बृहस्पति मेष राशि में मार्गी
बृहस्पति मेष राशि में मार्गी: ज्योतिष में वक्री और मार्गी दोनों ही स्थितियों को महत्वपूर्ण माना जाता है। इस साल के अंतिम दिन अर्थात 31 दिसंबर 2023 की सुबह 07 बजकर 08 मिनट पर देवताओं के गुरु कहे जाने वाले बृहस्पति मार्गी होने जा रहे हैं। गुरु ग्रह की यह स्थिति आपको उन सभी समस्याओं और बाधाओं से मुक्ति दिलाने का काम करेगी जिसका सामना आपको इनकी वक्री अवस्था के दौरान करना पड़ रहा था। एस्ट्रोसेज का यह आर्टिकल आपको बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होने से सभी 12 राशियों पर पड़ने वाले प्रभावों के बारे में अवगत कराएगा। लेकिन, इसके बारे में जानने से पहले हम आपको गुरु ग्रह और मेष राशि की विशेषताओं तथा इनकी मार्गी चाल के बारे में आपको बताएंगे।
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मार्गी का अपने जीवन पर प्रभाव
ज्योतिष में बृहस्पति ग्रह और मेष राशि
बृहस्पति सौरमंडल का सबसे बड़ा ग्रह है जिसका व्यास 88000 मील तक फैला है। गुरु ग्रह को अपना राशिचक्र पूरा करने में 12 सालों का समय लगता है। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, गुरु ग्रह को सत्तगुण प्रदान करने वाला माना गया है और यह व्यक्ति के भाग्य का निर्धारण भी करते हैं। हालांकि, बृहस्पति ग्रह को स्वभाव से उग्र, महान, दयालु, फल प्रदान करने वाले, प्रसन्नचित्त, सकारात्मक और सम्मानित माना गया है। यह मनुष्य शरीर में रक्त, यकृत शिराओं, धमनियों, पैरों और वसा आदि को नियंत्रित करते हैं। इसके अलावा, गुरु ग्रह उच्च शिक्षा के साथ-साथ न्यायाधीशों, काउंसलर, बैंकर, धर्म गुरुओं और फिल्म आदि से जुड़े क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। साथ ही, यह धन से जुड़े लेन-देन, आशा, न्याय, ईमानदारी, आध्यात्मिकता और सामाजिक मेलजोल को भी दर्शाते हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं, बृहस्पति महाराज को कुंडली में संतान के कारक ग्रह माना जाता है जो कि मीन और धनु राशि के स्वामी भी हैं। यह कर्क राशि में उच्च और मकर राशि में नीच के होते हैं। इनकी मूलत्रिकोण राशि धनु है। हालांकि, गुरु के संबंध सूर्य, चंद्रमा और मंगल के साथ मित्रवत हैं जबकि बुध और शुक्र के साथ यह शत्रुता के भाव रखते हैं। सप्ताह के सात दिनों में से गुरुवार का दिन बृहस्पति को समर्पित होता है, तो वहीं धातु में सोना, रंगों में पीला इन्हें प्रिय हैं। गुरु से शुभ परिणामों की प्राप्ति के लिए पुखराज और पीला नीलम धारण करना फलदायी होता है।
अब हम बात करेंगे मेष राशि की, यह राशिचक्र की पहली राशि है जिसके अधिपति देव मंगल हैं। मेष एक उग्र और स्वभाव से पुरुष राशि है। यह राशि व्यक्ति को साहसी और बहादुर बनाती है तथा यह एक नई शुरुआत को दर्शाती है। गुरु ग्रह के लिए मेष मित्र राशि है क्योंकि इस राशि के स्वामी मंगल और बृहस्पति एक-दूसरे के मित्र हैं।
मेष और बृहस्पति ग्रह के बारे में जानने के बाद अब हम आपको बताएंगे कि किसी ग्रह का मार्गी होना क्या होता है। ज्योतिष में मार्गी वह अवस्था होती है जब कोई ग्रह वक्री अवस्था से बाहर आते हुए पुनः सीधी चाल (आगे बढ़ना) चलने लगता है। जब कोई ग्रह मार्गी होता है तो वह ग्रह सकारात्मक परिणाम प्रदान करने लगता है। इस प्रकार, ग्रह जब वक्री से मार्गी अवस्था में आता है, तो कुछ समय के लिए अपनी गति को रोक देता है।
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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
बृहस्पति मेष राशि में मार्गी: राशि अनुसार प्रभाव और उपाय
मेष राशि
मेष राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह आपके नौवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके लग्न भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। मेष राशि वालों की कुंडली के लग्न भाव में बृहस्पति की मौजूदगी आपको आत्मसंदेह और कंफ्यूज़न जैसी समस्याओं से बाहर निकालने का काम करेगी जिसका सामना आपको करना पड़ रहा था। ऐसे में, बृहस्पति मेष राशि में मार्गी अवस्था के दौरान आप स्वयं के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने में सक्षम होंगे। साथ ही, आपको ज्ञान और समृद्धि प्रदान करेंगे। गुरु ग्रह की मार्गी चाल के प्रभाव से आप परिपक्व होंगे और आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि भाग्य आपके साथ है। इस दौरान आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति होगा और आप आध्यात्मिक रूप से प्रगति हासिल करेंगे। लेकिन, आपको बता दें कि बृहस्पति आपके बारहवें भाव के स्वामी भी हैं जो कि आपको स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकते हैं। इस अवधि में अगर आप अपने स्वास्थ्य को लेकर लापरवाह रहेंगे, तो आपके वजन में बढ़ोतरी हो सकती है। इसके परिणामस्वरूप, आपको सलाह दी जाती है कि अपनी सेहत के प्रति सतर्क रहें और इस समय का इस्तेमाल अपने स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए करें।
वहीं, लग्न/पहले भाव में बैठे बृहस्पति की दृष्टि आपके पांचवें भाव, नौवें भाव और सातवें भाव पर पड़ रही होगी। इसके फलस्वरूप, पांचवें भाव पर बृहस्पति की दृष्टि मेष राशि के उन छात्रों के लिए फलदायी रहेगी जो उच्च शिक्षा या मास्टर की पढ़ाई करना चाहते हैं। शादीशुदा लोगों के जीवन में चल रही परेशानियों का अब अंत होगा। सातवें भाव पर इनकी दृष्टि होने से शादीशुदा जातक अपने परिवार को बढ़ाने के बारे में सोच सकते हैं। बृहस्पति अपनी नौवीं दृष्टि से आपके नौवें भाव को भी देख रहे होंगे और ऐसे में, इन लोगों को अपने पिता, मेंटर और गुरु आदि का साथ मिलेगा और यदि आप इन लोगों के साथ किसी तरह की समस्या या विवाद का सामना कर रहे थे, तो अब वह दूर होगा।
उपाय: नियमित रूप से पिता और गुरु का आशीर्वाद लें।
वृषभ राशि
वृषभ राशि वालों की कुंडली में बृहस्पति महाराज को आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामित्व प्राप्त है जो अब 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके बारहवें भाव में मार्गी हो जाएंगे।बारहवां भाव विदेश, अलगाव, अस्पताल और विदेशी कंपनियों जैसे एमएनसी आदि का प्रतिनिधित्व करता है। वृषभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति आपके बारहवें भाव में मार्गी होंगे जो आपके लिए राहत लेकर आएंगे, लेकिन जिन समस्याओं का आप सामना कर रहे हैं वह पूरी तरह सुलझ नहीं पाएंगी। बृहस्पति मेष राशि में मार्गी की अवधि में इस राशि के लोगों को लीवर, डायबिटीज और महिलाओं को हार्मोन से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ग्यारहवें भाव के स्वामी के रूप में गुरु ग्रह का बारहवें भाव में गोचर आपके धन से जुड़े मामलों के लिए अच्छा नहीं कहा जा सकता है इसलिए आपको किसी तरह का जोखिम उठाने से बचना चाहिए।
बात करें गुरु ग्रह की दृष्टि की, तो बृहस्पति देव आपके बारहवें भाव से चौथे भाव, छठे भाव और आठवें भाव को देख रहे होंगे। ऐसे में, चौथे भाव पर बृहस्पति की दृष्टि उन लोगों के लिए फलदायी रहेगी जो नया घर या नई संपत्ति खरीदना चाहते हैं या फिर कोई डील करने के लिए महत्वपूर्ण फैसला लेना चाहते हैं। इन अवधि में आपके घर-परिवार के माहौल में भी सुधार देखने को मिलेगा। हालांकि, गुरु की सातवीं दृष्टि आपके छठे भाव पर पड़ने से आपको स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। वहीं, बृहस्पति कीनौवीं दृष्टिआपके आठवें भाव पर होगी और यह उन लोगों के लिए फलदायी कही जाएगी जो गूढ़ विज्ञान की पढ़ाई करना चाहते हैं, लेकिन ठीक इसी समय आपको जीवन में अनिश्चितता से भी जूझना पड़ सकता है।
उपाय: गुरुवार के दिन भगवान विष्णु की पूजा करें और उन्हें पीले रंग के फूल अर्पित करें।
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मिथुन राशि
मिथुन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति देव आपके दसवें भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके ग्यारहवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। कुंडली में ग्यारहवां भाव धन लाभ, इच्छाओं, बड़े भाई-बहन और मामा आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर उन समस्याओं का अंत करेंगे जिनका सामना आपको अपने वैवाहिक जीवन के साथ-साथ पेशेवर जीवन में करना पड़ रहा है। बिज़नेस में निवेश और मुनाफ़े की वजह से आपको पार्टनर के साथ जिन भी गलतफ़हमियों और असहमति का सामना करना पड़ रहा था, वह बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होने से दूर हो जाएंगी। मिथुन राशि के जिन लोगों का प्रमोशन या इन्क्रीमेंट होना बाकी है, तो अब वह इसकी उम्मीद कर सकते हैं। साथ ही, यदि आप बड़े भाई-बहनों या चाचा के साथ रिश्ते में कुछ परेशानियों से जूझ रहे थे, उनसे भी आपको मुक्ति मिलेगी।
बात करें बृहस्पति की दृष्टि की, तो बृहस्पति मार्गी के दौरान ग्यारहवें भाव में बैठकर आपके तीसरे भाव, पांचवें भाव और सातवें भाव को देख रहे होंगे। गुरु ग्रह की पांचवीं दृष्टि आपके तीसरे भाव पर पड़ रही होगी जिसके प्रभाव से आपका संचार कौशल प्रभावशाली बनेगा। साथ ही, यह छोटे भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते में मिठास घोलने का काम करेगी। वहीं, बृहस्पति की सातवीं दृष्टि आपके पांचवें भाव पर होगी जो कि मिथुन राशि के छात्रों के लिए अनुकूल रहेगी और इनका प्रदर्शन शिक्षा में अच्छा रहेगा। इसके अलावा, गुरु की नौवीं दृष्टि आपके सातवें भाव पर होगी और यह उन जातकों के लिए फलदायी कही जाएगी जो अपने रिश्ते को शादी में बदलने के इच्छुक हैं, लेकिन अभी तक उन्हें समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था। मिथुन राशि के उन लोगों के लिए यह समय उत्तम कहा जाएगा जो अपने वैवाहिक जीवन में समस्याओं से जूझ रहे थे, अब उन सभी परेशानियों से आपको राहत मिल जाएगी।
उपाय: गुरुवार के दिन गाय को चने की दाल और गुड़ के आटे की लोई खिलाएं।
कर्क राशि
कर्क राशि वालों के लिए गुरु ग्रह आपके छठे भाव और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके नाम, प्रसिद्धि, सामाजिक छवि और करियर के भाव यानी कि दसवें भाव में मार्गी हो जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप, कर्क राशि वालों के लिए बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर पेशेवर जीवन में चल रही सभी समस्याओं को दूर करेंगे। इस राशि के जो जातक नौकरी में बदलाव करना चाहते हैं या नौकरी में बदलाव के इच्छुक हैं, परंतु कंफ्यूज़न और सही मौका न मिल पाने के कारण इस दिशा में आगे नहीं बढ़ पा रहे हैं, अब वह सही फैसला लेने में सक्षम होंगे। अगर आपको पिता, मेंटर या गुरु के साथ रिश्तों में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ रहा है, तो अब वह भी हल हो जाएंगे। साथ ही, आपको उनका आशीर्वाद और हर कदम पर सहयोग भी मिलेगा जो पेशेवर जीवन में आगे बढ़ने में आपकी मदद करेगा।
अब आगे बढ़ते हैं और बात करते हैं गुरु ग्रह की दृष्टि की, तो बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर आपके दसवें भाव में बैठकर दूसरे भाव, चौथे भाव और छठे भाव को देख रहे होंगे। ऐसे में, दूसरे भाव पर इनकी दृष्टि के प्रभाव से घर-परिवार के सदस्यों के साथ चल रही समस्याओं से आपको निजात मिलेगी। साथ ही, आपकी बचत और बैंक-बैलेंस दोनों में बढ़ोतरी देखने को मिलेगी। वहीं, चौथे भाव पर गुरु की दृष्टि होने से आपके घर का वातावरण खुशियों से भरा रहेगा। इन जातकों को अपनी माता का प्रेम और साथ मिलेगा। बृहस्पति की दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी जो कि आपको स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकती हैं। लेकिन, ठीक इसी समय इनकी दृष्टि उन क़ानूनी विवादों और मामलों को सुलझाने में सहायक सिद्ध होगी जिनसे आप जूझ रहे हैं।
उपाय: प्रतिदिन भगवान शिव की पूजा करें।
सिंह राशि
सिंह राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति महाराज को पांचवें और आठवें भाव का आधिपत्य प्राप्त है। 31 दिसंबर 2023 को अब यह मेष राशि में और आपके नौवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। आपको बता दें कि कुंडली में नौवां भाव धर्म, पिता, गुरु, लंबी दूरी की यात्रा, भाग्य और तीर्थ स्थल आदि का प्रतिनिधित्व करता है। बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर सिंह राशि वालों के जीवन में राहत लेकर आने का काम कर सकते हैं। जिन अनिश्चितताओं से आप जूझ रहे थे, अब उनका अंत होगा। यदि आप प्रेम जीवन, शिक्षा या बच्चों को लेकर कुछ परेशानियों का सामना कर रहे हैं, तो यह समस्याएं आपको और परेशान नहीं करेंगी। पिता, मेटर या गुरु के साथ चल रहे मतभेदों का भी समाधान हो जाएगा और इनके स्वास्थ्य में भी सुधार देखने को मिलेगा। पिछले कुछ समय से अगर आप अपनी धार्मिक मान्यताओं के चलते कुछ समस्याओं का सामना कर रहे थे, तो अब वह दूर होंगी। साथ ही, अध्यात्म के प्रति आपका झुकाव बढ़ेगा और धार्मिक गतिविधियों में आप हिस्सा लेते हुए नज़र आ सकते हैं।
इसके विपरीत, बृहस्पति देव आपके नौवें भाव में मौजूद होंगे और इनकी दृष्टि आपके लग्न भाव, तीसरे भाव और पांचवें भाव पर होगी। इसके परिणामस्वरूप, आपके लग्न भाव पर गुरु की पांचवीं दृष्टि पड़ रही होगी और ऐसे में, बृहस्पति मार्गी होकर आपके व्यक्तित्व में परिपक्वता और सकारात्मकता देने का काम करेंगे। वहीं, इनकी सातवीं दृष्टि आपके तीसरे भाव पर होगी और यह आपको आत्मविश्वासी और साहसी बनाएगी। साथ ही, छोटे भाई-बहनों के साथ आपके रिश्ते भी मधुर बने रहेंगे। बृहस्पति की नौवीं दृष्टि आपके पांचवें भाव पर भी पड़ रही होगी और इसके फलस्वरूप, यह सिंह राशि के छात्रों को उन समस्याओं से निजात दिलाएगी जिनका सामना आपको पढ़ाई में करना पड़ रहा था। इस राशि के जो जातक किसी रिश्ते में हैं, उनके प्रेम जीवन में सुधार आएगा। इसके विपरीत, सिंह राशि के माता-पिता अपने बच्चों से ख़ुश दिखाई देंगे।
उपाय: जरूरतमंद छात्रों को स्टेशनरी का सामान दान करें।
कन्या राशि
कन्या राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह आपके चौथे भाव और सातवें भाव के स्वामी हैं जो अब 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपकेआठवें भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। कुंडली में आठवां भाव लंबी उम्र, अचानक से होने वाली घटनाओं और गूढ़ विज्ञान का भाव होता है। इसके परिणामस्वरूप, बृहस्पर मेष राशि में मार्गी होकर कन्या राशि के उन जातकों को राहत प्रदान करेंगे जिन्हें अपने घरेलू और शादीशुदा जीवन में समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा था। कन्या राशि के पुरुषों को अपनी मां और पत्नी के बीच चलने वाली तकरार से मुक्ति मिलेगी। यदि आपकी माता या पत्नी का स्वास्थ्य थोड़ा ख़राब चल रहा है, तो गुरु के मार्गी अवस्था में आते ही उनके स्वास्थ्य में भी सुधार देखने को मिलेगा। कन्या राशि के जातक जो विवाह के बंधन में बंधने के लिए योग्य जीवनसाथी की तलाश कर रहे हैं, उन्हें इस अवधि में अच्छा पार्टनर तो मिल जाएगा, लेकिन हो सकता है वह आपको लेकर कोई महत्वपूर्ण फैसला लेने की स्थिति में न हो इसलिए आपके लिए बेहतर होगा कि इस बात को फ़िलहाल अपने तक ही रखें। आठवें भाव में गुरु ग्रह की मौजूदगी आपके जीवन में अनिश्चितताओं को बढ़ाने का काम कर सकती है। लेकिन, सकारात्मक पक्ष की बात करें, तो यह समय उन लोगों के लिए अनुकूल रहेगा जिनकी रुचि गूढ़ विज्ञान में हैं।
वहीं, बृहस्पति देव की दृष्टि आठवें भाव से आपके बारहवें भाव, दूसरे भाव और चौथे भाव पर पड़ रही होगी। गुरु ग्रह की पांचवीं दृष्टि आपके बारहवें भाव पर होगी जो दर्शाती है कि आपको या फिर परिवार में किसी व्यक्ति को स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिसके चलते आपके मेडिकल पर होने वाले खर्चें बढ़ सकते हैं। ऐसे में, आपको सलाह दी जाती है कि बृहस्पति मेष राशि में मार्गी के दौरान इन जातकों को अपनी सेहत के साथ-साथ परिवार के सदस्यों का भी ख्याल रखना होगा और उनके स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहना होगा। वहीं, बृहस्पति देव की सातवीं दृष्टि आपके दूसरे भाव पर पड़ रही होगी और यह आपके बैंक-बैलेंस तथा बचत में वृद्धि करने का काम करेगी। इसी प्रकार, जब गुरु अपनी नौवीं दृष्टि से आपके चौथे भाव को देखेंगे उस समय घर-परिवार का माहौल अच्छा बना रहेगा और घरेलू जीवन भी उत्तम रहने की संभावना है। इस अवधि में आपके लिए नया घर, नया वाहन या कोई संपत्ति खरीदने के भी योग बनेंगे।
उपाय: घर पर सत्यनारायण पूजा करें या कोई धार्मिक कार्य करें।
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तुला राशि
तुला राशि के जातकों के लिए गुरु ग्रह को आपके तीसरे और छठे भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके सातवें भाव में मार्गी हो जाएंगे। कुंडली में सातवां भाव विवाह और पार्टनरशिप आदि को दर्शाता है। हालांकि, तुला राशि वालों के लिए बृहस्पति को मित्र ग्रह नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह आपके लग्न भाव के स्वामी शुक्र के प्रति शत्रुता के भाव रखते हैं। ऐसे में, बृहस्पति मेष राशि में मार्गी हो रहे हैं जो कि आपके लिए फलदायी नहीं रहने की आशंका है। लेकिन, फिर भी गुरु ग्रह की मार्गी चाल को इतना बुरा भी नहीं कहा जा सकता है क्योंकि यह आपको उन समस्याओं से राहत दिलाएंगे जिनका सामना आपको वैवाहिक जीवन या बिज़नेस पार्टनरशिप में करना पड़ रहा था। इस राशि के जिन जातकों का तलाक का मुकदमा चल रहा है, लेकिन बृहस्पति के वक्री होने के कारण उनके केस का कोई फैसला नहीं आ पा रहा था, तो अब आप रिश्ते को लेकर सही निर्णय लेने में सक्षम होंगे। साथ ही, संचार कौशल और आत्मविश्वास से जुड़ी हर तरह की समस्या अब दूर होगी।
अगर बात करें बृहस्पति की दृष्टि की, तो गुरु ग्रह की दृष्टि आपके सातवें भाव से ग्यारहवें भाव, पहले भाव और तीसरे भाव पर पड़ रही होगी। हालांकि, बृहस्पति की दृष्टि आपके ग्यारहवें भाव पर होगी जो कि धन से जुड़े मामलों और निवेश आदि के लिए अच्छी रहेगी। लेकिन, बृहस्पति होंगे और ऐसे में, आपको पैसे उधार देने-लेने या पैसों से जुड़ा कोई भी जोखिम उठाने से बचना होगा क्योंकि यह आपके छठे भाव के स्वामी भी हैं। इसी क्रम में, लग्न भाव पर गुरु ग्रह की दृष्टि आपकी सेहत के लिए अनुकूल नहीं रहने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, यह आपको वजन बढ़ने, मोटापा, डायबिटीज या लीवर से जुड़ा रोग जैसी स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकते हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। अगर सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, यह आपको एक परिपक्व इंसान बनाएगा। वहीं, तीसरे भाव पर गुरु ग्रह की दृष्टि आपके बातचीत करने के तरीके को प्रभावशाली बनाएगी और आत्मविश्वास बेहतर होगा। इस अवधि में इन जातकों को अपने छोटे भाई-बहन का प्यार और हर कदम पर उनका साथ भी मिलेगा।
उपाय: गुरुवार के दिन पुजारी को बूंदी के लड्डू दें।
वृश्चिक राशि
वृश्चिक राशि के जातकों की कुंडली में बृहस्पति देव दूसरे और पांचवें भाव के स्वामी हैं जो 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके शत्रु, स्वास्थ्य, प्रतियोगिता और मामा के भाव यानी कि छठे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर वृश्चिक राशि वालों को मिले-जुले परिणाम दे सकते हैं। अगर आप धन और परिवार से जुड़ी समस्याओं का सामना कर रहे है, तो गुरु ग्रह की मार्गी चाल आपको उनसे राहत दिलाएगी। वृश्चिक राशि के उन छात्रों के लिए भी यह अवधि फलदायी साबित होगी जिन्हें पढ़ाई में समस्याओं से दो-चार होना पड़ रहा था। इसके विपरीत, जो छात्र प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं उनके लिए बृहस्पति मेष राशि में मार्गी की अवधि विशेष रूप से अच्छी कही जाएगी। इस राशि के जातकों का प्रेम जीवन प्यार से भरा रहेगा। वहीं, वृश्चिक राशि के विवाहित जातक जो अपने परिवार को बढ़ाना चाहते हैं लेकिन किसी स्वास्थ्य संबंधित समस्या या किसी दूसरी परेशानी की वजह से गर्भधारण नहीं कर पा रही थी, उन्हें अब शुभ समाचार सुनने को मिल सकता है। हालांकि, यह ख़ुशख़बरी थोड़ी बहुत समस्याओं के साथ आएगी।
बात करें बृहस्पति की दृष्टि की, तो गुरु ग्रह आपके छठे भाव में बैठकर आपके दसवें भाव, बारहवें भाव और दूसरे भाव को देख रहे होंगे। बृहस्पति की पांचवीं दृष्टि आपके दसवें भाव पर पड़ रही होगी जो कि पेशेवर जीवन के लिए अच्छी रहेगी, विशेष रूप से उनके लिए जिनका संबंध सेवा क्षेत्र से है। वहीं, गुरु ग्रह की सातवीं दृष्टि आपके बारहवें भाव पर होगी और यह आपके मेडिकल पर होने वाले खर्चों में बढ़ोतरी करवा सकती है या फिर काम के सिलसिले में आपके विदेश जाने के भी अवसर मिल सकते हैं। साथ ही, आपके दूसरे भाव पर बृहस्पति की नौवीं दृष्टि बचत और बैंक-बैलेंस में बढ़ोतरी करवाने का काम करेगी। इसके अलावा, परिवार के सदस्यों के साथ भी आपके रिश्ते प्रेम पूर्ण बनेंगे।
उपाय: प्रतिदिन 108 बार बृहस्पति ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि
धनु राशि वालों के लिए बृहस्पति ग्रह आपके लग्न भाव और चौथे भाव के स्वामी हैं और अब यह 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके शिक्षा, प्रेम संबंध, और बच्चों के भाव यानी कि पांचवें भाव में मार्गी हो रहे हैं। धनु राशि के जातकों के जीवन में बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर राहत प्रदान करेंगे। यदि आपको स्वास्थ्य, आत्मविश्वास और व्यक्तित्व से संबंधित समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, तो अब उनका अंत हो जाएगा। साथ ही, पारिवारिक जीवन में कोई विवाद या माता के साथ चल रहे मतभेद दूर हो जाएंगे। धनु राशि के जो छात्र पढ़ाई में परेशानी का अनुभव कर रहे थे, बृहस्पति के मार्गी होने से उनका प्रदर्शन पढ़ाई में अच्छा रहेगा। इसके अलावा, प्रेम जीवन में भी प्रेम बढ़ेगा और जिन माता-पिता को संतान की वजह से समस्याओं को झेलना पड़ रहा था अब उनका अंत होगा।
बृहस्पति मेष राशि में मार्गी के दौरान गुरु ग्रह की दृष्टि पांचवें भाव से आपके नौवें भाव, ग्यारहवें भाव और लग्न भाव पर पड़ रही होगी। ऐसे में, बृहस्पति की पांचवीं दृष्टि आपके नौवें भाव पर होगी और इस वजह से आपको पिता या पिता तुल्य व्यक्ति का प्यार मिलेगा। साथ ही, वह हर कदम पर आपका साथ देंगे। इस अवधि में आपका झुकाव अध्यात्म के प्रति होगा और आप धर्म-कर्म के कार्यों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते हुए दिखाई देंगे। यह जातक बच्चों के लिए घर पर ही किसी तरह के धार्मिक समारोह का आयोजन कर सकते हैं या फिर ऐसा कोई समारोह जैसे पूजा आदि करने की योजना बना सकते हैं। इनकी सातवीं दृष्टि आपके ग्यारहवें भाव पर होगी और इसके फलस्वरूप, आपको निवेश के बेहतर अवसर मिलेंगे और यह जातक अपने आत्मविश्वास के बल पर लाभ कमाने में भी सक्षम होंगे। इसके अलावा, लग्न भाव पर बृहस्पति की नौवीं दृष्टि पड़ रही होगी जो कि आपके स्वास्थ्य और व्यक्तित्व दोनों को अच्छा बनाने का काम करेगी। साथ ही, इन जातकों के आत्मविश्वास में बढ़ोतरी होगी और आपमें परिपक्वता भी देखने को मिलेगी।
उपाय: गुरुवार के दिन अपनी तर्जनी उंगली में सोने की अंगूठी में पुखराज जड़वाकर धारण करें।
मकर राशि
मकर राशि वालों की कुंडली में बृहस्पति देव को बारहवें भाव और तीसरे भाव का स्वामित्व प्राप्त है। अब 31 दिसंबर 2023 को यह मेष राशि में और आपके चौथे भाव में मार्गी हो रहे हैं। कुंडली में चौथा भाव पारिवारिक माहौल, माता, भूमि, घर और वाहन आदि का प्रतिनिधित्व करता है। आपको बता दें कि बृहस्पति मार्गी होकर मकर राशि वालों को मिले-जुले परिणाम प्रदान करेंगे। ऐसे में, यह आपके खर्चे बढ़ाने या फिर आपको नुकसान करवाने का काम कर सकते हैं। लेकिन, जैसे कि हम जानते हैं कि गुरु एक लाभकारी ग्रह है और इस स्थिति में यह आपके खर्चों को बढ़ा सकते हैं, लेकिन यह खर्चे अच्छे कामों में हो सकते हैं जैसे कि घर बनवाना, वाहन लेना या संपत्ति खरीदना आदि। साथ ही, आप किसी छोटी दूरी की यात्रा या फिर विदेश यात्रा पर धन खर्च करते हुए दिखाई दे सकते हैं। इस अवधि में आप अपनी रुचियों पर पैसा खर्च करते हुए नज़र आ सकते है या फिर अपनी क्षमताओं में निखार लाने का काम कर सकते हैं। अगर छोटे भाई-बहनों के साथ आपका कोई विवाद चल रहा था, तो बृहस्पति मेष राशि में मार्गी की अवधि में वह दूर हो जाएगा।
बात करें गुरु ग्रह की दृष्टि की, तो चौथे भाव में बैठ कर बृहस्पति की दृष्टि आपके आठवें भाव, दसवें भाव और बारहवें भाव पर पड़ रही होगी। ऐसे में, मकर राशि के जातकों के लिए गुरु की पांचवीं दृष्टि आठवें भाव पर होने से यह आपके जीवन में अनिश्चितता लाने का काम कर सकती है इसलिए आपको बाहर आते-जाते समय या वाहन चलाते समय सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। साथ ही, यह अवधि उन लोगों के लिए भी फलदायी रहेगी जिनकी रुचि गूढ़ विज्ञान जैसे ज्योतिष आदि में हैं, वह अब इसे सीखने की दिशा में कदम बढ़ा सकते हैं। वहीं, गुरु अपनी सातवीं दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे होंगे और इसके परिणामस्वरूप, यह आपको पेशेवर जीवन में तरक्की देने का काम करेंगे। साथ ही, कुछ बेहतरीन अवसर भी प्रदान करेंगे। दूसरी तरफ, यह अपनी नौवीं दृष्टि से आपके बारहवें भाव को देखेंगे और फलस्वरूप,, आपके खर्चों में बढ़ोतरी हो सकती है। हालांकि, इस अवधि को उन लोगों के लिए फलदायी कहा जाएगा जो विदेश कंपनियों, एमएनसी या अस्पताल आदि में काम करते हैं। काम के सिलसिले में आपको विदेश यात्रा पर जाने का भी अवसर मिल सकता है।
उपाय: गुरुवार के दिन केले के पेड़ की पूजा करें और उस पर जल चढ़ाएं।
कुंभ राशि
कुंभ राशि वालों के लिए बृहस्पति महाराज आपके ग्यारहवें और दूसरे भाव के स्वामी हैं जो कि 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके तीसरे भाव में मार्गी होने जा रहे हैं। कुंडली में तीसरा भाव साहस, भाई-बहन और छोटी दूरी की यात्राओं आदि का प्रतीक माना जाता है। ऐसे में, कुंभ राशि के जातकों के लिए बृहस्पति मेष राशि में मार्गी होकर आपको आर्थिक रूप से फायदा पहुंचाने का काम कर सकते हैं अर्थात आपकी आर्थिक स्थिति के लिए गुरु ग्रह की मार्गी चाल फलदायी कही जाएगी क्योंकि बृहस्पति आपके वित्तीय भाव को नियंत्रित करते हैं इसलिए पैसों से जुड़े मामलों का नियंत्रण गुरु ग्रह के हाथ में होगा। इसके परिणामस्वरूप, आप धन से संबंधित जिन भी समस्याओं जैसे तंगी, खर्चों में बढ़ोतरी या नुकसान आदि का सामना कर रहे हैं, तो अब आपको उनसे मुक्ति मिल जाएगी। इस अवधि में आप आर्थिक प्रवाह में सकारात्मक रूप से वृद्धि की उम्मीद कर सकते हैं। यदि धन के संबंध में छोटे भाई-बहनों या चचेरे भाई के साथ आपके मतभेद चल रहे थे, तो वह अब दूर होंगे। कुंभ राशि वालों ने अपनी क्षमताओं और कौशलों में सुधार लाने की दृष्टि से जो धन निवेश किया था, तो बृहस्पति मार्गी के दौरान आपको उनसे अच्छा लाभ प्राप्त होगा।
तीसरे भाव से बृहस्पति देव की दृष्टि आपके सातवें भाव, नौवें भाव और ग्यारहवें भाव पर पड़ रही होगी। हालांकि, गुरु ग्रह की पांचवी दृष्टि आपके सातवें भाव पर होगी और यह आपके वैवाहिक जीवन के लिए अनुकूल रहने की संभावना है। इस राशि के अविवाहित जातकों के विवाह के योग बनेंगे। बृहस्पति की सातवीं दृष्टि आपके नौवें भाव पर होने से आपकी रुचि अध्यात्म के प्रति बढ़ेगी और धार्मिक गतिविधियों में आप शामिल हो सकते हैं। साथ ही, गुरु की सातवीं दृष्टि आपके नौवें भाव पर होगी और इनकी दृष्टि के प्रभाव से आपका भाग्य मज़बूत होगा और आपको पिता, मेंटर या गुरु का सहयोग प्राप्त होगा। इस दौरान आप छोटे भाई-बहनों के साथ किसी तीर्थयात्रा की यात्रा पर जाने की योजना बना सकते हैं। बृहस्पति अपनी नौवीं दृष्टि से आपके ग्यारहवें भाव को देखेंगे और यह धन से संबंधित मामलों तथा निवेश के लिए काफ़ी अच्छी कही जाएगी। इस दौरान आप कई बेहतरीन आर्थिक फैसले लेते हुए नज़र आएंगे। साथ ही, इन जातकों को अपने बड़े भाई-बहन और मामा का भी सहयोग मिलेगा।
उपाय: यदि संभव हो, तो गुरुवार का व्रत करें।
मीन राशि
मीन राशि वालों के लिए गुरु ग्रह आपके दसवें भाव और लग्न भाव के स्वामी हैं। अब बृहस्पति महाराज 31 दिसंबर 2023 को मेष राशि में और आपके दूसरे भाव यानी कि वाणी, बचत एवं परिवार आदि के भाव में मार्गी हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, मीन राशि के जातकों के लिए बृहस्पति मेष राशि में मार्गी की स्थिति को अच्छा कहा जाएगा क्योंकि यह आपके लग्न भाव के स्वामी हैं जो कि आपके स्वास्थ्य को बेहतर बनाने का काम करेंगे। यह खाने-पीने की गलत आदतों की वजह से होने वाली समस्याओं जैसे वजन में बढ़ोतरी, खानपान संबंधित परेशानियां आदि को दूर करने में आपकी सहायता करेंगे। साथ ही, दसवें भाव के स्वामी होने के नाते आपके पेशेवर जीवन में चल रही बाधाओं को दूर करेंगे और आपको सभी तरह के कष्टों से मुक्ति दिलाएंगे जिनका सामना आपको संचार कौशल की वजह से करना पड़ रहा था। साथ ही, घर-परिवार में चल रही परेशानियों का भी अब समाधान होगा और आपके बैंक-बैलेंस के साथ-साथ बचत में भी बढ़ोतरी होगी।
वहीं, दूसरे भाव में बैठे गुरु ग्रह की दृष्टि आपके छठे भाव, आठवें भाव और दसवें भाव पर होगी। सकारात्मक पक्ष की बात करें तो, बृहस्पति की पांचवीं दृष्टि आपके छठे भाव पर होगी जो कि अनुकूल साबित होगी, विशेष रूप से उन जातकों के लिए जो सरकारी नौकरी या सर्विस सेक्टर की तैयारी कर रहे हैं। लेकिन, इस अवधि में यह आपको फैटी लीवर, डायबिटीज या हार्मोन से जुड़े रोग आदि स्वास्थ्य समस्याएं देने का काम कर सकते हैं इसलिए आपको अपनी सेहत का ध्यान रखने की सलाह दी जाती है। गुरु अपनी सातवीं दृष्टि से आपके आठवें भाव को देखेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपके जीवन में अनिश्चितताओं में बढ़ोतरी देखने को मिल सकती हैं। लेकिन, इसी समय में पार्टनर के साथ आपकी संयुक्त संपत्ति में भी वृद्धि होगी। यह अवधि मीन राशि के उन जातकों के लिए फलदायी रहेगी जिनकी रुचि गूढ़ विज्ञान में हैं या जो इसे सीख रहे हैं। इसके अलावा, बृहस्पति देव अपनी नौवीं दृष्टि से आपके दसवें भाव को देख रहे होंगे और फलस्वरूप, यह आपको कार्यक्षेत्र के संबंध में कई सुनहरे अवसर प्रदान करेंगे, विशेष रूप से उन जातकों को जो टीचर्स, प्रोफेसर, वित्त से जुड़े लोगों, राजनीतिज्ञों और कॉउंसरलोर आदि हैं।
उपाय: पीले रंग के कपड़े अधिक पहनने का प्रयास करें। यदि यह संभव न हो, तो पीले रंग का रुमाल अपने पास रखें।
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