बुध सिंह राशि में वक्री: बुद्धि के कारक ग्रह बुध 5 अगस्त 2024 को सुबह 9:44 बजे सिंह राशि में वक्री होने जा रहे हैं।
बुध ग्रह सूर्य के बेहद निकटतम मौजूद ग्रह है। बुध ग्रह को मिथुन और कन्या राशि का स्वामी माना जाता है और व्यक्ति के जीवन में ज्ञान और बुद्धिमत्ता को बुध ग्रह ही दर्शाता है। जब कुंडली में बुध नकारात्मक स्थिति में होता है तो यह व्यक्ति को तंत्रिका तंत्र, त्वचा संबंधित परेशानियां, कान और फेफड़ों से संबंधित स्वास्थ्य समस्याएं दे सकता है।
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मिथुन और कन्या राशि में स्थित होने पर बुध मजबूत हो जाता है क्योंकि ये दोनों राशियाँ बुध के आधिपत्य में आती हैं। मीन राशि में बुध अपनी शक्ति खो देता है क्योंकि यह इस ग्रह के लिए सबसे कमजोर राशि मानी गई है। अगर बुध मिथुन और कन्या राशि में मौजूद होता है तो ऐसे जातक बुद्धिमान होते हैं और उच्च लाभ हासिल करने में सफलता प्राप्त करते हैं। साथ ही ऐसे जातक अपने प्रतिस्पर्धियों को कड़ी प्रतिस्पर्धा भी देते हैं। अगर बुध मीन राशि में स्थित होता है तो जातकों को अपनी बुद्धि और व्यापार में हानि उठानी पड़ती है और अपने प्रिय के साथ रिश्ते में समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है। चलिए अब आगे बढ़ते हैं और इस खास लेख के माध्यम से जानते हैं कि बुध सिंह राशि में वक्री का सभी 12 राशियों के जीवन पर क्या प्रभाव पड़ेगा। साथ ही जानेंगे इसके नकारात्मक प्रभाव से बचने के लिए क्या कुछ उपाय किए जा सकते हैं।
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इस लेख में दी गई भविष्यवाणी आपकी चंद्र राशि पर आधारित है। आप अपनी चंद्र राशि जानने के लिए यहां क्लिक कर सकते हैं: चंद्र राशि गणक(कैलकुलेटर)
मेष राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और छठे घर का स्वामी है और अपनी वक्री गति में पंचम भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के प्रभाव स्वरूप इस दौरान बड़े निर्णय लेना आपके लिए ज्यादा अनुकूल नहीं साबित होगा। साथ ही आपको भविष्य को लेकर चिंता सता सकती है।
करियर के मोर्चे पर बात करें तो आपको अपने काम में कुछ बाधाओं का सामना करना पड़ेगा। आपको खुशी की कमी महसूस होगी और साथ ही वरिष्ठों से मान्यता प्राप्त करना आपके लिए आसान नहीं रहेगा।
व्यावसायिक दृष्टिकोण से आप अनुकूल व्यावसायिक निर्णय लेंगे जो आपके जीवन में अच्छे परिणाम लेकर आ सकते हैं।
वित्तीय मोर्चे पर बात करें तो अधिक धन प्राप्त करने के लिए यह समय थोड़ा कम भाग्यशाली साबित होगा।
आर्थिक मोर्चे पर बात करें तो ज़्यादा धन प्राप्ति के लिहाज से ये समय आपके लिए अनुकूल संकेत नहीं दे रहा है। आर्थिक क्षेत्र में भाग्य का साथ आपको नहीं मिलेगा।
रिश्ते के मोर्चे पर आपको अपने प्रियजनों और जीवनसाथी के साथ कुछ संघर्ष और संचार समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है।
स्वास्थ्य की बात करें तो आपको गर्मी से संबंधित एलर्जी और पाचन संबंधित समस्याएं हो सकती है। साथ ही इस दौरान आपको अपने जीवनसाथी के स्वास्थ्य पर ज्यादा धन खर्च करना भी पड़ सकता है।
उपाय: रोजाना 19 बार 'ॐ भौमाय नमः' मंत्र का जाप करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और पंचम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में आपके चतुर्थ भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आपको पारिवारिक समस्याओं और सुख सुविधाओं की हानि उठानी पड़ सकती है। इसके अलावा बुध सिंह राशि में वक्री होने के दौरान आपके जीवन में खर्च बढ़ सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर आपको काम में घरेलू समस्याओं का सामना करना पड़ेगा। साथ ही वरिष्ठों के साथ रिश्ते में सामंजस्य भी कम नजर आएगा। कामकाज में भी आपसे गलतियां होने की आशंका है।
व्यावसायिक मोर्चे पर यह अवधि अनुकूल और प्रतिकूल दोनों ही तरह के परिणाम आपके जीवन में लेकर आएगी क्योंकि कभी तो आपको लाभ मिलेगा और कभी आपको नुकसान भी उठाना पड़ सकता है। इसके अलावा वृषभ राशि के कुछ जातकों को इस अवधि में ना ही लाभ मिलेगा और ना ही नुकसान उठाना पड़ेगा।
आर्थिक दृष्टिकोण से बात करें तो आपकी आय की तुलना में आपके खर्च ज्यादा रहेंगे और यह आपके लिए परेशानी की वजह बनेगा। इसके अलावा इस अवधि में आपके जीवन में बचत भी कम रहेगी।
रिश्ते के मोर्चे पर आपके अपने जीवन साथी के साथ बहस और गलतियां होने की आशंका है जिससे आपके रिश्ते में दरार पैदा हो सकती है।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आप में रोग प्रतिरोधक क्षमता की कमी के चलते बार-बार बुखार और एलर्जी होने का खतरा बना हुआ है। ऐसे में अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें।
उपाय: रोजाना 11 बार 'ॐ नमो नारायण' मंत्र का जाप करें।
मिथुन राशि के जातकों के लिए बुध पहले और चतुर्थ भाव का स्वामी है और आपके तीसरे घर में वक्री होने जा रहा है। बुध सिंह राशि में वक्री के प्रभाव स्वरूप आप अपने प्रयासों से विकास प्राप्त करेंगे और परिवार में खुशियां आएंगी।
करियर के मोर्चे पर आपको ऑनसाइट नए अवसर और उसी के संबंध में यात्रा के अच्छे मौके प्राप्त होंगे। सिंह राशि में बुध के वक्री होने के दौरान आपको अपने परिवार के साथ भी यात्रा का सुख नसीब हो सकता है।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको मुनाफे में कुछ प्रगति नसीब होगी और ऐसी संभावनाएं आपके जीवन में ज्यादा रहने वाली है।
आर्थिक क्षेत्र में आप अच्छी कमाई के साथ-साथ बचत करने में भी कामयाब होंगे। धन प्राप्ति के संबंध में भी यात्राएं आपके जीवन में मुमकिन हो सकते हैं।
रिश्ते के मोर्चे पर आप अपने संचार से अपने जीवन साथी के साथ कुछ सुखद पलों का अनुभव करने में कामयाब होंगे।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपका स्वास्थ्य अनुकूल रहेगा।हालांकि आप थोड़ी असुरक्षा की भावना अपने जीवन में महसूस कर सकते हैं।
उपाय: रोजाना विष्णु सहस्त्रनाम का जाप करें।
कर्क राशि के जातकों के लिए बुध तीसरे और 12वें घर का स्वामी है और वक्री गति में यह आपके दूसरे भाव में आ जाएगा। सिंह राशि में बुध वक्री के प्रभाव स्वरूप पारिवारिक सुख में कमी और धन लाभ में कमी आपको देखने को मिल सकती है।
करियर के मोर्चे पर आपको काम के लिए यात्राएं करनी पड़ेगी। हालांकि यह यात्राएं आपका उद्देश्य को पूरा नहीं कर पाएंगी।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको सिंह राशि में बुध वक्री के दौरान लाभ के साथ विकास में कुछ कमी और प्रतिस्पर्धियों से कड़ी प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी।
पैसों के मामले में आप अच्छी कमाई करेंगे और बचत करने में भी वृद्धि हासिल करेंगे। धन प्राप्ति के संबंध में यात्राएं ज्यादा होगी।
रिश्ते के मोर्चे पर आपके जीवन साथी के साथ खुशियों की कमी आपको महसूस हो सकती है। इस वजह से आप दोनों इस समय को एक दूसरे से अलग रहकर बिताना चाहेंगे।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपको आंखों में दर्द या जलन का अनुभव हो सकता है।
उपाय: रोजाना 11 बार 'ॐ सोमाय नमः' मंत्र का जाप करें।
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और 11वें घर का स्वामी है और वक्री गति में आपके प्रथम भाव में स्थित हो जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के प्रभाव स्वरूप आपको अपने स्वास्थ्य पर ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी। साथ ही इस अवधि के दौरान आप ज्यादा धन प्राप्त करने में असफल भी हो सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर काम के अधिक दबाव के चलते आपको काम में ज्यादा अनुकूल परिणाम देखने को नहीं मिलेंगे। इस अवधि में आपका आत्मविश्वास भी खो सकता है।
व्यावसायिक मोर्चे पर आप व्यवसाय के सिलसिले में यात्रा करेंगे जिससे आप असंतुष्ट नजर आ सकते हैं।
आर्थिक मोर्चे पर बात की जाए तो इस दौरान आप कमाएंगे भी और बचत करने में भी कामयाब होंगे। हालांकि इसके लिए आपको ज्यादा यात्राएं करनी पड़ सकती है।
रिश्ते के मोर्चे पर आप अपने पार्टनर के साथ अपने प्रयासों के चलते अपनी इच्छाओं को पूरा करने में कामयाब होंगे।
स्वास्थ्य के मामले में आप सामान्य स्वास्थ्य का आनंद लेंगे। हालांकि आपके अंदर आत्म विश्वास की कमी पनप सकती है।
उपाय: रोजाना 11 बार 'ॐ भास्कराय नमः' मंत्र का जाप करें।
कन्या राशि के जातकों के लिए बुध पहले और दशम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में आपके ग्यारहवें घर में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के प्रभाव स्वरूप आपके प्रयासों में आसानी से सफलता आपको नहीं मिल पाएगी और इस दौरान आप अपना धैर्य भी खो सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर बड़े बदलाव आपका इंतजार कर रहे हैं। आप बेहतर संभावनाओं के लिए या तो अपनी नौकरी बदल सकते हैं या अपनी नौकरी में पूरी तरह से खोये हुए नजर आने वाले हैं। ऐसे में कोई भी निर्णय लेते समय सावधान रहने की सलाह दी जा रही है।
आर्थिक मोर्चे पर आपके खर्च ज्यादा रहेंगे और इससे आप पर बोझ बढ़ेगा। आपके पास लाभ के लिए कुछ ही विकल्प बचने वाले हैं।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको कम लाभ और प्रतिस्पर्धियों से अधिक प्रतिस्पर्धा का सामना करना पड़ेगा।
रिश्ते के संदर्भ में आपको समझ की कमी के चलते ज्यादा बहस करनी पड़ सकती है जिससे रिश्ते में सामंजस्य से कम नजर आएगा।
स्वास्थ्य के मोर्चे पर उचित देखभाल की कमी के चलते आपको हृदय संबंधित समस्या होने का खतरा बना हुआ है।
उपाय: मंगलवार के दिन केतु ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
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तुला राशि के जातकों के लिए बुध नवम और 12वें घर का स्वामी है और अब अपनी वक्री गति में आपके 11वें घर में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के प्रभाव स्वरूप आपको अच्छी सफलता और खुशियां प्राप्त होगी जो आपको अपने सपनों को जीने के लिए उचित मार्गदर्शन करेगी।
करियर के मोर्चे पर आपको नई नौकरी के पद और पदोन्नति प्राप्त हो सकते हैं। आपको प्रोत्साहन राशि भी मिलने की उच्च संभावना है।
आर्थिक मोर्चे पर आपको अधिक धन प्राप्त करने में अच्छी प्रगति हासिल होगी। साथ ही बचत की संभावना भी नजर आ रही है।
बुध सिंह राशि में वक्री के दौरान व्यावसायिक मोर्चे पर आपको अपने प्रतिस्पर्धियों के साथ कड़ी प्रतिस्पर्धा प्राप्त होगी। साथ ही नए व्यावसायिक उपक्रम में सफलता भी मिलने की उच्च संभावना है।
रिश्ते के संदर्भ में आपको उच्च स्तर की खुशियां प्राप्त होगी जो आपको अपने जीवनसाथी के और करीब ले जाएंगी।
स्वास्थ्य के मामले में आपका स्वास्थ्य सामान्य रहेगा हालांकि सर्दी खांसी जैसी छोटी-मोटी परेशानियां हो सकती है।
उपाय: शुक्रवार के दिन शुक्र ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए बुध अष्टम और एकादश भाव का स्वामी है और वक्री गति में आपके दसवें घर में स्थित होने वाला है। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आप अपना अधिकांश समय किसी और चीज के बजाय अपने काम में ही बताने वाले हैं।
करियर के मोर्चे पर इस अवधि में आपको सफलता और काम के दबाव के रूप में परेशानी दोनों का अनुभव होने वाला है।
आर्थिक मोर्चे पर इस समय आपको लाभ और खर्च दोनों मिलेंगे। साथ ही बचत की गुंजाइश कम रहेगी।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपके सामने ना ही लाभ और ना ही नुकसान की स्थिति बनी रहेगी जिससे आप चिंतित हो सकते हैं।
रिश्ते के मामले में आपको अपने जीवनसाथी के साथ अहम की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है जिससे निजी जीवन में दिक्कतें खड़ी होने वाली है।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आम तौर पर आपका स्वास्थ्य सामान रहेगालेकिन असुरक्षा की भावना आपको परेशान कर सकती है।
उपाय: रोजाना 40 बार 'ॐ राहवे नमः' मंत्र का जाप करें।
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धनु राशि के जातकों के लिए बुध दूसरे और 11वें घर का स्वामी है और अपनी वक्री गति में नवम भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आपको सफलता प्राप्त करने में उतार-चढ़ाव मिल सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर आपको अपने काम के लिए विदेश में अच्छे मौके प्राप्त होंगे जिससे आपके जीवन में खुशियां आएंगी।
आर्थिक मोर्चे पर आपको बचत की संभावना के साथ धन लाभ भी होने वाला है। साथ ही इस दौरान भाग्योदय की गुंजाइश भी की जा सकती है।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको अपनी जरूरत को पूरा करने के लिए नए व्यावसायिक अवसरों के साथ अच्छी किस्मत का साथ मिलेगा।
रिश्ते के मोर्चे पर आप अपने जीवन साथी के साथ अनुकूल पल व्यतीत करेंगे जो आपको खुश करने वाला साबित होगा।
स्वास्थ्य के संदर्भ में आपका स्वास्थ्य तो अच्छा रहेगा हालांकि आपको अपने पिता के स्वास्थ्य पर पैसे खर्च करने पड़ सकते हैं और इससे आपकी चिंता बढ़ेगी।
उपाय: रोजाना 21 बार 'ॐ गुरुवे नमः' मंत्र का जाप करें।
मकर राशि के जातकों के लिए बुध छठे और नवम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में अष्टम भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आपको अपने जीवन में बाधाओं और कुछ दुखद पल देखने मिल सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर आप काम में अच्छे मौके गंवा सकते हैं और यह आपको परेशान करने वाला साबित होगा।
आर्थिक मोर्चे पर सिंह राशि में बुध वक्री का यह समय आपके लिए अच्छी खबर नहीं ला रहा है क्योंकि वित्त में नुकसान होने की उच्च संभावना बनी हुई है।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको कुछ अप्रत्याशित नुकसान उठाने पड़ सकते हैं जिससे आप दुखी होंगे।
रिश्ते के संदर्भ में आप अपने जीवन साथी के साथ कुछ प्रतिकूल पल और ज्यादा बहस बाजी का अनुभव करेंगे।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आम तौर पर आपका स्वास्थ्य अच्छा रहेगा।हालांकि आप खुद पर विश्वास नहीं रख पाएंगे और आपके अंदर आत्मविश्वास भी कम नज़र आएगा।
उपाय: शनिवार के दिन शनि ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
कुंभ राशि के जातकों के लिए बुध पंचम और अष्टम भाव का स्वामी है और वक्री गति में आपके सप्तम भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आपको अपने दोस्तों के साथ कम अनुकूल पल देखने को मिल सकते हैं।
करियर के मोर्चे पर काम के अधिक दबाव के चलते आप अपने काम में गलतियां कर सकते हैं।
आर्थिक मोर्चे पर आपको लाभ और खर्च दोनों का सामना करना पड़ेगा। हालांकि आपको यात्रा के माध्यम से धन लाभ होने की उम्मीद बनी हुई है।
व्यवसाय के क्षेत्र में आप यात्रा करेंगे और अच्छा मुनाफा कमाएंगे। बिजनेस में यह सफलता आपके लिए खुशियां लेकर आने वाली है।
रिश्ते के मामले में आपको अपने साथी के साथ कुछ कम सुखद पलों का आनंद का सामना करना पड़ेगा और मुमकिन है कि ऐसा अहंकार संबंधित परेशानियों के चलते हो।
स्वास्थ्य की बात करें तो आपको अपने जीवन साथी के स्वास्थ्य पर धन खर्च करना पड़ सकता है।
उपाय: बुधवार के दिन बुध ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
मीन राशि के जातकों के लिए बुध चौथे और सप्तम भाव का स्वामी है और अपनी वक्री गति में आपके छठे भाव में आ जाएगा। बुध सिंह राशि में वक्री के परिणाम स्वरुप आपके परिवार और दोस्तों के साथ कुछ परेशानियां उठानी बढ़ सकती हैं।
करियर के मोर्चे पर आप अच्छे नतीजे प्राप्त करने में असफल हो सकते हैं क्योंकि काम का दबाव आपके जीवन में बढ़ने वाला है।
सिंह राशि में बुध वक्री होने के दौरान धन के मोर्चे पर भी आपको उतार-चढ़ाव देखने को मिलेगा और जीवन में अधिक धन कमाई की संभावना कम रहेगी।
व्यावसायिक मोर्चे पर आपको प्रतिस्पर्धा और मुनाफा कम देखने को मिलेगा।
रिश्ते के संदर्भ में आप अच्छी इच्छा शक्ति की कमी के चलते अपने पार्टनर के साथ सुखद पलों का आनंद लेने में असफल रहेंगे।
अंत में बात करें स्वास्थ्य की तो आपको त्वचा संबंधित परेशानियां हो सकती हैं जिससे इस अवधि में आपके सुखी और स्वस्थ जीवन का आनंद लेने की क्षमता कम रहेगी।
उपाय: गुरुवार के दिन बृहस्पति ग्रह के लिए यज्ञ हवन करें।
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1: बुध वक्री के दौरान क्या ना करें?
बुध वक्री के दौरान कोई भी बड़ा या महत्वपूर्ण निर्णय ना लें, किसी महत्वपूर्ण दस्तावेज पर हस्ताक्षर करने से बचें, दूसरों से बहस ना करें और हो सके तो यात्रा भी ना करें। अधिक जानकारी के लिए यहां क्लिक करें- बुध वक्री।
2: क्या बुध का वक्री होना सिंह राशि के लिए अनुकूल है?
5 अगस्त का यह बुध वक्री सिंह राशि के जातकों के लिए मिश्रित परिणाम लेकर आएगा।
3: बुध वक्री इतना बुरा क्यों है?
ज्योतिषियों का मानना है कि बुध की वक्री स्थिति के दौरान लोग अपने पुराने नकारात्मक पड़ाव में वापस आ सकते हैं जिससे उनका व्यक्तिगत और व्यावसायिक जीवन बाधित होने वाला है।
4: बुध वक्री के दौरान लोग ब्रेकअप क्यों कर लेते हैं?
बुध की यह चाल हमारे संचार पर नकारात्मक प्रभाव डालती है इसीलिए संचार की कमी के चलते लोग अपने रिश्तों को बनाए रखने में संघर्ष करते नजर आ सकते हैं।