बुध कन्या राशि में मार्गी (02 अक्टूबर 2022)
एस्ट्रोसेज के लेख में आपको बुध कन्या राशि में मार्गी (02 अक्टूबर 2022) से संबंधित सभी जानकारियां प्राप्त होंगी जैसे कि किसी ग्रह का मार्गी होना क्या होता है? बुध कन्या राशि में मार्गी कब होंगे? सभी 12 राशियों पर इसका क्या असर देखने को मिलेगा? साथ ही आपको जानकारी मिलेगी कि मार्गी बुध के नकारात्मक प्रभावों को कम करने के लिए उपाय किए जाने चाहिए। जो हमारे विद्वान ज्योतिषियों द्वारा बुध ग्रह की अवस्था, स्थिति, चाल और जातक की दशा का विश्लेषण कर प्रदान किए गए हैं।
बुध कन्या राशि में मार्गी (02 अक्टूबर 2022) होते हुए हर जातक के जीवन में किसी न किसी रूप से प्रभाव ज़रूर डालेंगे। परंतु उससे पहले आइये आपको ये बताते हैं कि आखिर बुध के किसी राशि में मार्गी होने का अर्थ असल में होता क्या है।
ज्योतिष में "मार्गी" शब्द एक ग्रह की गति को दर्शाता है जब वो ग्रह अपनी वक्री गति से मार्गी अवस्था में आकर सामान्य रूप से आगे की ओर बढ़ना शुरू कर देता है। मार्गी अवस्था वक्री अवस्था के विपरीत होती है और इससे ये ज्ञात होता है कि ग्रह अब अपनी सामान्य गतिविधियों को अंजाम दे रहे हैं और इस दौरान ग्रह की ऊर्जा को बाहरी रूप से भी महसूस किया जा सकता है। इसलिए बुध की मार्गी स्थिति व्यक्ति का दूसरों के साथ संचार को उत्तेजित करने का कार्य करती है।
वैदिक शास्त्रों में ये भी माना गया है कि जब कोई ग्रह वक्री से मार्गी दिशा में अपनी गति बदलता है तो पृथ्वी से देखने पर ऐसा प्रतीत होता है कि वे कुछ अवधि के लिए उसी स्थान पर यात्रा करना बंद कर देता है। इस स्थिति में वो ग्रह प्रत्यक्ष रूप से सीधी चाल चलने की तैयारी करता हुआ नज़र आता है।
बुध कन्या राशि में मार्गी: तिथि व समय
बुध कन्या राशि में मार्गी 2 अक्टूबर 2022 रविवार को दोपहर 2 बजकर 03 मिनट पर हो जाएंगे। इस दौरान बुद्धि के देवता अपनी स्वराशि कन्या राशि में जा रहे हैं। ज्योतिष में चंद्रमा के बाद बुध को ही सबसे छोटा और सबसे तेज गति से चलने वाला ग्रह बताया गया है। यह भी चंद्रमा की तरह बेहद संवेदनशील है। अत: वक्री अवस्था में होने का बुध पर प्रभाव अधिक पड़ता है।
इस स्थिति में बुध का कारक तत्व प्रभावित होता है और इस कारण वे जातकों के जीवन में कुछ प्रतिकूल परिस्थितियों को जन्म भी दे सकता है। फलस्वरूप इसके प्रभाव से जातक को अपने संचार में संघर्ष और भ्रम, महत्वपूर्ण लोगों द्वारा उनकी बात को गलत समझे जाना या नैतिक रूप से गलत भाषण की स्थिति, मीडिया में बहुत अधिक हलचल, शेयर बाजार में अचानक उतार-चढ़ाव की स्थिति, व्यापार में रुकावटें आदि चुनौतियों से दो-चार होना पड़ता है। लेकिन अब बुध की मार्गी अवस्था से जातकों को वक्री बुध की चुनौतीपूर्ण स्थिति से बड़ी राहत मिलने के योग बनेंगे।
परंतु जातक के लिए स्पष्ट रूप से बुध के स्थान परिवर्तन का प्रभाव पूरी तरह उसकी जन्म कुंडली में मौजूद बुध की स्थिति और बुध की दशा पर ही निर्भर करेगा।
बुध कन्या राशि में मार्गी होकर आपके जीवन को कैसे प्रभावित करेंगे ये जानने के लिए पढ़ें हमारा यह विशेष लेख।
Read in English: Mercury Being Direct in Virgo (02 October 2022)
मेष
मेष राशि के जातकों की कुंडली में बुध उनके तीसरे व छठे भाव का स्वामी हैं और इस दौरान वे आपके छठे भाव यानी कि दैनिक आमदनी, कर्ज़ और शत्रु के भाव में ही स्थित होंगे। ऐसे में बुध के मार्गी होने से मेष राशि के जातक स्वास्थ्य जीवन में खुद में अधिक नई सकारात्मकता महसूस करेंगे। इस दौरान वक्री बुध के कारण आप सेहत से जुड़ी जिस चुनौतीपूर्ण स्थिति का सामना कर रहे थे, उससे आपको काफी हद तक मुक्ति मिलेगी।
खासतौर पर वो जातक जो लंबे समय से किसी बीमारी से पीड़ित थे, उन्हें बुध देव पुनः अच्छे परिणाम देने के योग बनाएंगे और इससे उन्हें अपनी सेहत में अच्छा बदलाव देखने को मिलेगा। हालांकि इसके लिए अपना उचित इलाज कराना भी आपके लिए बेहद आवश्यक रहने वाला है। वो लोग जो डेटा व्याख्या, व्यापार, नेगोशिएशन व समझौता वार्ता, बैंकिंग आदि के क्षेत्र से जुड़ा कार्य करते हैं और उन्हें वक्री बुध के कारण जो भी तकनीकी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा था, बुध के मार्गी होने से वे अपनी सभी समस्याओं से निजात पाने में सफल रहेंगे। वहीं इस राशि के छात्रों की बात करें तो परीक्षा की अपनी तैयारी से भ्रमित छात्र एक बार पुनः अपनी शिक्षा की ओर केंद्रित दिखाई देंगे। ऐसे में ये कहना गलत नहीं होगा कि बुध की ये स्थिति आपके स्वास्थ्य जीवन और शिक्षा के लिहाज़ से उत्तम रहने वाली है।
उपाय: गायों को प्रतिदिन हरा चारा खिलाएं।
वृषभ
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके द्वितीय व पंचम भाव के स्वामी होते हैं और अब वे आपकी राशि से पंचम भाव में स्थिति होंगे। कुंडली में इस भाव से हम जातक की शिक्षा, प्रेम संबंधों, बच्चों आदि का पता लगाते हैं। ऐसे में इस भाव में बुध का मार्गी होना आपके लिए अनुकूल रहेगा। वो छात्र जिन्हें अपनी शिक्षा में पिछले कुछ दिनों से जो भी समस्या आ रही थी, आपकी वो सभी बाधाएं समाप्त होंगी और आप इस अनुकूल अवधि का अच्छा उपयोग करते हुए अपना बेहतर प्रदर्शन दे सकेंगे। खासकर जनसंचार, लेखन, और कोई भी भाषा पाठ्यक्रम से जुड़े छात्रों के लिए बुध की मार्गी स्थिति शुभ रहेगी।
अब बात करें प्रेम संबंधों की तो प्रेमी जातक इस समय अपने और पार्टनर के बीच की सभी गलतफहमी और विवाद को दूर कर अपने रिश्ते में प्रेम व रोमांस की वृद्धि करने में सक्षम होंगे। साथ ही आपको अपने बीच के बेहतर संचार और स्पष्ट बातचीत के माध्यम से अपना ये संबंध और अधिक मजबूत करने में मदद मिलेगी। आर्थिक दृष्टि से भी यह समय सामान्य से अच्छा ही रहने वाला है। साथ ही करियर में भी आपको अपने कार्यस्थल पर पूर्व की मेहनत का लाभ मिलने की संभावना अधिक रहेगी।
बुध कन्या राशि में मार्गी होकर वृषभ राशि के जातकों के लिए बेहद ही शुभ परिस्थिति का निर्माण कर रहे हैं।
उपाय : जरूरतमंद बच्चों और विद्यार्थियों में शिक्षा की सामग्री दान करना आपके लिए लाभकारी सिद्ध होगा।
मिथुन
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध लग्न स्वामी होने के साथ-साथ उनके चतुर्थ भाव के स्वामी हैं और अब वे आपकी माता, घरेलू जीवन, गृह, वाहन, संपत्ति आदि के चतुर्थ भाव में ही स्थित हैं। इसलिए वक्री बुध के कारण आप अभी तक अपने घरेलू उपकरणों और वाहन से जुड़ी जो भी समस्याओं का सामना कर रहे थे, उससे आपको निजात मिलेगी। ऐसे में बुध कन्या राशि में मार्गी होकर आपके घर-परिवार को फिर से खुशियों से भर देंगे।
मिथुन राशि के वो जातक जो कोई संपत्ति या कोई वाहन खरीदने का सोच रहे थे, उसके लिए अवधि बहुत अनुकूल रहेगी। इसलिए वक्री बुध के कारण जिन योजनाओं को आपने अभी तक टाला हुआ था, आप उन्हें इस दौरान आगे बढ़ा सकते हैं। पारिवारिक जीवन में भी आपको अपनी मां का सहयोग मिलेगा और उनकी सेहत में भी सुधार होने से आप राहत की सांस ले सकेंगे। इसलिए उनके साथ क्वालिटी टाइम का आनंद लें और मां के साथ अपने बंधन को मजबूत करें। करियर में भी आप इस अवधि में कुछ नया सीख सकते हैं इसलिए इस अवसर का उचित लाभ उठाएं।
उपाय : प्रतिदिन तुलसी के पौधे की पूजा करें और उनके समक्ष एक दीपक जलाएं।
कर्क
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध उनके द्वादश और तृतीय भाव के स्वामी होते हैं। अब वर्तमान में वे आपकी राशि से तीसरे भाव में ही स्थित हैं। कुंडली में तीसरा भाव आपके भाई-बहनों, शौक, कम दूरी की यात्रा, संचार कौशल आदि का प्रतिनिधित्व करता है। ऐसे में अपने ही इस भाव में बुध के मार्गी होने से उन जातकों को अपने भाई-बहनों से अपने संबंधों में आ रही हर समस्या और गलतफहमी से निजात मिलेगी और वे भाई-बहनों का सहयोग भी हासिल करेंगे। इसके अलावा बुध के वक्री होने से कर्क राशि के कुछ जातकों की छोटी दूरी की यात्रा की योजना जो अभी तक अटकी हुई थी, उसमें भी मार्गी बुध सफलता देंगे और इस यात्रा के दौरान आप भाई-बहन के साथ कुछ गुणवत्तापूर्ण समय बिताते हुए अपने बीच के रिश्ते को और अधिक मजबूत करते दिखाई देंगे।
हालांकि लेखक, मीडिया हस्ती, अभिनेता, निर्देशक या बतौर एंकर व परामर्श संबंधी नौकरी में कार्यरत जातकों को जो पूर्व में कोई तकनीकी समस्या आ रही थी, वो भी अब दूर होगी। इससे आप अपने संचार और विचारों के माध्यम के बल पर अधिक प्रभावशाली ढंग से अपनी बात व सुझाव दूसरों के समक्ष प्रस्तुत करने में सफल रहेंगे।
उपाय : "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय" का प्रतिदिन 108 बार जाप करें।
सिंह
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध द्वितीय और एकादश दोनों ही भावों के स्वामी होते हैं। अब बुध इस दौरान परिवार, बचत और वाणी के दूसरे भाव में स्थित हैं, जो उनका स्वयं का भाव है। ऐसे में इस समय आपको जो वक्री बुध के कारण अपनी वाणी और संचार के माध्यम से नुकसान हुआ था, आप बुध के मार्गी होने से उसकी भरपाई कर सकेंगे। अपने तीव्र बुद्धि संचार कौशल से आप पूर्व में हुई गलत बातचीत को भी ठीक कर अपने परिवार में दूसरों के साथ अपने संबंधों में सुधार करते दिखाई देंगे।
वो जातक जो वित्त क्षेत्र में कार्यरत हैं उनके लिए यह अवधि विशेष उत्तम रहेगी। क्योंकि उनमें इस समय नए विचारों की अनुभूति होगी और इससे वे अपने लक्ष्यों को प्राप्त करने में पूरी तरह सक्षम होंगे। निजी जीवन में भी आपको अपने परिवार का सहयोग मिलेगा और परिस्थिति आपके लिए सुखद व आनंदमयी रहेंगी। वहीं अब बात करें आपके स्वास्थ्य की तो बुध कन्या राशि में मार्गी होकर आपको काफी ऊर्जावान और कार्यकुशल होने का वरदान देंगे।
उपाय : तुलसी के पौधे को रोज पानी दें और रोजाना तुलसी के एक पत्ते का भी सेवन करना आपके लिए शुभ रहेगा।
कन्या
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध उनके दशम और लग्नेश होते हैं। अब वे मार्गी होते हुए इस दौरान आपके लग्न में ही स्थित है। ऐसे में बुध की ये अवस्था आपके व्यक्तित्व में सकारात्मक बदलाव लेकर आएगी और इससे आप वक्री बुध के कारण जो भी स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं, चिड़चिड़ेपन और भ्रम की स्थिति में थे, उससे भी आपको मार्गी बुध काफी राहत देने वाले हैं। लग्न में बुध का उपस्थित होना आपके व्यक्तित्व को बहुत ही सुखद बना देगा, जिससे आप अपने भेष व रूप-रंग पर अधिक ध्यान देते दिखाई देंगे।
इसके अलावा यह वो समय होगा जब आपको अपने स्वास्थ्य और फिटनेस को गंभीरता से लेते हुए, अपनी ऊर्जा को अगले स्तर तक ले जाने की ज़रूरत होगी। ऐसे में अपनी तंत्रिका प्रणाली को जितना संभव हो आराम दें। इसके लिए आपको अपने स्वास्थ्य में सुधार के लिए प्रयासरत रहने की सलाह दी जाती है। क्योंकि ऐसा करके ही आपको सेहत में सकारात्मक परिणाम मिलने की संभावना बढ़ेगी। चूंकि बुध आपके कर्म यानी दशम भाव के स्वामी भी हैं और अब वे आपकी राशि में अपनी उच्च स्थिति में होंगे। इसके परिणामस्वरूप व्यापार से जुड़े जातकों के जीवन में सकारात्मकता आएगी और उन्हें हर प्रकार की कागजी कार्रवाई से जुड़ी समस्याओं से भी निजात मिल सकेगी।
इसके अलावा इस समय बुध आपके सप्तम भाव पर भी दृष्टि डाल रहे हैं। इसलिए यदि आपका अपने जीवनसाथी या बिजनेस पार्टनर के साथ किसी कारणवश कोई गलतफहमी या विवाद था तो उसे भी आप इस दौरान बुध देव की कृपा से पूरी तरह हल करने में सफल रहने वाले हैं।
उपाय : 5-6 कैरेट का पन्ना धारण करें। बुधवार के दिन इसे किसी पंचधातु या सोने की अंगूठी में धारण करना कन्या राशि के जातकों को शुभ फल देने के योग बनाएगा।
तुला
तुला राशि वाले जातकों के लिए बुध द्वादश और नवम भाव के स्वामी होते हैं। अब वर्तमान में वे मार्गी होते हुए आपके विदेशी भूमि, एकांत, अस्पताल, व्यय, मल्टीनेशनल कंपनी जैसी विदेशी कंपनियों के द्वादश भाव में स्थित होंगे। इससे पहले बुध आपके विदेशी भूमि और व्यय के बारहवें भाव में ही वक्री थे, इसलिए यदि आपको अपने द्वारा खरीदे गए नए गैजेट्स में कोई समस्या महसूस हो रही थी या अपने संचार उपकरणों या अन्य उपकरणों के कारण आपको नुकसान या हानि हो रही थी तो अब मार्गी बुध के बाद आप उससे निजात पाने में सक्षम होंगे।
साथ ही जो लोग किसी बहुराष्ट्रीय कंपनियों में काम कर रहे हैं या विदेश में अपना करियर बनाना चाहते हैं, उन्हें मार्गी बुध अच्छा लाभ देने के योग बनाएंगे। साथ ही जो लोग आयात-निर्यात से जुड़ा व्यापार करते हैं, वे भी अपने व्यवसाय से अनुकूल अवसर का लाभ उठाते हुए अपनी आमदनी में वृद्धि कर सकते हैं। चूंकि बारहवां भाव खर्च और हानि का भी भाव होता है इसलिए बुध इस अवधि में आपके खर्च या नुकसान को कुछ हद तक बढ़ा सकते हैं। इसके चलते आपको शुरुआत से ही अपने खर्चों और हानि के प्रति सावधान रहने की सलाह दी जाती है।
उपाय : घर की महिलाओं जैसे अपनी बहन, मौसी, चाची, बुआ, मां का सम्मान करें और अपनी बेटी और छोटी कन्याओं की भी देखभाल करें।
वृश्चिक
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध उनके एकादश व अष्टम भाव पर शासन करते हैं और अब वे सीधे आपके एकादश भाव में मार्गी हो रहे हैं। कुंडली में एकादश भाव वित्तीय लाभ, इच्छा, बड़े भाई-बहन, पैतृक आदि का प्रतीक होता है। ऐसे में बुध का अपने ही एकादश भाव में मार्गी होना वृश्चिक राशि के जातकों को आर्थिक लाभ देने के साथ-साथ उनकी सामाजिक प्रतिष्ठा में वृद्धि करेगा। इसके अलावा पिछले कुछ दिनों में आपके जीवन में जो अनिश्चितताएं बढ़ी थी, वे अब पूरी तरह समाप्त हो जाएंगी। क्योंकि ये अवधि इच्छाओं की पूर्ति करने में आपकी मदद करेगी।
ये समय वृश्चिक राशि के जातकों को अपने बड़े भाई और चाचा का सहयोग भी देने के योग बनाएगा। साथ ही ये वो अवधि होगी जब आप अपना रुका हुआ धन वापस हासिल करने में सक्षम होंगे। निजी जीवन में भी परिस्थितियां आपके लिए सुखद रहेंगी और इस दौरान आप अपने दोस्तों के साथ अधिक जुड़ाव महसूस करते हुए, उनके साथ समय व्यतीत करेंगे। कुल मिलाकर ये कहा जा सकता है कि बुध कन्या राशि में मार्गी होकर वृश्चिक राशि के जातकों को शुभ फल प्रदान करेंगे।
उपाय : अपने बड़े भाई या भाई समान व्यक्ति को कोई हरी रंग की वस्तु उपहार में भेंट दें।
धनु
धनु राशि के जातकों के लिए बुध उनके सप्तम और दशम भाव के स्वामी होते हैं। अब वर्तमान में 2 अक्टूबर को बुध आपके करियर, नाम और प्रसिद्धि के दशम भाव में मार्गी होंगे। ऐसे में बुध की इस स्थिति के दौरान आप अपने करियर में आगे बढ़ने और अपना कुछ नया कार्य शुरू करने के लिए नई सकारात्मक ऊर्जा से भरपूर नज़र आएंगे। क्योंकि आपकी राशि में बुध की ये अवस्था आपको कार्यक्षेत्र पर बहुत लाभ देने के योग बनाएगी।
इस दौरान आपको कार्यस्थल पर अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों से भी प्रोत्साहन व सहायता मिलेगी। बात करें आपके निजी जीवन की तो इस समय बुध आपकी मां, घरेलू सुख आदि के चतुर्थ भाव पर भी दृष्टि डालेंगे। इसके परिणामस्वरूप आप अपनी मां का पूरा सहयोग प्राप्त करेंगे। साथ ही इस समय घर-परिवार का वातावरण भी शांत व अनुकूल दिखाई देगा। कुल मिलाकर कहें तो धनु राशि के जातकों को इस शुभ समय का लाभ अपने करियर में उठाने की सलाह दी जाती है।
उपाय : अपनी बहन को कोई उपहार भेट दें और अपने व्यवसाय में निष्पक्ष रहकर कार्य करना ही आपके लिए उत्तम रहेगा।
मकर
मकर राशि के जातकों के लिए बुध उनके छठे और नवम भाव के स्वामी हैं। अब बुध आपकी राशि के नवम भाव में ही मार्गी होने वाले हैं। कुंडली का ये भाव धर्म, पिता, लंबी दूरी की यात्रा, तीर्थ स्थल, भाग्य आदि का भाव होता है। ऐसे में मकर राशि के जातकों को बुध की ये स्थिति भाग्य का साथ देने वाली है। क्योंकि आपके भाग्य के स्वामी इस समय अपने ही घर में विराजमान होंगे।
निजी जीवन में भी बुध आपके पिता की छवि में सुधार करेंगे। परंतु बावजूद इसके बुध के कारण आपके पिता को स्वास्थ्य संबंधित कुछ समस्याएं भी उत्पन्न होने की आशंका है। क्योंकि इस समय आपके पिता को कोई रोग हो सकता है। साथ ही इस अवधि में आपका किसी धार्मिक स्थल की ओर झुकाव बढ़ सकता है और इस कारण आप किसी तीर्थ यात्रा पर जाने की योजना भी बनाते दिखाई देंगे। वहीं इस समय आपको सलाह दी जाती है कि अपने गुरु, पिता या पिता स्वरूप व्यक्तियों का आशीर्वाद ज़रूर लें।
उपाय : हरी घास, साबुत मूंग और पालक का दान करें।
कुंभ
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध उनके पंचम व अष्टम भाव के स्वामी होते हैं और अब बुध इस दौरान आपके अष्टम भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। कुंडली में अष्टम भाव दीर्घायु, अचानक होने वाली घटनाओं, गोपनीयता, आदि का भाव होता है। ऐसे में बुध के इस भाव में जब वक्री होने से आपके जीवन में काफी चुनौतीपूर्ण स्थितियों का जन्म हुआ था। परन्तु अब इसी भाव में बुध की मार्गी स्थिति आपके जीवन में अचानक होने वाली घटनाओं और मानसिक बेचैनी से आपको राहत दिलाने के योग बनाएगी।
परंतु बावजूद इसके आपको अपने स्वास्थ्य के प्रति सावधान रहते हुए उसका अधिक ध्यान रखना होगा। इसके लिए स्वस्थ खानपान लें और अच्छी स्वच्छता बनाए रखने की भी आपको सलाह दी जाती है। अन्यथा आपकी किसी लापरवाही के कारण आपको त्वचा संबंधी समस्याएं होने की आशंका रहेगी। साथ ही इस समय कुछ जातकों को पीठ और हाथों में दर्द की समस्या भी संभव है। हालांकि बुध की ये मार्गी गति उन छात्रों को उत्तम परिणाम देगी जो शोध/पीएचडी के क्षेत्र में हैं। क्योंकि इस अवधि के दौरान वे अपनी शिक्षा की ओर अधिक केंद्रित होते हुए अपना अच्छा प्रदर्शन देने में सफल रहेंगे।
उपाय : किन्नरों का सम्मान करें और संभव हो तो उन्हें हरे रंग के कपड़े भेट करें।
मीन
मीन राशि के जातकों के लिए बुध उनके चतुर्थ और सप्तम के स्वामी होते हैं। अब वे इस दौरान आपकी राशि से विवाह, जीवनसाथी और व्यापार के साझेदारी के सप्तम भाव में ही मार्गी हो रहे हैं। ऐसे में बुध की ये स्थिति मीन राशि के लिए व्यक्तिगत और व्यावसायिक दोनों ही क्षेत्रों के लिए सामान्य से अधिक लाभकारी रहेगी। क्योंकि इस दौरान आप अपने करियर में तो तरक्की करेंगे। साथ ही व्यक्तिगत जीवन में भी आप खुश नज़र आएंगे।
ऐसे में वो जातक जो पिछले कुछ समय से किसी कारणवश तनावग्रस्त और चिंतित थे, उन्हें इस समय अपनी सारी चिंताओं से निजात मिलने वाली है। क्योंकि बुध कन्या राशि में मार्गी होकर आपके मानसिक स्वास्थ्य और सेहत के लिए अनुकूल साबित होंगे। इसके लिए आपको खुद भी इस समय का लाभ उठाते हुए अपने दिमाग को शांत करने और अपनी तंत्रिका प्रणाली को आराम देने के लिए ध्यान व अभ्यास करने की सलाह दी जाती है।
उपाय : अपने पार्टनर को फूल या घर के अंदर लगाए जाने वाले पौधे उपहार में देना आपके लिए लाभकारी रहेगा।
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