शुक्र का मीन राशि में गोचर (15 फरवरी 2023)
शुक्र का मीन राशि में गोचर (15 फरवरी 2023) की शाम 07 बजकर 43 मिनट पर होगा। शुक्र मीन राशि में 12 मार्च तक रहेंगे फिर राशि परिवर्तन करते हुए मेष राशि में चले जाएंगे। यह एक बहुत ही अनुकूल गोचर माना जाता है क्योंकि शुक्र सभी प्रकार के भौतिक सुखों को प्रदान करने वाला ग्रह है और मीन राशि में यह अपनी उच्च अवस्था में होता है तो शुक्र जैसा ग्रह जब अपनी उच्च अवस्था में होगा तो सभी प्रकार की सुख-सुविधाएं प्रदान करने में सक्षम होता है। वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का मीन राशि में गोचर बहुत महत्वपूर्ण होता है क्योंकि देव गुरु बृहस्पति की राशि में दैत्य गुरु शुक्र का जाना और दोनों ही ग्रह ज्ञान से परिपूर्ण होने के कारण जातक को अच्छे परिणाम भी प्रदान करते हैं।

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वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह का गोचर कम अवधि के लिए होता है और यह लगभग 23 दिनों में अपनी राशि परिवर्तन कर देते हैं। इन्हें बहुत चमकीले ग्रह के रूप में मान्यता प्राप्त है और इन्हें भोर का तारा भी कहा जाता है। शुक्र ग्रह 2 राशियों पर अधिकार रखते हैं जिसमें पहली है वृषभ राशि और दूसरी है तुला राशि। यह कन्या राशि में अपनी नीच अवस्था में और मीन राशि में अपनी उच्च अवस्था में माने जाते हैं और अब शुक्र का गोचर अपनी उच्च अवस्था वाली मीन राशि में ही होने जा रहा है जिसका प्रभाव प्रत्येक प्राणी पर पड़ेगा। तो आइए जानते हैं कि कब होगा शुक्र का मीन राशि में गोचर और क्या होगा इसका आपकी राशि पर प्रभाव।
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शुक्र ग्रह को भोग-विलास, वाहन, सुख-संपदा, संपत्ति, ऐश्वर्य आदि का कारक ग्रह माना गया है। जिस व्यक्ति की कुंडली में यह अच्छी अवस्था में होते हैं उसके जीवन में प्रेम होता है। उसे लोगों का आकर्षण प्राप्त होता है। उसके जीवन में सभी सुख-सुविधाएं मौजूद होती हैं और वह व्यक्ति लक्ष्मीवान भी होता है। दूसरी तरफ जिन लोगों की कुंडली में शुक्र ग्रह कमजोर अवस्था में होते हैं, उन्हें यौन दुर्बलता, पारस्परिक संबंधों में मतभेद, प्रेम संबंधों में तनाव और समस्या का सामना करना पड़ता है तथा सुखों के लिए भी वह व्यक्ति इधर-उधर भागता है। शुक्र ग्रह की कृपा से श्री महालक्ष्मी की प्राप्ति भी होती है।
यह राशिफल चंद्र राशि पर आधारित है। जानें अपनी चंद्र राशि
Read in English: The Venus Transit In Pisces (15 February 2023)
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र के मीन राशि में गोचर होने से वह आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे।
द्वादश भाव में शुक्र का गोचर आपके खर्चों में बढ़ोतरी तो निश्चित तौर पर करेगा, लेकिन साथ ही आपको इतना धन भी प्रदान करेगा कि आप अपने खर्चों का भली-भांति निर्वहन कर सकेंगे। यहां आपको एक बात का ध्यान रखना चाहिए कि व्यर्थ में धन खर्च करने से बचना है। धन उड़ाने की आदत से बचना होगा नहीं तो बाद में आपके ऊपर आर्थिक बोझ बढ़ सकता है। यह समय अपनी सुख-सुविधाओं और अपनी इच्छाओं की पूर्ति में धन खर्च करने में व्यतीत होगा। विरोधियों पर आपको जीत हासिल होगी। करियर के क्षेत्र में यह गोचर आपको लाभ प्रदान करेगा। आप यदि असंतुलित भोजन करते रहेंगे तो उससे आपको स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
उपाय: शुक्रवार के दिन लक्ष्मी जी के मंदिर जाकर देसी घी का दीपक जलाएं।
वृषभ राशि
शुक्र आपके राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके षष्ठम भाव के स्वामी भी हैं और शुक्र के मीन राशि में गोचर के समय यह आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे।
एकादश भाव में शुक्र का गोचर आपकी आमदनी में अच्छी बढ़ोतरी करने वाला साबित होगा। आपकी इच्छाएं पूरी होंगी, जिन कार्यों में पहले रुकावट आ रही थी, वह अब धीरे-धीरे पूरी होने लगेंगी और आपको उनसे धन लाभ होगा। इस दौरान आप कोई नया वाहन खरीदने पर भी ध्यान देंगे और उसमें सफल भी हो सकते हैं। प्रेम संबंधों के लिए यह समय उन्नति कारक रहेगा और आपके रिश्तों में प्रेम और रोमांस की बढ़ोतरी होगी और आपका रिश्ता परिपक्व होगा। संतान की ओर से विवाहित लोगों को सुखद समाचारों की प्राप्ति होगी। यदि आप एक विद्यार्थी हैं तो आपको शिक्षा में अच्छे परिणाम मिलेंगे और आपका मन भी पढ़ने के लिए लालायित रहेगा। आपको नौकरी में तनख्वाह वृद्धि मिल सकती है। व्यापार के लिए भी यह गोचर अनुकूल रहेगा।
उपाय: आपको उत्तम गुणवत्ता वाला ओपल रत्न चांदी की अंगूठी में जड़वा कर शुक्ल पक्ष में शुक्रवार के दिन अपनी अनामिका उंगली में धारण करना चाहिए।
मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों की बात करें तो शुक्र आपके द्वादश भाव के स्वामी होने के साथ-साथ पंचम भाव के स्वामी भी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपके दशम भाव में होगा।
जब शुक्र आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे, तो वहां पहले से ही राशि स्वामी देव गुरु बृहस्पति विराजमान होंगे। शुक्र का यह गोचर कार्यक्षेत्र में कुछ समस्याएं लेकर आ सकता है। आप दिखावे की आदत से परेशान रहेंगे और शुक्र और बृहस्पति का गठजोड़ आपको अभिमानी बना सकता है, जिससे आप केवल अपने आपको सर्वश्रेष्ठ मानने की भूल कर सकते हैं और अपने आसपास के लोगों को नीचा दिखा सकते हैं, जिससे आपको समस्या हो सकती है। कार्यक्षेत्र में किसी भी तरह की गप्पेबाजी से बचकर रहें। अपने काम पर ध्यान देंगे, तो ही अच्छा रहेगा। आपके निजी जीवन में खुशियां आएंगी। पारिवारिक जीवन में संतुष्टि होगी। घर की साज-सज्जा पर खर्च करेंगे। प्रेम संबंधों में उतार-चढ़ाव रहेगा। कार्यक्षेत्र में किसी से आपका दिल लग सकता है।
उपाय: आपको भूरे रंग की गाय को बृहस्पतिवार और शुक्रवार के दिन आटे की लोई बनाकर खिलानी चाहिए।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र चतुर्थ और एकादश भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि से नवम भाव में होगा।
शुक्र का यह गोचर भाग्य भाव में होने से और वहां भाग्य स्थान के स्वामी बृहस्पति के मौजूद रहने से भाग्य में वृद्धि होगी। आपकी समस्याओं में कमी आएगी। आपको आशातीत धन की प्राप्ति होगी। लंबे समय से यदि कोई कार्य धन की कमी से अटक रहा था, तो वह अब पूर्ण हो जाएगा। भाग्य का साथ मिलने से आप बड़े ही उत्साहित रहेंगे। नौकरी में बदलाव करने में भी सफलता मिल सकती है क्योंकि इस दौरान आपको कोई बड़ा अवसर मिल सकता है। आपका मन धार्मिक क्रियाकलापों में अधिक लगेगा और आप किसी धार्मिक संस्था से जुड़ सकते हैं। आपको मान और सम्मान की प्राप्ति होगी। भाई-बहनों के लिए भी यह समय अच्छा रहेगा। दोस्तों के साथ भी समय बिताएंगे और जीवन में खुशियां आएंगी।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन श्री सिद्ध कुंजिका स्तोत्र का पाठ करना चाहिए।
सिंह राशि
शुक्र का मीन राशि में गोचर सिंह राशि के जातकों के अष्टम भाव में होगा। यह आपके लिए तीसरे और दसवें भाव के स्वामी हैं।
अष्टम भाव में शुक्र का गोचर आपको अचानक से धन लाभ प्रदान कर सकता है। आपने उम्मीद भी नहीं की होगी और उम्मीद से अधिक धन प्राप्ति हो सकती है। इस दौरान पूर्व में किए गए निवेश का भी अच्छा प्रतिफल आपको प्राप्त हो सकता है और आपकी आर्थिक स्थिति मजबूत हो सकती है। धर्म-कर्म के मामलों में आपका मन लगेगा। यह समय गहन शोध के कार्य में सफलता दिलाने वाला रहेगा। आपके ससुराल में किसी का व्यवहार या किसी संतान का जन्म होने के योग बनेंगे, जिसके फंक्शन में शामिल होने का आपको मौका मिलेगा। अपने ससुराल पक्ष के लोगों और अपने परिवार के लोगों के बीच सामंजस्य बनाने का प्रयास करेंगे, जिसमें काफी हद तक सफल भी रहेंगे। व्यापार में उन्नति के योग बनेंगे। स्वास्थ्य को लेकर थोड़ी सी सावधानी रखनी अपेक्षित होगी। कार्यक्षेत्र में थोड़े उतार-चढ़ाव आ सकते हैं, लेकिन कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। यह समय आपको अपनी गुप्त इच्छाओं की पूर्ति करने में मददगार साबित होगा।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन छोटी कन्याओं के चरण छूकर उनका आशीर्वाद लेना चाहिए।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए शुक्र दूसरे और नवम भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि से सप्तम भाव में होगा।
सप्तम भाव में शुक्र का गोचर होने से आपके वैवाहिक जीवन में खुशी भरे पलों की आहट होगी। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच निकटता बढ़ेगी। पुरानी दूरियां समाप्त होंगी। यदि कोई समस्या चली आ रही थी, वह भी दूर हो जाएगी। आप दोनों खुश रहेंगे। आपस में मिलजुल कर अपने सभी कार्य करेंगे। जीवनसाथी के नाम से यदि आप कोई व्यापार करते हैं या उनके साथ मिलकर कोई काम करते हैं तो इस दौरान उस कार्य में आशातीत सफलता मिलेगी। व्यापार में वृद्धि होगी। जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने भी जा सकते हैं। नौकरी में पदोन्नति की स्थिति बन सकती है। स्वास्थ्य में सुधार होगा। आपका व्यक्तित्व निखरेगा और लोग आपकी ओर आकर्षित होंगे।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन श्री सूक्त का पाठ करना चाहिए।
तुला राशि
शुक्र का मीन राशि में गोचर तुला राशि के छठे भाव में होगा। शुक्र आपकी राशि स्वामी होने के साथ-साथ आपके अष्टम भाव के स्वामी भी हैं।
शुक्र का छठे भाव में उच्च का होना विरोधियों पर जीत दिलाएगा और साथ ही आपके खर्च भी बढ़ाएगा। आपके खर्चों में बेतहाशा वृद्धि होने के योग बनेंगे। मन की इच्छाओं को पूरा करने में थोड़ा संघर्ष करना पड़ेगा। नौकरी में स्थिति अनुकूल रहेगी। व्यापार को लेकर आप थोड़ा सा चिंतित नजर आएंगे, लेकिन परेशान होने की आवश्यकता नहीं है। विदेश यात्रा की संभावना बन सकती है। व्यापार को लेकर पूंजी निवेश करने के योग बनेंगे। इस दौरान स्वास्थ्य का ध्यान रखना अपेक्षित होगा क्योंकि कोई बड़ी स्वास्थ्य समस्या इस दौरान परेशान कर सकती है। यदि आप पहले से ही मधुमेह की समस्या से पीड़ित हैं तो इस दौरान वह बीमारी जोर पकड़ सकती है, इसलिए सतर्क रहें।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन लाल गुड़हल का पुष्प श्री महालक्ष्मी माता को अर्पित करना चाहिए।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शुक्र सप्तम और द्वादश भाव के स्वामी हैं और अब यह आपके पंचम भाव में गोचर करेंगे।
शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपके प्रेम संबंध प्रगाढ़ होंगे। यदि आप अभी तक अकेले हैं तो इस दौरान आपके जीवन में कोई खास व्यक्ति दस्तक दे सकता है और उनसे आपका संबंध मजबूत बनेगा। यदि आप पहले से ही किसी रिश्ते में हैं तो आपका रिश्ता बेहतर होगा। रिश्ते में प्रेम और रोमांस के योग बनेंगे। आपके विवाह की बातचीत पक्की हो सकती है और आपका प्रेम विवाह हो सकता है। यह गोचर आपकी आमदनी को बढ़ाने वाला होगा। आप शिक्षा के लिए विदेश का रुख भी कर सकते हैं। विद्यार्थियों को शिक्षा में अच्छे परिणाम मिलेंगे। आपकी मेहनत सार्थक होगी। जीवनसाथी से भी प्रेम बढ़ेगा। संतान प्राप्ति की संभावना बढ़ेगी। यह समय आपको हर्षोल्लास से भर देगा।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन चावल की खीर बनाकर माता को भोग लगाकर स्वयं प्रसाद स्वरूप ग्रहण करना चाहिए।
धनु राशि
धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि से चतुर्थ भाव में होगा।
इस गोचर के प्रभाव से आपकी सुख-सुविधाओं और यश में बढ़ोतरी होगी। नए वाहन खरीदने की स्थिति बन सकती है और कोई अचल संपत्ति की प्राप्ति भी हो सकती है। आपके परिवार में कोई कार्यक्रम आयोजित किया जा सकता है, जिसमें रिश्तेदारों का आगमन लगा रहेगा और घर में उल्लास का माहौल रहेगा। इस दौरान माता जी के स्वास्थ्य को लेकर थोड़ा सा ध्यान देना आवश्यक होगा, क्योंकि उनकी सेहत गिर सकती है। घर की साज-सज्जा और सजावट पर भी धन खर्च कर सकते हैं। घर की जरूरतों को पूरा करने में आप पीछे नहीं हटेंगे और कोई सुख-सुविधा का साधन घर में लेकर आ सकते हैं। परिवार के साथ-साथ अपने पेशेवर जीवन पर भी पूरा ध्यान देंगे और दोनों के बीच संतुलन बैठाने का प्रयास करेंगे।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन शिवलिंग पर सफेद चंदन का लेप करना चाहिए।
मकर राशि
मकर राशि के जातकों के लिए शुक्र पंचम और दशम भाव के स्वामी होकर एक योगकारक ग्रह बनते हैं। शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि से तृतीय भाव में होगा।
इस गोचर के दौरान आपका समय अपने दोस्तों के साथ व्यतीत होगा। आप उनके साथ मौज-मस्ती भरे पल बिताएंगे। खूब खर्चा करेंगे। छोटी दूरी की यात्राएं अधिक होंगी, जो खुशी देंगी। रिश्तेदारों से मिलने का मौका मिलेगा। जीवनसाथी के साथ कहीं घूमने जाने की योजना भी बना सकते हैं। कार्यक्षेत्र में अपने सहकर्मियों से आपको सहयोग मिलेगा तथा उनसे आपके संबंध मजबूत होंगे और वह आपके काम में आपकी मदद करेंगे। व्यापार के लिए यह समय अच्छा रहेगा और व्यापार में उन्नति होगी। भाई-बहनों को भी इस गोचर का अच्छा फल मिलेगा और वह तरक्की करेंगे।
उपाय: आपको उत्तम गुणवत्ता वाला ओपल रत्न चांदी की मुद्रिका में जड़वा कर अनामिका उंगली में शुक्रवार के दिन शुक्ल पक्ष में धारण करना चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि शनि के आधिपत्य वाली राशि है और इसके लिए शुक्र चतुर्थ और नवम भाव के स्वामी होने से एक योगकारक ग्रह हैं और शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी राशि से दूसरे भाव में होगा।
शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आपको अच्छे सुंदर स्वादिष्ट और मन लुभावने व्यंजनों को खाने का मौका मिलेगा। पार्टियों और कार्यक्रमों में शामिल होने का मौका मिलेगा। नए-नए लोगों से मेल मुलाकात होगी। पारिवारिक जीवन में सुख-सुविधाएं बढ़ेंगी। आपसी सामंजस्य प्रबल होगा, लेकिन आपकी वाणी में अभिमान ना झलके, इसका आपको ध्यान रखना होगा अन्यथा लोग आपको बुरा समझ सकते हैं। अत्यधिक भोजन करने या स्वादिष्ट भोजन के चक्कर में असंतुलित भोजन करने से स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। आपको दांत में दर्द या मुंह में छाले की समस्या परेशान कर सकती है। करियर के लिए यह समय अनुकूल रहेगा। संपत्ति के क्रय-विक्रय से लाभ मिलेगा। लंबी यात्राओं से धन लाभ के योग बनेंगे। बैंक बैलेंस में बढ़ोतरी होगी। घर में किसी की शादी या कोई फंक्शन हो सकता है अथवा किसी संतान का जन्म हो सकता है।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन 2 से 10 वर्ष के बीच की छोटी कन्याओं को सफेद मिठाई खिलानी चाहिए और उनके चरण छूकर आशीर्वाद लेना चाहिए।
मीन राशि
मीन राशि के जातकों के लिए शुक्र तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं। शुक्र का मीन राशि में गोचर आपकी ही राशि में यानी कि आपके प्रथम भाव में होगा।
शुक्र के इस गोचर के प्रभाव से आप अपने स्वभाव और व्यक्तित्व में बदलाव महसूस करेंगे। आपकी वाणी में प्रेम बढ़ेगा। मिठास बढ़ेगी। लोग आपकी बातचीत सुनकर आपके प्रति आकर्षित होंगे। आपका व्यक्तित्व लोगों के लिए उदाहरण बनेगा। इस गोचर के प्रभाव से स्वास्थ्य में बढ़ोतरी होगी। सेहत जो खराब चल रही थी, वह अब ठीक होने लगेगी। पुरानी बीमारियों में कमी आएगी। यह गोचर आपके वैवाहिक जीवन के लिए भी बहुत खुशहाली देने वाला साबित होगा। आप और आपके जीवनसाथी के मध्य आपसी अंतरंग संबंध प्रगाढ़ बनेंगे। व्यापार में वृद्धि के योग बनेंगे। आपका व्यापार उन्नति करेगा और व्यापार में विस्तार करने की योजनाएं भी सफल होंगी। यदि आप इस दौरान कोई नया व्यापार शुरू करना चाहते हैं, तो कर सकते हैं, उसमें आपको अच्छी सफलता मिलेगी।
उपाय: आपको शुक्रवार के दिन श्री महालक्ष्मी मंत्र का जाप करना चाहिए।
हम आशा करते हैं कि आपको ये आर्टिकल पसंद आया होगा। एस्ट्रोसेज के साथ जुड़े रहने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
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