर लेने की सलाह दी जाती है क्योंकि बारहवें भाव में शुक्र का गोचर आपसे बेकार के खर्चे करवा सकता है। हालांकि, आपका धन विदेश यात्रा या फिर किसी लंबी दूरी की यात्रा पर खर्च हो सकता है। कुल मिलाकर, हम कह सकते हैं कि मीन राशि में शुक्र का यह गोचर आपके लिए बहुत ही फलदायी रहेगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन अपने वॉलेट में चांदी का टुकड़ा रखें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके लग्न भाव के स्वामी हैं और आपके लग्न स्वामी का उच्च अवस्था में ग्यारहवें भाव में गोचर बेहद शुभ माना जाता है। बता दें कि कुंडली में ग्यारहवां भाव इच्छाओं की पूर्ति का होता है। इसके परिणामस्वरूप, अगर आपका व्यापार या नौकरी किसी भी तरह से शुक्र देव से संबंधित है, तो शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके लिए काफी शानदार कहा जाएगा। इस अवधि में आप दोस्तों के साथ यादगार समय बिताते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, आपको दोस्तों, परिवार, करियर या सामाजिक जीवन से जुड़े लोगों से निमंत्रण मिल सकते हैं। यह समय आपकी सभी भौतिक इच्छाओं को पूरा करने का काम करेगा और साथ ही, आपके बड़े भाई-बहन और मामा अपने जीवन में आगे बढ़ते हुए नज़र आएंगे।
शुक्र देव आपके छठे भाव के भी स्वामी हैं जिसका संबंध रोज़मर्रा के कामों से है। ऐसे में, इस गोचर के दौरान आपको अपनी सेहत का ध्यान रखना होगा। इन जातकों के अपने मामा के साथ रिश्ते बेहतर होंगे और उनको आपकी वजह से लाभ होने की संभावना है। वृषभ राशि के जो जातक शत्रु द्वारा परेशान किये जा रहे हैं या फिर किसी मुकदमे का सामना कर रहे हैं, तो यह समय दुश्मनों को दोस्त बनाने के नज़रिये से अनुकूल रहेगा। इस प्रकार, हम कह सकते हैं कि शुक्र का मीन राशि में प्रवेश आपके लिए खुशियां लेकर आएगा और आपकी सभी मनोकामनाओं को पूरा करेगा।
उपाय: शुक्र देव से शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने में जड़वाकर अच्छी गुणवत्ता वाला ओपल या हीरा धारण करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब इनका गोचर आपके करियर के भाव यानी कि दसवें भाव में हो रहा है। बता दें कि कुंडली में बारहवां भाव खर्चों का होता है जबकि पांचवां भाव बुद्धि, प्रेम, रोमांस, रिलेशनशिप, संतान आदि का होता है। इसके परिणामस्वरूप, शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके कार्यक्षेत्र के लिए बेहद शुभ रहेगा क्योंकि इस दौरान आपकी सोच काफ़ी रचनात्मका और निर्णय लेने की क्षमता मज़बूत रहेगी। ऐसे में, बॉस और वरिष्ठों द्वारा आपकी सराहना और प्रशंसा की जाएगी। साथ ही, आपके रिश्ते सहकर्मियों के साथ मधुर रहेंगे।
शुक्र का यह गोचर विदेश से आपके करियर के लिए कुछ बेहतरीन अवसर लेकर आ सकता है या फिर आपको काम के सिलसिले में विदेश यात्रा करने का मौका दे सकता है। यह अवधि इम्पोर्ट-एक्सपोर्ट का बिज़नेस करने वाले लोगों को अच्छा खासा लाभ करवाएगी। वहीं, जो जातक हाल-फिलहाल में ग्रेजुएट हुए हैं, वह अपने करियर की शुरुआत कर सकते हैं। कुल मिलाकर, शुक्र का यह गोचर आपके पेशेवर जीवन के लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। साथ ही, इस अवधि में आपकी मुलाकात कार्यक्षेत्र में किसी खास से हो सकती है, लेकिन वे दूसरे धर्म के हो सकते हैं।
उपाय: कार्यस्थल पर श्रीयंत्र की स्थापना करें और नियमित रूप से उसकी पूजा करें।
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कर्क राशि
कर्क राशि वालों की कुंडली में शुक्र देव को चौथे और ग्यारहवें भाव पर स्वामित्व प्राप्त हैं। अब इनका गोचर आपके नौवें भाव में होने जा रहा है। कुंडली में जहां ग्यारहवां भाव इच्छाओं के पूरे होने और भौतिक लाभ का दर्शाता है, तो वहीं चौथा भाव संयम, भावनाओं, पारिवारिक खुशियों, माता एवं मातृभूमि से जुड़ा है। ऐसे में, शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। आपके लिए इस समय शुक्र देव की पूजा करना फलदायी रहेगा। साथ ही, इस अवधि में आपकी रुचि अध्यात्म के प्रति बढ़ेगी और आप किसी तीर्थस्थल की यात्रा की योजना बना सकते हैं या आपको काम के संबंध में लंबी दूरी की यात्रा पर जाना पड़ सकता है।
हालांकि, इस तरह की यात्रा आपको खुशी और संतुष्टि देने का काम करेगी। ऐसी यात्राओं पर आप दोस्तों या परिवार के साथ जा सकते हैं। पारिवारिक जीवन में अगर आप कुछ लक्ष्यों जैसे नया वाहन खरीदना या फिर घर का रिनोवेशन आदि को हासिल करने की दिशा में काम कर रहे हैं, तो इस अवधि में भाग्य आपका साथ देगा और अपने सपने आप सच कर सकेंगे।
उपाय: शुक्रवार के दिन देवी लक्ष्मी की पूजा करें और उन्हें कमल के फूल अर्पित करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों के लिए शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके आठवें भाव में होगा। आपके लिए शुक्र ग्रह तीसरे और दसवें भाव के भी स्वामी हैं। कुंडली में दसवां भाव पेशेवर जीवन का होता है जबकि तीसरे भाव का संबंध साहस, संचार कौशल, छोटे भाई-बहन आदि से होता है। हालांकि, आठवें भाव में शुक्र के गोचर को अच्छा कहा जाएगा और इस दौरान आप अपने से विपरीत लिंग (स्त्री है तो पुरुष/पुरुष है तो स्त्री की तरफ) की ओर आकर्षित होंगे। साथ ही, ऐसे जातक जिनका संबंध सोशल मीडिया, कंटेंट क्रिएशन, फिल्म, टेलीविज़न, मीडिया और मास कम्युनिकेशन आदि से है, उनके लिए यह अवधि उत्तम रहेगी। यह गोचर आपके लिए प्रगति लेकर आएगा।
जो जातक बैंकिंग, इंश्योरेंस, रेवेन्यू आदि से जुड़े हैं, उनको शुक्र का यह गोचर पर्याप्त मात्रा में लाभ कमाने में सहायता करेगा क्योंकि शुक्र की दृष्टि आपके दूसरे भाव पर पड़ रही होगी। साथ ही, आपके बात करने का तरीका बड़े पदों पर बैठे लोगों का ध्यान अपनी तरफ आकर्षित करेगा। ऐसे में, आपको पेशेवर जीवन में सकारात्मक परिवर्तन देखने को मिलेंगे। हालांकि, ज्योतिष में आठवें भाव को ज्यादा अच्छा नहीं माना गया है, लेकिनशुक्र की इस भाव में मौजूदगी आपके लिए शुभ परिणाम लेकर आएगी। पार्टनर के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होगी और ससुराल पक्ष के साथ भी आपके रिश्ते मधुर बने रहेंगे। लेकिन, शुक्र गोचर के दौरान आपको इस बात का ध्यान रखना होगा कि आपको हद से ज्यादा आलसी बनने से बचना होगा।
उपाय: प्रतिदिन महिषासुर मर्दिनी का पाठ करें या फिर आप सुन भी सकते हैं।
कन्या राशि
कन्या राशि वालों की कुंडली में शुक्र देव का आपके सातवें भाव में गोचर सामाजिक छवि के लिए काफ़ी अच्छा रहेगा। इस अवधि में आपकी छवि में सुधार होगा और ऐसे में, आप खुश एवं स्नेह से पूर्ण महसूस करेंगे। शुक्र का मीन राशि में गोचर के दौरान इन जातकों का सारा ध्यान ध्यान अपने आप पर होगा और ऐसे में, यह आकर्षक दिखना चाहेंगे क्योंकि सातवें भाव में बैठकर शुक्र देव आपके लग्न भाव को देख रहे होंगे। साथ ही, शुक्र आपके धन भाव यानी दूसरे भाव और भाग्य भाव अर्थात नौवें के भी स्वामी हैं। इसके फलस्वरूप, इस दौरान आपको पार्टनर के माध्यम से आर्थिक लाभ की प्राप्ति हो सकती है। हालांकि, जो जातक अविवाहित हैं, उनके लिए समय उत्तम रहेगा।
जब बात आती है धन से जुड़े बड़े फैसले लेने की, तो इन जातकों को अपने पिता, गुरु और मेंटर से बात करने की सलाह दी जाती है। शुक्र देव की सातवें भाव में उपस्थिति आपको साथी के साथ कीमती और आनंददायक समय बिताने का मौका देगी। वहीं, कन्या राशि के जो जातक अविवाहित हैं, वह अपने जीवनसाथी के साथ विवाह के बंधन में बंध सकते हैं या फिर शादी की तारीख़ तय हो सकती है। शुक्र की स्थिति इस बात की तरफ भी संकेत कर रही है कि यह लोग अपनी बचत का एक बड़ा हिस्सा विवाह में खर्च कर सकते हैं इसलिए आपको सोच-समझकर धन खर्च करना होगा। जिन लोगों का व्यापार पार्टनरशिप में हैं, उनकी साझेदारी सफलतापूर्वक आगे बढ़ेगी।
उपाय: बेडरूम में रोज़ क्वार्ट्ज़ स्टोन रखें और साथी को कुछ भेंट में दें।
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तुला राशि
तुला राशि वालों की कुंडली में शुक्र महाराज उच्च अवस्था में आपके छठे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, शुक्र का मीन राशि में गोचर के दौरान आपको अपनी फिटनेस पर ध्यान देना होगा। साथ ही, आपके रिश्ते मामा के साथ मज़बूत होंगे और उनको आपके माध्यम से धन लाभ की प्राप्ति होने की संभावना है। शुक्र गोचर की अवधि में सहकर्मियों के साथ भी आपके रिश्ते अच्छे बने रहेंगे। वहीं, जो जातक कलात्मक क्षेत्रों जैसे कि डांस, फैशन और आर्ट्स आदि में प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहेगा।
बता दें कि शुक्र आपके आठवें भाव के भी स्वामी हैं और आठवें भाव के स्वामी के रूप में आपके छठे भाव में जा रहे हैं। इस प्रकार, यह विपरीत राजयोग का निर्माण कर रहे हैं और ऐसे में, इंश्योरेंस, रेवेन्यू, पीआर, बैंकिंग आदि क्षेत्रों से जुड़े लोगों के लिए शुक्र गोचर को अनुकूल कहा जाएगा। इन क्षेत्रों से संबंध रखने वाले जो लोग अपने जीवन में किसी भी तरह की समस्या से जूझ रहे हैं, अब वह मुश्किल परिस्थितियों को अपने पक्ष में कर सकते हैं।
उपाय: शुक्र देव की कृपा प्राप्ति के लिए अपने दाहिने हाथ की छोटी उंगली में सोने में जड़वाकर अच्छी गुणवत्ता वाला ओपल या हीरा धारण करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि वालों के लिए शुक्र ग्रह आपके सातवें भाव और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके पांचवें भाव में गोचर करने जा रहे हैं। कुंडली में सातवां भाव रिलेशनशिप का होता है जबकि बारहवें भाव को खर्चों एवं अध्यात्म का माना जाता है। ऐसे में, शुक्र का मीन राशि में गोचर को आपके लिए आनंद की अवधि कहा जाएगा क्योंकि शुक्र देव आनंद, खुशियों, प्रेम और रोमांस का प्रतिनिधित्व करते हैं जबकि पांचवां भाव भी इन्हीं सब क्षेत्रों को दर्शाता है। ऐसे में, शुक्र का यह गोचर आपके जीवन में खुशियां लेकर आ सकता है और इसके फलस्वरूप, आप अपने बच्चों और साथी को समय देने में सक्षम होंगे।
इस राशि के जो जातक सिंगल हैं, वह विदेश में रहने वाले किसी व्यक्ति या फिर एक अलग धर्म के व्यक्ति के साथ रिश्ते में आ सकते हैं। वृश्चिक राशि के जिन जातकों का जुड़ाव कलात्मक क्षेत्रों से है, उनके लिए शुक्र गोचर को बेहद शुभ कहा जा सकता है। दूसरी तरफ, सोशल मीडिया और एंटरटेनमेंट से जुड़े क्षेत्रों से संबंध रखने वालों के लिए यह समय अच्छा रहेगा। ऐसे में, यह अवधि आपके लिए तरक्की लेकर आएगी। इन जातकों को ट्रेवल के माध्यम से खुशियों की प्राप्ति होगी। कुल मिलाकर हम कह सकते हैं कि शुक्र का यह गोचर आपके लिए आनंददायक रहेगा।
उपाय: शुक्रवार के दिन क्रीम या गुलाबी रंग के वस्त्र धारण करें।
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धनु राशि
धनु राशिके जातकों की कुंडली में शुक्र महाराज आपके ग्यारहवें भाव और छठे भाव के स्वामी हैं। अब इनका गोचर आपके चौथे भाव में हो रहा है जो कि आपके राशि के स्वामी ग्रह गुरु से शत्रुता का भाव रखते हैं। बता दें कि कुंडली में ग्यारहवें भाव इच्छाओं, लाभ और सामाजिक जीवन को दर्शाता है। इसके फलस्वरूप, शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके लिए काफ़ी अच्छा रहने की संभावना है। इस अवधि में आपके वाहन खरीदने के योग बनेंगे। धनु राशि के जो जातक आर्किटेक्ट, इंटीरियर डिजाइन, डिजाइनिंग, होम डेकोर आइटम या कार की सेल्स-खरीद या फिर रियल एस्टेट आदि क्षेत्रों में काम कर रहे हैं, उनके लिए यह समय प्रगति का मार्ग प्रशस्त करेगा।
दूसरी तरफ, शुक्र के इस गोचर के दौरान आप अपने दोस्तों और परिवारजनों को अपने घर पर आमंत्रित करते हुए दिखाई दे सकते हैं। ऐसे में, आप उनके सामने ख़ुश नज़र आ सकते हैं। इस दौरान आपको पारिवारिक जीवन का आनंद लेने का मौका मिलेगा और साथ ही, आप माता के साथ कीमती समय बिताएंगे।
उपाय: शुक्रवार के दिन अपने घर में सफेद फूल लगाएं और उनकी देखभाल करें।
मकर राशि
मकर राशिवालों के लिए शुक्र योगकारक ग्रह है और आपके पांचवें तथा दसवें भाव के स्वामी भी हैं। अब यह आपके तीसरे भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली में तीसरे भाव का संबंध साहस, संचार कौशल और छोटे भाई-बहन से माना गया है। इसके परिणामस्वरूप, शुक्र का मीन राशि में गोचर के दौरान जो जातक रचनात्मक क्षेत्रों जैसे कि मीडिया से जुड़े हैं, वह अपने क्षेत्र में अपनी मेहनत और प्रयासों के आधार पर तरक्की हासिल करेंगे।
शुक्र के मीन राशि में प्रवेश करने से आपको भाग्य का साथ मिलेगा और यह आपको सही दिशा में ले जाने का काम करेंगे। ऐसे में, आप कुछ विशेष लोगों से संपर्क बना सकते हैं और आपके बात करने का तरीका आपको लोगों से जोड़ने का काम करेगा। साथ ही, शुक्र गोचर आपके लिए छोटी दूरी की यात्राएं, डिनर या पिकनिक जैसे अवसर लेकर आ सकता है। साथ ही, मकर राशि वाले जातक अपने छोटे भाई-बहनों के साथ यादगार समय बिताते हुए दिखाई देंगे।
उपाय: माता वैभव लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करें और उनके लिए व्रत रखें। साथ ही, शुक्रवार के दिन उन्हें लाल फूल अर्पित करें।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके नौवें भाव और चौथे भाव के भी स्वामी हैं। अब यह आपके दूसरे भाव अर्थात धन भाव में गोचर करने जा रहे हैं। बता दें कि कुंडली में नौवां भाव भाग्य का होता है जबकि चौथा भाव, केंद्र भाव होने के साथ-साथ माता, मातृभूमि और अंतर्ज्ञान का भाव होता है। इस वजह से यह आपके योगकारक ग्रह भी बन जाते हैं। ऐसे में, धन भाव में शुक्र महाराज का गोचर होना आपकी आर्थिक स्थिति को मज़बूत करने का काम करेगा। साथ ही, यह समय आपके आर्थिक जीवन के लिए अनुकूल रहेगा। इस दौरान आपको धन कमाने के नए अवसर मिल सकते हैं और माता-पिता के माध्यम से भी धन लाभ प्राप्त होने की संभावना है।
अगर आप धन से जुड़ा कोई फैसला लेने के बारे में सोच-विचार कर रहे हैं, तो अब इस समय को निर्णय लेने के लिए सर्वश्रेष्ठ कहा जाएगा क्योंकि भाग्य आपका साथ देगा। इस अवधि में लिया गया कोई भी फैसला आपको भावनात्मक रूप से संतुष्ट करेगा। इसके अलावा, शुक्र देव की इस भाव में उपस्थिति आपके संचार कौशल और वाणी को प्रभावित करेगी। ऐसे में, आपके शब्द मिठास से भरे रहेंगे। साथ ही, यह जातक परिवार से जुड़ाव महसूस करेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आप उनके साथ ज्यादा से ज्यादा समय बिताना चाहेंगे।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार माता महालक्ष्मी के मंत्र का जाप करें।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज आपके आठवें और तीसरे भाव के स्वामी हैं जो अब आपको लग्न भाव में गोचर करके उच्च अवस्था में जा रहे हैं। ऐसे में, शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके लिए खुद को आकर्षक बनाने और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का सबसे उत्तम समय होगा। हालांकि, मीन राशि में शुक्र की मौजूदगी आपकी पर्सनालिटी में निखार लाएगी और लोग आपके व्यक्तित्व की तरफ आकर्षित होंगे और कहीं भी आपकी उपस्थिति सबकी नज़रों में आएगी। यह स्थिति विशेष तौर पर सोशल मीडिया से जुड़ा कंटेंट बनाने और कैमरा पर आने वाले लोगों के लिए अनुकूल रहेगी क्योंकि आपके आकर्षण में वृद्धि होने से आपकी प्रसिद्धि में भी बढ़ोतरी होगी। आपके फॉलोअर्स भी बढ़ेंगे। शुक्र का यह गोचर आपकी सामाजिक छवि को बेहतर बनाएगा और आपके लिए बेहद फलदायी साबित होगा।
वहीं, कुंडली का आठवां भाव अनिश्चितता और अचानक से होने वाली घटनाओं का प्रतिनिधित्व करता है। वहीं, ही, शुक्र ग्रह आपके द्वारा किये जा रहे प्रयासों के भाव अर्थात तीसरे भाव के भी स्वामी हैं और ऐसे में, आप अपने प्रयासों और मज़बूत इच्छाशक्ति के माध्यम से अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन पाने में सक्षम होंगे। इसके अलावा, शुक्र गोचर की अवधि में आप भोग-विलासिता और सुख-सुविधाओं का पूर्ण रूप से आनंद ले सकेंगे।
उपाय: प्रतिदिन परफ्यूम का उपयोग करें, विशेष रूप से चंदन से बनी इत्र या परफ्यूम के इस्तेमाल से शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. शुक्र का मीन राशि में गोचर कब होगा?
शुक्र ग्रह 28 जनवरी 2025 को मीन राशि में गोचर करेंगे।
2. शुक्र की उच्च राशि कौन सी है?
ज्योतिष के अनुसार, मीन राशि में शुक्र उच्च अवस्था में होते हैं।
3. मीन राशि के स्वामी कौन हैं?
राशि चक्र की बारहवीं एवं अंतिम राशि मीन के स्वामी ग्रह बृहस्पति देव हैं।
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