शुक्र मीन राशि में वक्री
शुक्र मीन राशि में वक्री: वैदिक ज्योतिष में शुक्र को स्त्री सौंदर्य का कारक और सबसे आकर्षक ग्रह माना गया है। अपनी स्वराशि वृषभ या तुला में होने या अपनी उच्च राशि मीन में होने पर, यह ग्रह बेहतरीन परिणाम प्रदान करता है। शुक्र के इन राशियों में होने पर व्यक्ति को धन और रिश्तों आदि में शुभ परिणाम प्राप्त होते हैं।

अब शुक्र ग्रह वक्री होने जा रहे हैं, इसका मतलब है कि शुक्र के शुभ प्रभाव में कमी आएगी। इसके अलावा शुक्र के वक्री होने पर शुक्र से संबंधित क्षेत्रों में लाभ प्राप्त करने की गति भी धीमी हो सकती है और इसकी वजह से समय पर मनचाहे परिणाम न मिलने के संकेत हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि वाले जातकों को सकारात्मक परिणाम प्राप्त होंगे। वहीं इस समयावधि में मिथुन, कर्क, सिंह और वृश्चिक राशि को औसत परिणाम मिलने के संकेत हैं। हालांकि, इन राशि वाले जातकों को कुछ नकारात्मक परिणाम भी मिल सकते हैं और खासतौर पर इन्हें अपने कार्यों में विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।
02 मार्च, 2025 को सुबह 05 बजकर 12 मिनट पर शुक्र मीन राशि में वक्री होंगे।
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शुक्र मीन राशि में वक्री:राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के दूसरे और सातवें भाव के स्वामी शुक्र हैं और अब वह आपके बारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र के मीन राशि में वक्री होने पर आपको अध्यात्म से लाभ होगा। इसके साथ ही आपको दोस्तों और सहयोगियों से सहयोग एवं लाभ प्राप्त होने की उम्मीद है।
करियर के क्षेत्र में आपको अपनी नौकरी से अधिक लाभ प्राप्त होंगे। इस वजह से आप अपने करियर में अपनी छाप छोड़ने में सक्षम होंगे और अपने करियर में आगे बढ़ेंगे।
व्यापार के क्षेत्र में आपको अपने बिज़नेस को लेकर विदेश से नए अवसर मिलने की संभावना है। इसके साथ ही आप अधिक मुनाफा कमाएंगे।
धन के मामले में आपको विदेश और यात्रा के माध्यम से अच्छा पैसा कमाने का मौका मिल सकता है। वहीं दूसरी ओर, आपके खर्चों में भी बढ़ोतरी होने के संकेत हैं।
प्रेम जीवन की बात करें, तो आपके और आपके जीवनसाथी के बीच सुख-शांति बनी रहेगी और आपको उनके साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा लेकिन आपको नींद से संबंधित परेशानियां हो सकती हैं।
उपाय: आप रोज़ 41 बार 'ॐ शुक्राय नम:' मंत्र का जाप करें।
यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें
वृषभ राशि
वृषभ राशि के पहले और छठे भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि के ग्यारहवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपको प्रगति के साथ अपने प्रयासों से संतुष्टि मिलेगी। इसके साथ ही आपकी इच्छाओं की भी पूर्ति होगी।
करियर के मामले में कार्यक्षेत्र में लोग आपके प्रयासों पर ध्यान देंगे और आपको कुछ अड़चनों का सामना करने के बाद अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
बिज़नेस के क्षेत्र में आपको औसत मुनाफा होने के योग हैं। इसके साथ ही आपको इस समय अपने बिज़नेस पर नियंत्रण रखने में दिक्कत आ सकती है।
वित्त के मामले में आपको अच्छी मात्रा में धन प्राप्त होगा लेकिन आप पैसों की बचत कर पाने में असमर्थ हो सकते हैं।
निजी जीवन की बात करें, तो आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अच्छी आपसी समझ होने की वजह से आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा।
इस समयावधि में अपने साहस और दृढ़ संकल्प के मज़बूत रहने की वजह से आपका स्वास्थ्य उत्तम रहने वाला है।
उपाय: आप मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के पांचवे और बारहवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके दसवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपको अपने काम और करियर में प्रगति करने को लेकर चिंता हो सकती है। इसके अलावा आप अपने बच्चों के विकास को लेकर भी तनाव में रह सकते हैं।
करियर के मामले में आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है। इसके कारण आप परेशान हो सकते हैं एवं आपको अपने भविष्य को लेकर चिंता हो सकती है।
वित्तीय जीवन में आपको अधिक खर्चों का सामना करना पड़ सकता है। आपके लिए इन खर्चों को संभाल पाना थोड़ा मुश्किल रहने वाला है।
रिश्तों की बात करें, तो आपके और आपके पार्टनर के बीच अहंकार से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। ये समस्याएं आप दोनों के बीच बहस का कारण बन सकती हैं।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको तेज़ जुकाम और खांसी होने के संकेत हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से विष्णु सहस्त्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि
कर्क राशि के जातकों के लिए शुक्र उनके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं और अब शुक्र आपके नौवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आपको अपने भाग्य का साथ नहीं मिल पाएगा। इसकी वजह से आपको चिंता हो सकती है। सफलता पाने के लिए आपको योजना बनाकर चलने की ज़रूरत है।
करियर के क्षेत्र में आपके अपने वरिष्ठ अधिकारियों के साथ संबंध खराब हो सकते हैं। आपकी उनके साथ बहस होने की भी आशंका है।
वित्तीय स्तर पर आपके खर्चों में बहुत ज्यादा बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है। शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आप इन खर्चों को संभालने में असमर्थ हो सकते हैं।
प्रेम जीवन की बात करें, तो शुक्र के मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपको अपने रिश्ते में सुख-शांति और मधुरता बनाए रखने के लिए अपने पार्टनर के साथ तालमेल बिठाकर चलने की ज़रूरत है।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको इस दौरान अपने पिता की सेहत पर पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इस वजह से आप तनाव में आ सकते हैं।
उपाय: आप रोज़ 21 बार 'ॐ दुर्गाय नम:' मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के तीसरे और दसवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वक्री होने पर वह इस राशि के आठवें भाव में रहेंगे।
शुक्र मीन राशि में वक्री के दौरान आपको अपने प्रयासों में अचानक अड़चनों एवं बाधाओं का सामना करना पड़ सकता है।
करियर की बात करें, तो इस समय अपने काम से असंतुष्ट होने की वजह से आप नौकरी बदलने के बारे में सोच सकते हैं।
वित्तीय जीवन में आपको पैसों की तंगी के कारण नुकसान उठाना पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर, पैतृक संपत्ति मिलने की भी संभावना है।
प्रेम जीवन की बात करें, तो शुक्र के मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अधिक मतभेद एवं बहस होने की आशंका है। इससे बचने के लिए आपको सोच-समझकर बोलने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको इस दौरान अपने पिता की सेहत पर पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं। इस वजह से आप तनाव में आ सकते हैं।
उपाय: आप रोज़ 44 बार 'ॐ मंदाय नम:' मंत्र का जाप करें।
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कन्या राशि
कन्या राशि के दूसरे और नौवें भाव का स्वामी शुक्र ग्रह है और अब वह इस राशि के सातवें भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
आपको शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान अपने दोस्तों के साथ कुछ समस्याएं आ सकती हैं। आपके उनके साथ रिश्ते खराब हो सकते हैं जिसे लेकर आप चिंतित हो सकते हैं।
करियर की बात करें, तो इस समय आपके ऊपर काम का दबाव बहुत ज्यादा बढ़ सकता है और इसकी वजह से करियर के क्षेत्र में आपके हाथ से अच्छे अवसर तक छूट सकते हैं।
आप अपने दोस्तों को ज्यादा पैसा उधार दे सकते हैं और इस बात की भी संभावना है कि उधार दिया गया पैसा आपको वापस न मिल पाए।
प्रेम जीवन में आपको अपने रिश्ते को बेहतर एवं मज़बूत करने के लिए इस समयावधि में अपने जीवनसाथी के साथ तालमेल बिठाकर चलने की ज़रूरत है। इससे आपको अच्छे परिणाम मिल सकते हैं।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको अपने जीवनसाथी की सेहत पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इस वजह से आप परेशान हो सकते हैं।
उपाय: आप नियमित रूप से 'ॐ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करें।
तुला राशि
तुला राशि के पहले और बारहवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके छठे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आपको धन से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं। इसके साथ ही आपको कर्ज़ भी लेना पड़ सकता है। वहीं दूसरी ओर आपको लोन और पैतृक संपत्ति के ज़रिए अचानक धन लाभ होने के आसार हैं।
करियर के क्षेत्र में आपकी नौकरी में कोई बदलाव आने के संकेत हैं लेकिन हो सकता है कि आपको ये परिवर्तन पसंद न आएं।
धन के मामले में इस समय आपके खर्चे बहुत ज्यादा बढ़ सकते हैं और हो सकता है कि आप इन खर्चों को न संभाल पाएं। इस मामले में आपको योजना बनाकर चलने की ज़रूरत है।
आपके और आपके जीवनसाथी के बीच आपसी समझ की कमी के कारण रिश्ते की सुख-शांति भंग हो सकती है। इस वजह से आप परेशान रह सकते हैं।
स्वास्थ्य के मामले में शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आपको त्वचा से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। एलर्जी और इम्युनिटी कमज़ोर होने के कारण ऐसा हो सकता है।
उपाय: आप रोज़ 41 बार 'ॐ नमो नारायण' मंत्र का जाप करें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के सातवें और बारहवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह इस राशि के पांचवे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
जब शुक्र मीन राशि में वक्री होंगे, तब आपको अपनी संतान की प्रगति और अपने भविष्य को लेकर चिंता हो सकती है। आपको भविष्य को लेकर योजना बनाकर चलने की ज़रूरत है।
करियर के क्षेत्र में नौकरीपेशा जातकों का उनकी इच्छा के विरुद्ध ट्रांसफर हो सकता है। आपको यह चीज़ पसंद नहीं आएगी।
धन के मामले में आप व्यापार या शेयर मार्केट से जुड़ी अवांछित गतिविधियों में शामिल हो सकते हैं। इसकी वजह से आपको नुकसान उठाना पड़ सकता है।
रिश्तों की बात करें, तो आपके और आपके जीवनसाथी के बीच अहंकार को लेकर समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण आपके रिश्ते से खुशियां कम हो सकती हैं।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको अपने बच्चों की सेहत पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इस वजह से आप परेशान हो सकते हैं।
उपाय: आपको 41 बार 'ॐ बुधाय नम:' मंत्र का जाप करें।
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धनु राशि
धनु राशि के छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब वह आपके चौथे भाव में वक्री हो रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आपको तनाव हो सकता है। इसके अलावा आपकी सुख-सुविधाओं में कमी आने की भी आशंका है। इस समयावधि में आपके परिवार की सुख-शांति में भी कमी आ सकती है।
करियर के क्षेत्र में आपके ऊपर अवांछित काम का दबाव बढ़ सकता है और इस वजह से आप चिंता में आ सकते हैं। आपके वरिष्ठ अधिकारी आपसे नाराज़ हो सकते हैं।
धन के मामले में आपको अपने परिवार के ऊपर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। इन खर्चों को लेकर आप परेशानी में आ सकते हैं।
निजी जीवन में आपके और आपके जीवनसाथी के बीच विवाद होने की आशंका है। आपके और आपके पार्टनर के बीच आपसी समझ में कमी आ सकती है।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको अपनी मां की सेहत पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। उन्हें त्वचा से संबंधित समस्याएं होने के संकेत हैं।
उपाय: आप रोज़ 21 बार 'ॐ गुरुवे नम:' मंत्र का जाप करें।
मकर राशि
मकर राशि के लिए शुक्र पांचवे और दसवें भाव के स्वामी हैं और अब वह आपके तीसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने पर आपको अपने भाई-बहनों के साथ समस्याएं हो सकती हैं। वे आपके मार्ग में बाधाएं उत्पन्न कर सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में नौकरीपेशा जातकों का ट्रांसफर होने के संकेत हैं। हो सकता है कि आप अपने काम से संतुष्ट न हों।
धन के मामले में योजना बनाकर न चलने और लापरवाही की वजह से आपके खर्चों में बढोतरी होने की आशंका है। आपके हाथ से अधिक पैसा कमाने के कीमती अवसर छूट सकते हैं।
रिश्तों की बात करें, तो आपके और आपके पार्टनर के बीच खुशियों में कमी आ सकती है। इस वजह से आपको चिंता हो सकती है।
स्वास्थ्य के स्तर पर आपको अपनी मां की सेहत पर अधिक पैसा खर्च करना पड़ सकता है। उन्हें त्वचा से संबंधित समस्याएं होने के संकेत हैं।
उपाय: आपको शनिवार के दिन गरीब लोगों को दान करना चाहिए।
कुंभ राशि
कुंभ राशि के चौथे और नौवें भाव के स्वामी शुक्र ग्रह हैं और अब शुक्र आपके दूसरे भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपको पैसों की तंगी हो सकती है। आपको अपने जीवन को लेकर एक सुव्यवस्थित तरीके से योजना बनाकर चलने की आवश्यकता है।
करियर के क्षेत्र में आपके और आपके उच्च अधिकारियों के बीच विवाद हो सकता है। इसे लेकर आप चिंता में आ सकते हैं।
धन के मामले में, इस समयावधि में आपके खर्चे बढ़ सकते हैं। इस वजह से आप नाखुश हो सकते हैं।
प्रेम जीवन के मामले में आपके और आपके पार्टनर के रिश्ते की सुख-शांति भंग हो सकती है। इस वजह से आपको चिंता होने की आशंका है।
स्वास्थ्य की बात करें, तो आपको अपनी मां की सेहत पर धन खर्च करना पड़ सकता है और आप उनकी वजह से परेशान रह सकते हैं।
उपाय: मंगलवार के दिन भगवान गणेश के लिए यज्ञ-हवन करें।
मीन राशि
मीन राशि के तीसरे और आठवें भाव के स्वामी शुक्र देव हैं और अब वह आपके पहले भाव में वक्री होने जा रहे हैं।
शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान आपको अचानक कुछ स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं। इसके कारण आप नाखुश रह सकते हैं। आप अपने भविष्य को लेकर चिंतित हो सकते हैं।
करियर के क्षेत्र में आपकी नौकरी में अचानक बदलाव आ सकता है जो कि आपको पसंद नहीं आएगा। आप नौकरी बदलने के लिए मजबूर हो सकते हैं।
धन के मामले में आपको अपने भाई-बहनों के स्वास्थ्य के ऊपर अवांछित खर्चे करने पड़ सकते हैं। इस वजह से आप परेशान रह सकते हैं एवं आप अपने धन को अपनी ज़रूरतों को पूरा करने के लिए इस्तेमाल नहीं कर पाएंगे।
प्रेम जीवन की बात करें, तो इस समयावधि में आपके और आपके जीवनसाथी के बीच सुख और संतुष्टि में कमी आने के संकेत हैं। इसे लेकर आप परेशान रह सकते हैं।
आपको गले से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। ऐसा इम्युनिटी के कमज़ोर होने की वजह से हो सकता है।
उपाय: आप शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ-हवन करें।
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अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न
1. शुक्र मीन राशि में वक्री होने के दौरान क्या होता है?
इस दौरान कुछ समय के लिए शुक्र के शुभ प्रभाव में कमी आ जाती है।
2. शुक्र के वक्री होने से किन राशियों को फायदा होगा?
मेष, वृषभ, कन्या और धनु राशि को लाभ होने के आसार हैं।
3. वक्री शुक्र के अशुभ प्रभाव को किस तरह से कम किया जा सकता है?
शुक्र के वक्री होने के दौरान विशेष मंत्रों का जाप एवं उपाय करें।
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