वैदिक ज्योतिष में शुक्र ग्रह को भोग, विलासिता और ऐश्वर्य का कारक माना जाता है जो अब 28 अप्रैल 2024 की सुबह 07 बजकर 27 मिनट पर मेष राशि में अस्त होने जा रहे हैं। एस्ट्रोसेज का यह आर्टिकल आपको शुक्र मेष राशि में अस्त के बारे में समस्त जानकारी प्रदान करेगा। साथ ही, शुक्र की अस्त अवस्था सभी राशियों के जीवन को कैसे प्रभावित करेगी, इससे भी हम आपको अवगत करवाएंगे। साथ ही, हम उन सरल उपायों के बारे में बात करेंगे जिनकी मदद से आप शुक्र अस्त के प्रभावों को कम कर सकते हैं। तो चलिए शुरुआत करते हैं इस आर्टिकल की।
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शुक्र को स्त्री ग्रह माना जाता है जो प्रेम, सौंदर्य और आनंद का कारक ग्रह है। ज्योतिष के क्षेत्र में भी यह इन्हीं क्षेत्रों का प्रतिनिधित्व करते हैं। इनका शासन धन, आसपास की सुंदरता या साज-सज्जा और लक्ज़री वस्तुओं आदि पर भी है। हालांकि, शुक्र ग्रह मुख्य रूप से किसी व्यक्ति के जीवन में प्रेम या रोमांस करने के तरीके को दर्शाते हैं जैसे कि हम अपनी भावनाओं या प्रेम का इज़हार कैसे करते हैं और रिश्ते को किस तरह आगे लेकर जाते हैं। ऐसे में, यदि आपका स्वामी ग्रह शुक्र हैं, तो आपका जीवन प्रेम और स्नेह से पूर्ण होगा।
वैदिक ज्योतिष में शुक्र को ख़ुशियों, लक्ज़री और आनंद का ग्रह माना जाता है। यह विवाह और अन्य मांगलिक कार्यक्रमों के प्रतीक माने जाते हैं। जिन जातकों की कुंडली में शुक्र मज़बूत होता है, वह अपने जीवनसाथी के साथ एक खुशहाल जीवन जीने में सक्षम होते हैं। ऐसे लोगों को घूमने-फिरने का बहुत शौक़ होता है और अक्सर, यह अपनी जीवनशैली में बार-बार बदलाव करते हुए नज़र आते हैं। हालांकि, यह अपनी ज़िन्दगी को सुख-सुविधाओं से पूर्ण बनाने के लिए निरंतर प्रयास करते हैं।
ज्योतिष शास्त्र में किसी ग्रह का अस्त होना एक ऐसी अवस्था है जो उस समय घटित होती है जब कोई ग्रह सूर्य के बेहद करीब चला जाता है। शुक्र मेष राशि में अस्त 28 अप्रैल 2024 को होने जा रहे हैं जो कि मंगल के स्वामित्व वाली राशि है। हालांकि, प्रत्येक ग्रह अपनी अस्त अवस्था के दौरान शक्तिहीन हो जाते हैं। उदाहरण के तौर पर, जब शनि सूर्य की राशि में अस्त होते हैं, उस समय किसी जातक को करियर, काम के दबाव, करियर में संतुष्टि का अभाव और सराहना न मिलने जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ता है। इसके अलावा, जो जातक टीम लीडर के रूप में कार्यरत होते हैं, उनके मान-सम्मान में कमी आती है जबकि कुछ को इस दौरान भविष्य को लेकर डर सताता है।
मंगल देव की राशि मेष में स्थित शुक्र महाराज जब सूर्य के करीब जाएंगे, तो वह अस्त हो जाएंगे। ऐसे में, जो जातक किसी रिश्ते में हैं या किसी से प्रेम करते हैं, उनके जीवन से खुशियां, प्यार और संतुष्टि नदारद रह सकती हैं। शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको नए रिश्ते में प्रवेश करने या फिर विवाह के बंधन में बंधने जैसे कार्यों को करने से बचने की सलाह दी जाती है क्योंकि ऐसा करने से आपको अपने जीवन में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। आपके रिलेशनशिप में भी परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। लेकिन, अगर आपका विवाह शुक्र की अस्त अवस्था के दौरान होने जा रहा है और आपके रिश्ते में तनाव चल रहा था,उनमें अब कमी आने की आशंका है। इन लोगों को पार्टनर के साथ अपना रिश्ता बहुत ध्यान से संभालना होगा और हर कदम बहुत सोच-समझकर रखना होगा। हालांकि, शुक्र की अस्त अवस्था आपके रिश्ते को संवेदनशील बनाने का काम करेगी जिसकी वजह पारिवारिक जीवन में पैदा होने वाली समस्याएं हो सकती हैं।
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यह राशिफल आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। अपनी व्यक्तिगत चन्द्र राशि अभी जानने के लिए चंद्र राशि कैलकुलेटर का उपयोग करें।
राशि चक्र की पहली राशि मेष है जो कि स्वभाव से पुरुष और उग्र राशि है। मेष राशि वालों के लिए शुक्र आपके दूसरे और सातवें भाव के स्वामी हैं और आपके पहले भाव में शुक्र मेष राशि में अस्त होने जा रहे हैं। ऐसे में, इन जातकों को मिलने वाले परिणाम ज्यादा अच्छे नहीं रहने की आशंका है और आपको अहंकार से जुड़ी समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है। संभव है कि इस अवधि में भाग्य आपका साथ न दें और इस प्रकार, आपको अपने जीवन के लक्ष्यों को पाने में बाधाओं का सामना करना पड़ें। वहीं, जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें बिज़नेस को अच्छे से चलाने में परेशानी का अनुभव हो सकता है।
करियर के क्षेत्र में, इन लोगों पर काम का दबाव बहुत अधिक हो सकता है और आशंका है कि वरिष्ठों से आपको काम में की गई मेहनत के लिए सराहना भी न मिले। ऐसे में, आप असंतुष्ट रह सकते हैं। अगर आप प्रमोशन या नौकरी में मिलने वाले अन्य लाभों की उम्मीद लगाए हुए हैं, तो इसके लिए यह अवधि अनुकूल नहीं रह सकती है।
मेष राशि के जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें बिज़नेस में पार्टनर के साथ कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, यह व्यापार में अच्छा खासा लाभ कमाने में सक्षम होंगे। लेकिन, कारोबार के क्षेत्र में आप लक्ष्यों को हासिल करने में पीछे रह सकते हैं।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, यह जातक विदेशी स्रोतों के माध्यम से अच्छा पैसा कमाते हुए दिखाई देंगे। साथ ही, इंसेंटिव और अन्य लाभ मिलने की भी संभावना है। लेकिन, इस दौरान आप जो भी पैसा कमाएंगे उसे अपने पास रखने में नाकाम रह सकते हैं।
मेष राशि वालों को अपने निजी जीवन में पार्टनर के साथ कुछ समस्याओं का अनुभव हो सकता है जिसकी वजह अहंकार का टकराव होने की आशंका है। साथ ही, आपका साथी के साथ बहस या मतभेद हो सकता है और ऐसे में, आप दोनों के रिश्ते से ख़ुशियां गायब रह सकती हैं।
शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको थकान, मोटापे और आंखों से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए आपको योग और ध्यान आदि करने की सलाह दी जाती है।
उपाय: शुक्र ग्रह के लिए शुक्रवार के दिन यज्ञ/हवन करें।
वृषभ राशि चक्र की दूसरी राशि है और यह पृथ्वी तत्व की राशि है जो स्वभाव से स्त्री है। वृषभ राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके पहले और छठे भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके बारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र मेष राशि में अस्त होने से आपको पैतृक संपत्ति, शेयर और लोन आदि के माध्यम से अप्रत्याशित रूप से लाभ की प्राप्ति हो सकती है।
करियर की बात करें तो, इन लोगों को नौकरी में अपने वरिष्ठों के साथ रिश्ते में कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। इस दौरान आप जो भी काम करेंगे, उसमें अड़चनें पैदा हो सकती हैं। शुक्र की अस्त अवस्था के दौरान आपको सामान्य कामों में भी बाधाओं से जूझना पद सकता है।
जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें बिज़नेस का विस्तार करने में मुश्किलों का अनुभव हो सकता है। आशंका है कि इन लोगों को व्यापार के क्षेत्र में मनचाहा लाभ न मिले और ऐसे में, आपके लिए न लाभ न हानि की स्थिति बन सकती है।
आर्थिक रूप से आपके ऊपर जिम्मेदारियां थोड़ी ज्यादा हो सकती हैं जिसकी वजह से आपको उन्हें पूरा करने में परेशानी महसूस हो सकती है। साथ ही, आपको अपने परिवार के सदस्यों के स्वास्थ्य पर काफ़ी धन ख़र्च करना पड़ सकता है। ऐसे में, पैसों की बचत कर पाने की गुंजाइश औसत रहने के संकेत है क्योंकि यह आपके लिए आसानी से संभव नहीं होगा।
प्रेम जीवन की बात करें तो, घर-परिवार में चल रही समस्याओं की वजह से आप पार्टनर के साथ मधुर संबंध बनाए रखने में असफल रह सकते हैं। इसके फलस्वरूप, आप दोनों के बीच कोई गलतफ़हमी या फिर विवाद आदि हो सकता है। ऐसे में, शुक्र की अस्त अवस्था के दौरान अपने वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए आपको अपने गुस्से पर नियंत्रित करने और परिस्थितियों के बीच सामंजस्य बिठाने की सलाह दी जाती है।
सेहत के लिहाज़ से, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको गले व पैरों में दर्द और पाचन से जुड़ी समस्याएं घेर सकती हैं इसलिए अपनी सेहत का ध्यान रखें।
उपाय: प्रतिदिन 24 बार "ॐ भार्गवाय नमः" का जाप करें।
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मिथुन वायु तत्व की राशि है और इस राशि के जातकों के लिए शुक्र देव आपके पांचवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके ग्यारहवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं।
करियर के लिहाज़ से, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको कार्यक्षेत्र में अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों से बेहतरीन काम के लिए सराहना की प्राप्ति होगी। नौकरी में आपके शानदार प्रदर्शन की सब तारीफ़ करेंगे और इसके परिणामस्वरूप, आपको इंसेंटिव और दूसरे लाभ प्राप्त होने के योग बनेंगे। इस अवधि में इन जातकों के काम के सिलसिले में विदेश जाने के योग बनेंगे। अगर आपका खुद का व्यापार है, तो यह समय अच्छा लाभ कमाने और बिज़नेस का विस्तार करने के लिए अनुकूल कहा जाएगा। साथ ही, आप व्यापार में पार्टनर के साथ रिश्ते को अच्छा बनाए रखने में सफल रहेंगे और पार्टनरशिप में उच्च मूल्य भी स्थापित कर सकेंगे। आप अपनी बुद्धि के दम पर कारोबार को बढ़ाने में कामयाब रहेंगे।
जब बात आती है आर्थिक जीवन की, तो मिथुन राशि वाले शुक्र की अस्त अवस्था की अवधि में पैसा कमाने के साथ-साथ पैसों की बचत भी कर सकेंगे। यह अवधि धन कमाने और पैसे बचाने की दृष्टि से श्रेष्ठ रहेगी। आपको अपनी कड़ी मेहनत की बदौलत इंसेंटिव और बोनस के रूप में धन लाभ होने की संभावना है। ऐसे में, आपके आर्थिक जीवन की नींव मज़बूत होगी।
प्रेम जीवन को देखें, तो पार्टनर के साथ आपके रिश्ते में प्रेम और आपसी समझ में वृद्धि होगी। साथ ही, आपका रिलेशनशिप भी परिपक्व होगा। अब आप दोनों का स्वभाव एक-दूसरे के साथ दोस्ताना रहेगा और आपसी समझ भी मज़बूत होगी जिससे आपका रिश्ता पहले की तुलना में बेहतर हो सकेगा।
स्वास्थ्य की बात करें, तो शुक्र मेष राशि में अस्त होने को आपकी सेहत के लिए अच्छा कहा जाएगा। इस दौरान आपको किसी बड़ी स्वास्थ्य समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन, आपको तनाव, थकान आदि छोटी-मोटी शिकायत रह सकती है। इनसे बचने के लिए आप ध्यान और योग का सहारा ले सकते हैं।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
कर्क राशि जल तत्व की राशि है और इस राशि वालों के लिए शुक्र महाराज आपके चौथे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके दसवें भाव में अस्त हो रहे हैं और इसके परिणामस्वरूप, इन लोगों की सुख-सुविधाओं में कमी आने के संकेत है। साथ ही, आपको तनाव भी झेलना पड़ सकता है। आपको धन बहुत सोच-समझकर ख़र्च करना होगा।
करियर की बात करें तो, शुक्र मेष राशि में अस्त की अवधि नौकरी करने वाले जातकों के लिए अच्छी नहीं कही सकती है क्योंकि आपको कुछ उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आप अपने वरिष्ठों की उम्मीदों पर खरा उतरना चाहेंगे और इसके लिए आप ख़ूब मेहनत भी करेंगे। लेकिन, फिर भी आशंका है कि आपकी मेहनत को सराहा नहीं जाएगा जिसकी वजह से आप प्रमोशन और अन्य लाभ प्राप्त करने में पीछे रह सकते हैं। ऐसे में, आप आप निराश नज़र आ सकते हैं।
शुक्र की अस्त अवस्था के दौरान व्यापार करने वालों के लिए अच्छी मात्रा में लाभ कमाना कठिन रह सकता है। संभव है कि आपको मनमुताबिक लाभ प्राप्त न हो। अगर आप इच्छित मुनाफा कमाने में सफल भी रहेंगे तब भी उस लाभ की बचत करने में नाकाम रह सकते हैं। साथ ही, पार्टनरशिप में व्यापार करने वाले जातकों को अपने पार्टनर के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो कि आपकी मुश्किलों को बढ़ाने का काम करेंगी।
आर्थिक जीवन की दृष्टि से, कर्क राशि वालों के सामने काफ़ी खर्चे आ सकते हैं और इसके परिणामस्वरूप, आप अपने जीवन के लक्ष्यों को पूरा नहीं कर सकेंगे। साथ ही, आपको धन हानि भी उठानी पड़ सकती है। शुक्र की अस्त अवस्था में पैसों की तंगी की वजह से आप धन उधार लेने के लिए मज़बूर हो सकते हैं।
कर्क राशि वालों को रिश्ते में अपने पार्टनर के साथ समस्याओं से दो-चार होना पड़ सकता है क्योंकि आप दोनों के बीच आपसी तालमेल का अभाव रहने की आशंका है। साथ ही, आप दोनों के बीच अहंकार से जुड़ी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। ऐसे में, अपने रिश्ते को मधुर बनाए रखने के लिए साथी के साथ सामंजस्य बैठाने की कोशिश करें।
बात करें आपकी सेहत की तो, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान इन जातकों को अपने स्वास्थ्य पर धन ख़र्च करने की आवश्यकता हो सकती है जिससे चलते आपके खर्चें बढ़ सकते हैं। इन लोगों को अपनी आँखों के साथ-साथ माता का भी विशेष रूप से ध्यान रखने की सलाह दी जाती है।
उपाय: शनिवार के दिन कौओं को भोजन खिलाएं।
राशि चक्र की पांचवीं राशि सिंह उग्र स्वभाव की राशि है। शुक्र महाराज को सिंह राशि वालों की कुंडली में आपके तीसरे और दसवें भाव पर आधिपत्य प्राप्त हैं जो अब आपके नौवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। शुक्र मेष राशि में अस्त होने की वजह से आप संतान के विकास को लेकर चिंतित नज़र आ सकते हैं।
करियर की दृष्टि से, सिंह राशि वालों को काम के सिलसिले में कुछ बेकार की यात्राओं पर जाना पड़ सकता है या फिर आपका स्थानांतरण होने की संभावना है। हालांकि, इन दोनों ही स्थितियों में आप अपने लक्ष्यों को पूरा करने में असफल रह सकते हैं। इस दौरान आप जो भी मेहनत करेंगे, उसके लिए आपको सराहना न मिलने की आशंका है और यह बात आपके लिए चिंता का सबब बन सकती है।
अगर आपका खुद का व्यापार है, तो आपको पार्टनरशिप में समस्याओं का अनुभव हो सकता है जो कि बातचीत की कमी की वजह से हो सकती है। इसका असर आपकी आय और लाभ पर पड़ने के आसार है और ऐसे में, इन दोनों ही क्षेत्रों में गिरावट देखने को मिल सकती है।
आर्थिक लिहाज़ से, शुक्र अस्त की अवधि में आपके पास धन आने की रफ़्तार औसत रहने की आशंका है। इसके परिणामस्वरूप, आय में वृद्धि के स्रोत भी सीमित रह सकते हैं और धन की भी आप ज्यादा बचत नहीं कर पाएंगे। ऐसे में, आपके लिए बेहतर होगा कि एक बजट तैयार करें।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, इन जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते में प्रेम एवं सौहार्द की कमी दिखाई दे सकती है जो कि भावनात्मक जुड़ाव के अभाव या गलतफ़हमी का परिणाम हो सकती है। ऐसे में, आपको एक साथ बैठकर बात करने और समस्याओं का हल ढूंढ़ने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, शुक्र मेष राशि में अस्त होने के कारण आपको संतान के स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है। साथ ही, आपको कोई एलर्जी परेशान कर सकती है। इसके विपरीत, इन जातकों को अपने स्वास्थ्य पर विशेष रूप से ध्यान देना होगा क्योंकि आपको मोटापे की शिकायत रह सकती है।
उपाय: दुर्गा चालीसा का पाठ करें।
कन्या पृथ्वीतत्व की राशि है और इस राशि के जातकों के लिए शुक्र महाराज दूसरे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके आठवें भाव में अस्त हो जाएंगे। इसके परिणामस्वरूप, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आप जो भी प्रयास करेंगे, उसमें आपको अच्छे परिणामों की प्राप्ति होगी। साथ ही, आपको नए-नए दोस्त बनाने और नए लोगों से मिलने का अवसर मिलेगा।
करियर के क्षेत्र में आपका प्रदर्शन अच्छा रहेगा। ऐसे में, आप जो भी काम करेंगे, उसमें आप सराहना पाने में सक्षम होंगे। साथ ही, इन जातकों को पदोन्नति मिलने के नए अवसर प्राप्त होंगे और आपको हर कदम पर अपने वरिष्ठों और सहकर्मियों का साथ मिलेगा। जिन जातकों का अपना व्यापार है, वह अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होंगे और आप उसे बचाने में सफल रहेंगे।
आर्थिक जीवन की बात करें, तो शुक्र की अस्त अवस्था की अवधि में आप अच्छा धन कमाने और उसकी बचत करने में कामयाब रहेंगे। साथ ही, आपको अपने शानदार काम की वजह से बोनस और अन्य लाभ प्राप्त होने की संभावना है।
शुक्र के अस्त होने के दौरान आप पार्टनर और परिवार के सदस्यों के साथ मधुर रिश्ते बनाए रख सकेंगे। इसके परिणामस्वरूप, आपके और पार्टनर के बीच रिश्ता मज़बूत होगा।
आपके स्वास्थ्य के लिए शुक्र का मेष राशि में अस्त ज्यादा अच्छा नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इस दौरान आप अपनी सेहत का बेहतर तरीके से ध्यान रखने में नाकाम रह सकते हैं। हालांकि, आपको स्वास्थ्य से जुड़ी कोई समस्या परेशान नहीं करेगी, लेकिन फिर भी पैरों में दर्द रह सकता हैं।
उपाय: प्रतिदिन विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
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गुरु महादशा वहचक्र की सातवीं राशि तुला है जो जल तत्व और पुरुष स्वभाव की राशि है। तुला राशि वालों की कुंडली में शुक्र पहले और आठवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके सातवें भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, शुक्र मेष राशि में अस्त होने पर कामों के सकारात्मक परिणाम आपको उतनी आसानी से नहीं मिल सकेंगे जितना आपने सोचा था। साथ ही, इन जातकों के दोस्त और सहकर्मियों आपको टक्कर देने का काम कर सकते हैं जो कि आपकी पीठ पीछे हो सकता है।
करियर की दृष्टि से, तुला राशि वालों पर नौकरी का दबाव ज्यादा हो सकता है और यह आपके लिए चिंता की वजह बन सकता है। ऐसे में, आप नौकरी में बदलाव या विदेश में नौकरी करने का मन बना सकते हैं और इस तरह के अवसरों की तलाश में नज़र आ सकते हैं। आशंका है कि कार्यस्थल पर आपको वरिष्ठों के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ें और इस बात का असर आपके पेशेवर जीवन पर दिखाई दे सकता है। साथ ही, सहकर्मियों के साथ संबंधों में आपको उतार-चढ़ाव से जूझना पड़ सकता हैं।
जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें शुक्र अस्त के दौरान ज्यादा लाभ न मिलने की संभावना है और यह आपकी उम्मीद से भी कम रह सकता है। हालांकि, इस अवधि में आपको औसत रूप से लाभ की प्राप्ति होगी और ऐसे में, आप तनाव में आ सकते हैं। साथ ही, यह समय बिज़नेस पार्टनर के साथ भी व्यापार में समस्याएं लेकर आ सकता है जिसके चलते आप परेशान नज़र आ सकते हैं। लेकिन, अगर आप किसी नई पार्टनरशिप में आने के बारे में सोच रहे हैं, तो इस समय ऐसा करने से बचें, अन्यथा आपको पार्टनर के साथ विवादों या मतभेदों से दो-चार होना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन के लिहाज़ से, तुला राशि के जातकों के लिए शुक्र की अस्त अवस्था काफ़ी खर्चे लेकर आ सकती है। संभावना है कि आपके पास इस अवधि में जितना भी धन आएगा आप उससे अपनी जरूरतों को पूरा नहीं कर पाएंगे। ऐसे में, आप असंतुष्ट रह सकते हैं और आप चिंता में डूबे दिखाई दे सकते हैं। साथ ही, आपको यात्राओं के दौरान बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि आपको धन हानि उठानी पड़ सकती है इसलिए लापरवाही से बचें।
प्रेम जीवन को देखें तो, यह जातक शुक्र अस्त के दौरान अपने पार्टनर के साथ बहस या फिर वाद-विवाद में फंसे नज़र आ सकते हैं। साथ ही, आपके बीच अहंकार से जुड़ी समस्याएं भी पैदा हो सकती हैं। ऐसे में, आप दोनों के बीच आपसी तालमेल कम रह सकता है इसलिए अपने रिश्ते को मधुर बनाए रखने के लिए आपको आपसी समझ बेहतर करने और सामंजस्य बिठाने की सलाह दी जाती है।
स्वास्थ्य के लिहाज़ से, शुक्र मेष राशि में अस्त की अवधि में आपको स्वास्थ्य से जुड़ी किसी भी तरह की समस्या का सामना नहीं करना पड़ेगा। लेकिन, आपको पैरों में दर्द परेशान कर सकता है।
उपाय: मंगलवार और शुक्रवार के दिन मंदिर में देवी दुर्गा की उपासना करें।
वृश्चिक राशि जल तत्व की राशि है जो कि स्वभाव से स्त्री है। शुक्र महाराज वृश्चिक राशि के जातकों के लिए सातवें और बारहवें भाव के स्वामी हैं। अब शुक्र मेष राशि में अस्त आपके छठे भाव में हो रहे हैं और ऐसे में, आपके लिए अनुकूल परिणाम प्राप्त करना थोड़ा मुश्किल रह सकता है। इस वजह से आप असंतुष्ट नज़र आ सकते हैं।
करियर की बात करें, तो नौकरी करने वाले जातक शुक्र की अस्त अवस्था की अवधि में अपना काम समय पर पूरा करने में नाकाम रह सकते हैं और यह बात आपको परेशान कर सकती है। साथ ही, ऑफिस में भी वरिष्ठों और सहकर्मियों के साथ आपको रिश्ते में बाधाओं का सामना करना पड़ सकता हैं। संभव है कि आप पर पहले से काम का दबाव अधिक हो और काम में की गई कड़ी मेहनत के लिए आपको सराहना न मिले।
अगर आपका खुद का व्यापार हैं, तो आप लाभ प्राप्त करने की राह में ज्यादा अच्छे परिणाम पाने में पीछे रह सकते हैं। इन लोगों को धन हानि भी झेलनी पड़ सकती है और आपको बिज़नेस पार्टनर के साथ भी समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपको व्यापार के क्षेत्र में योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक जीवन की दृष्टि से, वृश्चिक राशि वालों के सामने काफ़ी खर्चे आ सकते हैं। आशंका है कि आपको नुकसान भी हो सकता है। इसके परिणामस्वरूप, इन जातकों ने अभी तक जितनी भी जमा पूंजी की बचत की हो, अब उसे आप सुरक्षित न रख सकें क्योंकि अपने सामने आने वाले व्यर्थ के खर्चों में वह पैसा जा सकता है।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से, इन जातकों को अपने रिश्ते में पार्टनर के साथ आपसी तालमेल का अभाव नज़र आ सकता है क्योंकि आप दोनों के बीच अहंकार से जुड़ी समस्याओं की वजह से बहस या मतभेद हो सकते हैं।
स्वास्थ्य की बात करें, तो इन जातकों को शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान कोई बड़ी समस्या नहीं आएगी। लेकिन, आंखों से जुड़े रोग घेर सकते हैं।
उपाय: रोज़ाना सौंदर्य लहरी का पाठ करें।
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राशि चक्र की नौवीं राशि धनु है जो मर्दाना स्वभाव और जल तत्व की राशि है। कुंडली में धनु राशि के जातकों के लिए शुक्र छठे और ग्यारहवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके पांचवें भाव में अस्त हो रहे हैं। शुक्र मेष राशि में अस्त आपके पांचवें भाव में होने की वजह से आपको एलर्जी और सर्दी से जुड़ी समस्याएं परेशान कर सकती हैं।
करियर की बात करें तो, कार्यक्षेत्र में आप पर काम का दबाव थोड़ा अधिक हो सकता है जिसमें आप अपना ज्यादाता समय और ऊर्जा देते हुए नज़र आएंगे। साथ ही, अधिकारियों के साथ भी आपके संबंधों पर असर पड़ सकता है। इस अवधि में आप चाहे जितनी भी कड़ी मेहनत करें, लेकिन इसके बावजूद भी आपको सराहना न मिलने की संभावना है।
अगर आप व्यापार करते हैं, तो बिज़नेस को सही तरीके से चलाने के लिए आपको अच्छी योजना का निर्माण करना होगा और उसी पर चलना होगा। साथ ही, बिज़नेस पार्टनर के साथ भी आपके मतभेद होने की आशंका है जिसके चलते आपको हानि का सामना करना पड़ सकता है। यदि आप व्यापार के संबंध में निवेश जैसा कोई बड़ा फैसला लेने की सोच रहे हैं, तो आपको इससे फिलहाल टालने की सलाह दी जाती है।
आर्थिक दृष्टि से, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपके खर्चे बढ़ सकते हैं जिसकी वजह आप पर जिम्मेदारियों का अधिक होना हो सकता है। ऐसे में, धन की बचत करने में भी आप असफल रह सकते हैं। इन लोगों को अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कर्ज़ या धन उधार लेने की नौबत आ सकती है।
प्रेम जीवन में धनु राशि के जातकों को पार्टनर के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है और इसकी वजह घर-परिवार में होने वाले विवाद हो सकते हैं। ऐसे में, आप दोनों के बीच से खुशियां नदारद रह सकती हैं। अगर आप साथी के साथ रिश्ते को बेहतर बनाए रखना चाहते हैं, तो आपको रिलेशनशिप में तालमेल बिठाने और आपसी समझ को मज़बूत करना होगा।
शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको तनाव की समस्या परेशान कर सकती है और इससे बचने के लिए आपको ध्यान करने की सलाह दी जाती है जो आपको मानसिक रूप से शांत होने और स्वस्थ रखने में सहायक साबित होगा।
उपाय: किसी मंदिर में भगवान शिव को दूध अर्पित करें।
राशि चक्र की दसवीं राशि मकर है जो कि स्वभाव से स्त्री और पृथ्वी तत्व की राशि है। मकर राशि वालों के लिए शुक्र देव आपके पांचवें और दसवें भाव के स्वामी हैं जो अब आपके चौथे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, आपकी सुख-सुविधाओं में वृद्धि होगी और ऐसे में, आप संतुष्ट व खुश दिखाई देंगे।
हालांकि, शुक्र अस्त के दौरान आप कोई बड़ा फैसला लेने के बारे में सोच-विचार करने में व्यस्त दिखाई देंगे। आपके भीतर रचनात्मकता में वृद्धि होगी और ऐसे में, आप इन रुचियों का उपयोग करके अपनी क्षमताओं का विस्तार कर सकेंगे। दूसरी तरफ, आपको ऐसा महसूस हो सकता है कि जैसे आप हार रहे हों।
मकर राशि के जातकों की स्थिति पेशेवर जीवन में अच्छी रहेगी जिसकी वजह से आपका काम में प्रदर्शन शानदार रहेगा और काम के प्रति आपका समर्पण देखकर कार्यक्षेत्र में आप प्रशंसा प्राप्त करेंगे। ऑफिस में आपके बेहतरीन काम के लिए आपको सराहना भी मिलेगी।
जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें बिज़नेस पार्टनर की तरफ से कुछ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। हालांकि, इन बाधाओं के बावजूद आप अच्छा लाभ कमाने में सक्षम होंगे। लेकिन, शुक्र अस्त के दौरान बीच-बीच में व्यापार में परेशानियां बनी रह सकती हैं, परंतु अपनी बुद्धि के बल पर आप मुनाफा कमाने में सफल रहेंगे।
आर्थिक जीवन में शुक्र की अस्त अवस्था आपको अच्छा ख़ासा धन लाभ करवाने का काम करेगी। आपके पास विभिन्न स्रोतों से धन आने के योग बनेंगे। ऐसे में, आप धन की बचत करने के साथ-साथ उन पैसों का सही इस्तेमाल करने में सक्षम होंगे।
प्रेम जीवन में मकर राशि के जातक पार्टनर के साथ रिश्ते में मधुर संबंध बनाए रखने में कामयाब रहेंगे। साथ ही, आप साथी के साथ अपनी भावनाएं और बातें शेयर करते हुए नज़र आ सकते हैं जिससे आप दोनों का रिश्ता मज़बूत होगा।
मकर राशि वालों के स्वास्थ्य के लिए शुक्र मेष राशि में अस्त को अनुकूल कहा जाएगा क्योंकि इस दौरान आपकी सेहत अच्छी बनी रहेगी। ऐसे में, आप ख़ुश और संतुष्ट दिखाई देंगे और इसका असर आपके स्वास्थ्य पर सकारात्मक रूप से पड़ेगा।
उपाय: विवाहित महिलाएं 6 शुक्रवार तक दही चावल का दान करें।
कुंभ राशि जल तत्व की राशि है जो कि स्वभाव से स्त्री है। कुंभ राशि वालों के लिए शुक्र चौथे और नौवें भाव के स्वामी हैं। अब यह आपके तीसरे भाव में अस्त होने जा रहे हैं। इसके फलस्वरूप, इन जातकों को प्रगति और काम में किये जा रहे प्रयासों के मार्ग में समस्याओं से जूझना पड़ सकता है। साथ ही, आपका किसी अनजान जगह पर स्थानांतरण होने की भी संभावना है जो कि आपके लिए परेशानी की वजह बन सकता है। कुंभ राशि के जातकों की अपने भाई-बहनों के साथ बहस या मतभेद हो सकते हैं और शुक्र अस्त की अवधि में इसके बढ़ने के आसार है जिससे घर-परिवार में प्रेम की कमी नज़र आ सकती है।
जब बात आती है करियर की, तो शुक्र की अस्त अवस्था आपको नौकरी में नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। ऐसे में, आपको अपना काम समय पर और सही तरीके से पूरा करने के प्रति बेहद सावधान रहना होगा। यदि आप बेहतरीन काम करते हुए अच्छी सफलता प्राप्त करना चाहते हैं, तो आपको योजना बनाकर चलने की सलाह दी जाती है।
जिन जातकों का अपना व्यापार है, उन्हें इस अवधि में औसत रूप से लाभ की प्राप्ति हो सकती है। लेकिन, कभी-कभार आपको हानि भी उठानी पड़ सकती है और ऐसे में, आप निराशा महसूस कर सकते हैं इसलिए बिज़नेस में उच्च लाभ के साथ-साथ सफलता हासिल करने के लिए आपको खुद को पहले से तैयार करना होगा। हालांकि, इस दौरान आपको व्यापार में नई पार्टनरशिप में आने से बचना होगा और अगर आप पहले ही पार्टनरशिप में आ चुके हैं, तो आपको कई समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है इसलिए आपको योजना बनाकर चलना होगा।
शुक्र के अस्त अवस्था में होने की वजह से आप प्रेम जीवन में पार्टनर के साथ रिश्ते में खुशियां और प्रेम बनाए रखने में नाकाम रह सकते हैं। ऐसे में, आपको रिलेशनशिप में आपसी तालमेल बैठाने की कोशिश करनी होगी तब ही आप रिश्ते को बेहतर बनाए रखने में सक्षम होंगे।
स्वास्थ्य की दृष्टि से, इस दौरान आपके भीतर सकारात्मक ऊर्जा की कमी रह सकती है और नकारात्मकता की अधिकता रह सकती है जिसके चलते आपका स्वास्थ्य कमज़ोर रह सकता है।
उपाय: प्रतिदिन देवी लक्ष्मी की पूजा करें और उनके सामने घी का दीपक जलाएं।
राशि चक्र की बारहवीं राशि है मीन जो जल तत्व और पुरुष स्वभाव की राशि है। मीन राशि के जातकों की कुंडली में शुक्र देव तीसरे और आठवें भाव के स्वामी हैं तथा अब यह आपके दूसरे भाव में अस्त हो रहे हैं। इसके परिणामस्वरूप, शुक्र मेष राशि में अस्त के दौरान आपको कार्यों को पूरा करने की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। ऐसे में, आपके जीवन में खुशियां का अभाव रह सकता है।
करियर की बात करें, तो इन जातकों को कार्यक्षेत्र में वरिष्ठों के साथ समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जो आपके साथ भेदभावपूर्ण रवैया अपना सकते हैं, विशेष रूप से आपको आपकी कड़ी मेहनत की सराहना देने के मामले में। आप सफलता प्राप्ति और अपने जीवन की बेहतरी के लिए नौकरी के अच्छे अवसरों की तलाश में नज़र आ सकते हैं।
जो जातक व्यापार करते हैं, उन्हें हानि होने की संभावना है। शुक्र अस्त के दौरान इन जातकों के बिज़नेस के विस्तार का दायरा सीमित रह सकता है। साथ ही, आपको ज्यादा लाभ कमाने की राह में समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
आर्थिक जीवन की बात करें तो, शुक्र मेष राशि में अस्त की अवधि में आपके खर्चे आय से अधिक हो सकते हैं। साथ ही, धन कमाने के लिए जो भी आप प्रयास करेंगे, उसके परिणाम मिलने में देरी होने की आशंका है। इस अवधि में आपको अचानक से धन हानि हो सकती है जिससे आप निराश महसूस कर सकते हैं।
प्रेम जीवन के लिहाज़ से शुक्र की अस्त अवस्था थोड़ी प्रतिकूल रह सकती है क्योंकि इस दौरान आप दोनों के बीच आपसी समझ की कमी रह सकती है जिसके चलते आप दोनों के रिश्ते में खुशियों का अभाव रह सकता है। साथ ही, पार्टनर के साथ बहस या विवाद होने की आशंका है। इन परिस्थितियों से बचने के लिए जीवनसाथी के साथ अच्छे से बात करें और उनकी भावनाओं को समझने की कोशिश करें।
सेहत की दृष्टि से, मीन राशि वालों को साइनस और गले से जुड़ी स्वास्थ्य समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। लेकिन, इसके अलावा कोई बड़ी समस्या आपको परेशान नहीं करेगी।
उपाय: प्रतिदिन देवी दुर्गा और माता लक्ष्मी की पूजा करें।
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