बुध का मीन राशि में उदय: बुध का अस्त स्थिति से बाहर आना या उदित होना एक शुभ घटना मानी जाती है। लेकिन इस बार बुध के उदित होने को शुभ नहीं कहा जा सकता है क्योंकि इसका उदय अपनी नीच राशि में हो रहा है। इस वजह से बुध के उदित होने के बाद अशुभ प्रभाव अधिक देखने को मिल सकते हैं।
31 मार्च को शाम 05 बजकर 57 मिनट पर बुध ग्रह मीन राशि में उदित होंगे। तो चलिए जानते हैं कि बुध का मीन राशि में उदय होने का सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव पड़ेगा।
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आपकी वर्तमान स्थिति को देखें, तो बुध मेष राशि के जातकों के लिए शुभ ग्रह नहीं है। तीसरे और छठे भाव का स्वामी बारहवें घर में नीच का हो रहा है जो कि अशुभ स्थिति है। इसके परिणामस्वरूप बुध का मीन राशि में उदय होने पर बुध से संबंधित सभी क्षेत्रों में नकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
किसी कॉन्ट्रैक्ट या एग्रीमेंट पर हस्ताक्षर करने को लेकर सावधानी बरतें और हो सके तो इसे टाल देना ही बेहतर रहेगा क्योंकि इस समयावधि में आपकी बुद्धिमानी और निर्णय लेने की क्षमता क्षीण हो सकती है। आपको इस समय धोखाधड़ी के फोन बहुत ज्यादा आ सकते हैं। आप आवेग में आकर कोई फैसला न लें और दूसरों की बातों में न आएं।
तीसरे भाव के स्वामी के बारहवें घर में नीच के होने के कारण इस समय आपके छोटे भाई-बहनों को चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। आपकी उनके साथ बहस हो सकती है या उन्हें स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। उन्हें अस्पताल में भर्ती होना पड़ सकता है इसलिए सतर्क रहें।
वित्तीय जीवन की बात करें, तो आप अपनी रुचि या शौक पर पैसा खर्च कर सकते हैं। बुध की अपनी उच्च राशि कन्या और छठे भाव पर दृष्टि पड़ रही है इसलिए आपके अपने मामा के साथ सकारात्मक संबंध रहेंगे। अगर आपका कोई कानूनी मसला या विवाद चल रहा है, तो यह समय इसे सुलझाने के लिए अनुकूल रहेगा। इसके अलावा अगर आपने लोन के लिए आवेदन किया है, तो इस समय उसे स्वीकृति मिल सकती है।
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वृषभ राशि के जातकों के लिए बुध एक शुभ ग्रह है लेकिन वर्तमान में नीच स्थिति में होने के कारण चीज़ें पूरी तरह से आपके पक्ष में नहीं रहेंगी। हालांकि, बुध के एक बार उदित होने के बाद आपको कुछ सुधार देखने को मिल सकता है। बुध का मीन राशि में उदय होने के दौरान जब आपके दूसरे और पांचवे भाव का स्वामी ग्यारहवें भाव में कमज़ोर होगा, तब आपको सोच-समझकर वित्तीय निर्णय लेने और सावधानीपूर्वक जोखिम उठाने की ज़रूरत होगी।
आप आवेगपूर्ण निर्णय लेने के लिए दबाव महसूस कर सकते हैं। आपको अपने दोस्तों या आसपास के लोगों से कोई गलत सलाह मिल सकती है जिससे आपको बचना चाहिए। आप अपने वित्त, प्रतिष्ठा, ईमानदारी या परिवार के सदस्यों और करीबी रिश्तेदारों के साथ संबंधों को लेकर अत्यधिक सावधानी बरतें। इस दौरान आप परिवार के किसी सदस्य का अनजाने में या जानबूझकर मज़ाक उड़ा सकते हैं। आपको अपने इस व्यवहार को नियंत्रित करने की आवश्यकता है।
इस समय बुध की आपके पांचवे भाव और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है। इससे यह समय वृषभ राशि के जातकों के लिए अनुकूल बन जाता है। अधिक संख्यात्मक कार्य वाले विषयों जैसे कि गणित, भाषा या अकाउंटिंग की पढ़ाई करने वाले छात्रों के लिए सकारात्मक समय है। जो जातक सिंगल हैं, उन्हें अपने आसपास या अपने सामाजिक दायरे में ही कोई पार्टनर मिल सकता है। यदि आप विवाहित हैं और संतान प्राप्ति के लिए प्रयास कर रहे हैं, तो इस समय आपकी यह इच्छा पूरी हो सकती है। आप पंचम भाव के इस सकारात्मक प्रभाव का अधिकतम लाभ उठाने का प्रयास करें।
उपाय: आप अपनी जेब या पर्स में हरे रंग का रूमाल रखें।
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मिथुन राशि के जातकों को बुध का मीन राशि में उदय होने पर अपनी सेहत में सुधार देखने को मिल सकता है। आपको घरेलू समस्याओं से राहत मिलने के भी संकेत हैं। आपको अपने करियर में भी सकारात्मक परिणाम देखने को मिलेंगे। हालांकि, अगर आपने अपने काम में अनैतिक कार्य या बेईमानी की है, तो इस समय आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है क्योंकि बुध आपके लग्न और चौथे भाव के स्वामी होकर दसवें भाव में नीच स्थिति में रहेंगे। इस कारण से आपको समाज में अपनी छवि को लेकर सतर्क रहना चाहिए।
अगर आप किसी महत्वपूर्ण प्रोजेक्ट का नेतृत्व कर रहे हैं जिसमें निर्णय लेने की ज़रूरत होती है, तो आपके मार्ग में अप्रत्याशित बाधाएं आ सकती हैं। इस समय आपको असफलता से बचने के लिए एक साथ कई काम करने, मैनेजमेंट और प्रशासन से संबंधित कार्यों को लेकर अधिक सावधान रहने की आवश्यकता है। बुध की आपके चौथे भाव और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है जिसके अनुसार आपको अपने परिवार खासतौर पर अपनी मां का सहयोग मिल सकता है। आपकी मां आपको प्रोत्साहन और प्रेरणा देंगी।
आपके घर का माहौल काफी अच्छा रहने वाला है। आपके परिवार के सदस्यों की नज़रें आप पर रहेंगी। हालांकि, अगर आप स्वयं निराश महसूस करते हैं, तो इससे उनका हौंसला भी प्रभावित हो सकता है। इसलिए बुध का मीन राशि में उदय होने पर मिथुन राशि के जातकों को आशावादी, प्रेरित और उल्लास से भरपूर रहने की सलाह दी जाती है। आप जीवन के प्रति सकारात्मक दृष्टिकोण रखें।
उपाय: आप अपने घर और कार्यक्षेत्र में बुध यंत्र की स्थापना करें।
कर्क राशि के तीसरे और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। हालांकि, आपके बारहवें भाव का स्वामी आपके नौवें भाव में कमज़ोर या नीच स्थिति में है। बुध के उदित होने से आपको साहस तो मिलेगा लेकिन द्वादश भाव के स्वामी का निर्बल होना आपके खर्चों में वृद्धि कर सकता है।
इस संयोग के कारण खासतौर पर यात्रा से संबंधित मामलों में असुविधा हो सकती है। बुध का मीन राशि में उदय होने के दौरान आपको लंबी यात्राओं के दौरान परेशानियां आ सकती हैं जैसे कि आपका सामना खो सकता है, कस्टम क्लियरेंस में दिक्कत आ सकती है या कागज़ी काम में अड़चनें आ सकती हैं।
इसके अलावा आपके और आपके पिता, प्रोफेसर, गुरु या मेंटर के साथ गलतफहमियां उत्पन्न होने की आशंका है। वर्तमान में बुध की आपके तीसरे और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है। इससे आपके आत्मविश्वास में वृद्धि होगी और आपके अपने छोटे भाई-बहनों के साथ रिश्ते मज़बूत होंगे। आप उनका सहयोग करेंगे लेकिन उनके सामने भी कुछ ऐसी चुनौतियां आ सकती हैं जिसमें उन्हें आपकी सहायता की ज़रूरत पड़े। आपको अपने छोटे भाई-बहनों, रिश्तेदारों और दोस्तों की सहायता करने की सलाह दी जाती है। आप खुलकर बात करें, सावधानी बरतें और महत्तपूर्ण मामलों में कोई कदम उठाएं।
उपाय: आप अपने पिता को हरे रंग की कोई चीज़ उपहार में दें।
सिंह राशि के जातकों के लिए बुध उनके दूसरे और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। बुध का मीन राशि में उदय होने से आपके वित्तीय मामलों में सुधार आने की संभावना है। हालांकि, बुध के आपके आठवें भाव में नीच के होने के कारण आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सामान्य तौर पर जब आपके वित्त को नियंत्रित करने वाला ग्रह आठवें भाव में होता है, तब जातक को अचानक पैतृक संपत्ति से आर्थिक लाभ, बिना कमाए आय प्राप्त होने या शेयर मार्केट में निवेश के माध्यम से धन लाभ होने की संभावना रहती है। हालांकि, बुध के मीन राशि में नीच अवस्था में उदित होने के कारण आप गलत वित्तीय निर्णय ले सकते हैं या ऐसी चीज़ों पर पैसा खर्च कर सकते हैं जिससे कोई लाभ न हो।
वर्तमान में बुध की अपनी उच्च राशि कन्या और आपके दूसरे भाव पर दृष्टि पड़ रही है। इससे आपकी सोच स्पष्ट रहेगी, आप अच्छे से बात करेंगे और आपको अपने परिवार से सहयोग प्राप्त होगा। हालांकि, इसका आपकी बचत पर सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा या नहीं, यह आपकी कुंडली में चल रही दशा पर निर्भर करता है। इन कारणों से सिंह राशि के जातकों को वित्तीय मामलों को लेकर सावधान रहने की सलाह दी जाती है क्योंकि इस दौरान आपको धोखा मिलने या आपके द्वारा गलत वित्तीय निर्णय लेने की आशंका है।
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कन्या राशि की बात करें, तो बुध इस राशि के लग्न और दसवें भाव के स्वामी हैं। बुध का मीन राशि में उदय होने पर आपकी सेहत और करियर में सुधार देखने को मिल सकता है। चूंकि, बुध मीन राशि में नीच अवस्था में आपके सप्तम भाव में उदित हो रहे हैं, इसलिए आपकी सभी समस्याओं का पूरी तरह से समाधान हो पाना मुश्किल है। आपके और आपके जीवनसाथी के बीच गलतफहमियां बढ़ सकती हैं या आपके बिज़नेस पार्टनर या जीवनसाथी द्वारा गलत निर्णय लेने की वजह से आपको वित्तीय नुकसान हो सकता है।
आपको इस समय बहुत ज्यादा सतर्क रहने की ज़रूरत है क्योंकि आपके पार्टनर से कोई बड़ी गलती हो सकती है। वैसे तो बुध क उदित होना लाभकारी होता है लेकिन यह स्वास्थ्य की दृष्टि से आपको परेशान कर सकता है। आपको त्वचा से संबंधित समस्याएं होने की आशंका है। वर्तमान में बुध की अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है जिससे आपको इन चुनौतियों का सामना करने के लिए ज़रूरी समझ और स्पष्टता प्राप्त होगी।
उपाय: आप 5 से 6 कैरेट का पन्ना रत्न पहनें। आप इसे चांदी या सोने की अंगूठी में बुधवार के दिन पहन सकते हैं। इससे कन्या राशि के जातकों को बुध के शुभ परिणाम प्राप्त होंगे।
तुला राशि के नौवें और बारहवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। नौवें भाव के स्वामी के उदय होने से आपके भाग्य में वृद्धि होगी लेकिन इसके साथ ही बारहवें भाव के स्वामी के उदय होने से आपके खर्चों में बढ़ोतरी भी देखने को मिलेगी और आपको हानि होने के संकेत हैं। चूंकि, बुध आपके छठे भाव में नीच स्थिति में हैं, इसलिए इस समय आपके और आपके सहकर्मियों के बीच गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं। भले ही आप सही हों लेकिन बुध का मीन राशि में उदय के दौरान आपके लिए अपनी बात को स्पष्ट रूप से रख पाना और दूसरों को अपनी बात समझना कठिन होगा।
इस कारण से तुला राशि के जातकों को अपने काम में अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही आप दूसरों के मामलों में बेवजह दखल न दें और गॉसिप एवं विवादों से दूर रहें। ग्रहों की इस स्थिति से पता चलता है कि आप पहले से ही चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। आपके नौवें भाव का स्वामी इस समय दुर्बल है इसलिए इस समयावधि में आपके लिए अपने सलाहकार या गुरु से मिलने वाली सलाह हर बार विश्वसनीय नहीं हो सकती है। वर्तमान में बुध की दृष्टि अपनी उच्च राशि कन्या और बारहवें भाव पर पड़ रही है जो कि शुभ संकेत नहीं है। इसकी वजह से आपके खर्चों में बढ़ोतरी और आर्थिक दबाव देखने को मिल सकता है।
उपाय: आप रोज़ गाय को हरा चारा खिलाएं।
वृश्चिक राशि के लिए बुध बहुत अनुकूल ग्रह नहीं है क्योंकि यह आपके आठवें और ग्यारहवें भाव का स्वामी है। आमतौर पर आठवें भाव के स्वामी का प्रभाव अशुभ होता है और जीवन में अस्थिरता लेकर आता है। इसके अलावा बुध का मीन राशि में उदय होने के दौरान बुध ग्रह आपके पांचवे भाव में नीच अवस्था में रहेंगे जिसकी वजह से आपको पंचम भाव से संबंधित मामलों में चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
वृश्चिक राशि के छात्रों को अपनी पढ़ाई में खासतौर पर प्रतियोगी परीक्षा की तैयारी कर रहे विद्यार्थियों को संघर्ष करना पड़ सकता है। इसलिए आपको परीक्षा की तैयारी पर ध्यान देने की ज़रूरत है। ट्रेडिंग या स्टॉक मार्केट से संबंधित कार्यों में वित्तीय नुकसान होने की आशंका है। इसके अलावा युवा जातकों से बातचीत के दौरान गलतफहमियां उत्पन्न हो सकती हैं।
वर्तमान में बुध की आपके ग्यारहवें भाव और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है। इससे वृश्चिक राशि के पेशेवर जातकों को प्रभावी लोगों के साथ संपर्क बनाने का मौका मिलेगा। बुध की वर्तमान की स्थिति को देखें तो इस समय आपकी समाज में लोकप्रियता बढ़ सकती है। इसके अलावा चाचा और बड़े भाई से आपके अच्छे संबंध बनेंगे।
उपाय: आपके लिए ज़रूरतमंद बच्चों और छात्रों को किताबें दान में देना लाभकारी सिद्ध होगा।
बृहत् कुंडली : जानें ग्रहों का आपके जीवन पर प्रभाव और उपाय
धनु राशि के सातवें और दसवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं। सातवें और दसवें भाव के स्वामी का उदित होना व्यवसाय की दृष्टि से अनुकूल रहने वाला है। हालांकि, वर्तमान में बुध चौथे भाव में नीच अवस्था में हैं। ग्रहों की इस स्थिति के अनुसार आपके अंदर या आपके पारिवारिक जीवन में जो कुछ भी चल रहा है, उसका असर आपकी छवि, करियर, निजी जीवन या घरेलू मामलों पर पड़ सकता है।
जब भी सातवें और दसवें भाव का स्वामी प्रभावित होता है, तब परिवार से संबंधित मुद्दे बढ़ जाते हैं। इसलिए आपको अपने करियर और निजी जीवन दोनों में ही समझदारी से संतुलन बनाए रखने और दोनों को प्राथमिकता देने की ज़रूरत है। विवाहित जातक खुद को अपने पार्टनर और मां के बीच फंसा हुआ महसूस कर सकते हैं। इसके अलावा बुध का मीन राशि में उदय होने पर आपको अपनी मां की सेहत को लेकर चिंता हो सकती है और उनके साथ रिश्ते में खटास आ सकती है।
बुध की आपके ग्यारहवें भाव और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है। इसके अनुसार भले ही सब कुछ ठीक लगे, लेकिन बुध के नीच अवस्था में होने के कारण आपको अपने करियर और पेशेवर जीवन को लेकर थोड़ी चिंता हो सकती है। हालांकि, लगातार प्रयास करने और प्रतिबद्ध रहकर आप इस समय को अच्छे से संभाल पाएंगे और उपलब्ध अवसरों का लाभ उठा पाएंगे।
उपाय: आप रोज़ तेल का दीपक जलाएं और तुलसी के पौधे की पूजा करें।
मकर राशि के लिए बुध बहुत शुभ और अत्यंत अनुकूल ग्रह हैं क्योंकि वह इस राशि के नौवें एवं छठे भाव के स्वामी हैं। बुध आपके तीसरे भाव में उदित होने जा रहे हैं जो कि बुध के लिए अनुकूल स्थान है। हालांकि, बुध के नीच राशि में होने की वजह से इसके संपूर्ण प्रभाव में बदलाव देखने को मिलेगा। इसके परिणामस्वरूप गलतफहमियां उत्पन्न होने की अधिक संभावना है जिससे आपके और आपके दोस्तों एवं भाई-बहनों के बीच गलतफहमियां पैदा हो सकती हैं या उनके साथ रिश्ते में नकारात्मकता आ सकती है।
इस समय सार्वजनिक स्तर पर कुछ भी पोस्ट करने को लेकर बहुत ज्यादा सावधानी बरतने की ज़रूरत है क्योंकि गलती होने पर आपको उसके परिणाम भुगतने पड़ सकते हैं। इसके अलावा किसी एग्रीमेंट, लीज़ या कॉन्ट्रैक्ट पर हस्ताक्षर करते समय सतर्क रहें क्योंकि इसमें अचानक से कोई समस्या आ सकती है। ऐसी चीज़ों के लिए पहले से ही तैयार रहें, तो बेहतर होगा।
वर्तमान में बुध की आपके नौवें भाव पर दृष्टि पड़ रही है जिससे आपको अपने माता-पिता, सलाहकार और गुरु से आशीर्वाद एवं मार्गदर्शन मिलने के संकेत हैं। यह भाव बुध की उच्च राशि कन्या से भी संबंधित है जो कि समझदारी और सावधानीपूर्वक बात करने और सोच-समझकर निर्णय लेने की सलाह दे रहा है।
उपाय: आप अपने छोटे भाई-बहन या चचेरे भाई-बहनों को कोई उपहार दें।
कुंभ राशि के पांचवे और आठवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं जिससे आपकी वैज्ञानिक रूप से सोचने की क्षमता में वृद्धि होती है। यह आपके आठवें भाव का भी स्वामी है जो कि रिसर्च का भाव है और यह इसे बौद्धिक कार्यों के लिए एक प्रभावशाली ग्रह बनाता है। वर्तमान में बुध आपके दूसरे भाव में उदित होंगे लेकिन वह यहां पर नीच अवस्था में भी हैं इसलिए आपको बहुत सोच-समझकर बोलने की सलाह दी जाती है क्योंकि आप अनजाने में दूसरों को आहत कर सकते हैं।
इसके अलावा आप अपने आहार और मौखिक स्वास्थ्य पर अधिक ध्यान दें क्योंकि खानपान की गलत आदतों की वजह से आपके बीमार होने या फूड पॉइज़निंग होने का खतरा अधिक है। इस समय आपके लिए वित्तीय स्तर पर सावधान रहना भी आवश्यक है। आवेग में आकर, लापरवाही से या बिना सोच-समझे निर्णय लेने से आपको आर्थिक नुकसान हो सकता है। आपके द्वारा गलत निर्णय लिए जा सकते हैं इसलिए आपके लिए इस समय सावधान रहना बहुत ज़रूरी है।
वर्तमान में बुध की आपके आठवें भाव और अपनी उच्च राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है जो कि कुंभ राशि के पीएचडी की पढ़ाई कर रहे या अध्ययन कर रहे छात्रों के लिए लाभकारी सिद्ध होगा। विवाहित जातकों को अपने ससुराल वालों से सहयोग मिलने की वजह से सकारात्मक परिणाम मिलने के आसार हैं। बुध का मीन राशि में उदय होने पर आपके और आपके पार्टनर की संयुक्त संपत्ति में वृद्धि होगी।
उपाय: आप रोज़ तुलसी के पौधे में जल चढ़ाएं और रोज़ एक तुलसी के पत्ते का सेवन करें।
मीन राशि के चौथे और सातवें भाव के स्वामी बुध ग्रह हैं और अब बुध आपके पहले भाव में उदित होने जा रहे हैं। यह संकेत देता है कि इन भावों से संबंधित पहलुओं पर आपका अधिक ध्यान रहेगा।बुध केपहले भाव में होने पर जातक की बुद्धिमानी, व्यावसायिक कौशल और समझदारी में वृद्धि होती है। पेशेवर जीवन में इन गुणों की बहुत आवश्यकता रहती है। हालांकि, बुध के लग्न भाव में नीच के होने के कारण आपको महत्वपूर्ण निर्णय लेने के मामले में झिझक और घबराहट महसूस हो सकती है।
यदि आपको अपने जीवन के लिए महत्वपूर्ण निर्णय लेने की ज़रूरत हो या आप किसी ऐसे नेतृत्व करने वाले पद पर हैं जहां आपको बड़े अकाउंट और टीमों की जिम्मेदारी संभालनी पड़ रही है, तो आपसे बातचीत में कोई गलती होने, कोई गलत शब्द मुंह से निकलने या मामूली गलतियां होने की आशंका है। इसके कारण आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। इससे आपकी छवि खराब हो सकती है। दूसरे लोग आपकी विश्वसनीयता, उत्तरदायित्व और जिम्मेदारी पर सवाल उठा सकते हैं।
वर्तमान में बुध की आपके सातवें भाव और अपनी उच्च की राशि कन्या पर दृष्टि पड़ रही है। बुध का मीन राशि में उदय होने पर आपको अपने जीवनसाथी के साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा और निजी जीवन एवं पेशेवर मामलों में उनका सहयोग प्राप्त होगा। सिंगल जातकों को विवाह के लिए जीवनसाथी मिल सकता है।
उपाय: आप रोज़ बुध ग्रह के बीज मंत्र का जाप करें।
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1. बुध का मीन राशि में उदय कब होगा?
31 मार्च, 2025 को 05 बजकर 57 मिनट पर बुध उदित होंगे।
2. मीन राशि के स्वामी ग्रह कौन हैं?
मीन राशि पर बृहस्पति का आधिपत्य है।
3. बुध किन राशियों के स्वामी हैं?
कन्या और मिथुन राशि के स्वामी बुध ग्रह हैं।