शनि गोचर 2025 (Shani Gochar 2025) - शनि ग्रह को न्यायाधीश और दंडनायक भी कहा जाता है। लंबे समय से यह अपनी कुंभ राशि में विराजमान थे और अब शनि अपनी कुंभ राशि से निकल कर बृहस्पति के आधिपत्य वाली मीन राशि में प्रवेश करने जा रहे हैं। शनि 29 मार्च 2025 को रात्रि 22:07 बजे मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे और इसके साथ ही मकर राशि के जातकों की साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी और मेष राशि के जातकों की साढ़ेसाती शुरू हो जाएगी।
शनि ग्रह का गोचर लगभग ढाई वर्ष तक एक राशि में होने के कारण यह सबसे अधिक लंबी अवधि तक एक राशि में गोचर करते हैं जिसका प्रभाव सभी जीवधारियों पर पड़ता है। शनि के मीन राशि में गोचर करने से मेष राशि को प्रथम चरण की, मीन राशि को द्वितीय चरण की और कुंभ राशि को अंतिम चरण की साढ़ेसाती प्रभावित करेगी। जहां तक शनि की ढैया या पनौती का प्रश्न है तो वृश्चिक राशि की ढैया समाप्त हो जाएगी तथा धनु राशि की ढैया शुरू होगी और कर्क राशि के लिए कंटक शनि की दशा समाप्त हो जाएगी और सिंह राशि के लिए प्रारंभ होगी।
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इसी वर्ष 29 मार्च को शनि के कुंभ राशि में से निकलकर मीन राशि में गोचर करने से पहले 22 फरवरी 2025 को प्रातः 11:23 बजे शनि महाराज अस्त अवस्था में आएंगे और जब यह 29 मार्च 2025 को मीन राशि में प्रवेश करेंगे तो अस्त अवस्था में ही होंगे और वहीं 31 मार्च 2025 को 00:43 बजे अस्त अवस्था से उदित अवस्था में आ जाएंगे।
शनि मीन राशि वालों के लिए विशेष प्रभावशाली ग्रह बन जाएंगे। इसी मीन राशि में 13 जुलाई 2025 को प्रातः 07:24 बजे वह वक्री अवस्था में अपनी चाल शुरू करेंगे और 28 नवंबर 2025 को प्रातः 07:26 बजे वह मार्गी अवस्था में आ जाएंगे।
शनि एक अनुशासन सिखाने वाले शिक्षक हैं जो न्याय का सिद्धांत देते हैं। वह शिक्षक की तरह हमारी ऊर्जाओं को एकत्रित करना और उनसे सही काम लेना हमें सिखाते हैं ताकि हम सही मार्ग पर चल सकें और गलत मार्ग पर चलने के बाद बार-बार आगाह करने के बाद भी यदि हम नहीं समझते तो हमें दंड देने का अधिकार भी शनिदेव को ही प्राप्त है। यह हमें सीमाओं में बंधना और अपने काम को महत्व देना सिखाते हैं। मीन राशि में शनि महाराज के होने से देवगुरु बृहस्पति के ज्ञान की राशि में जब शनि गोचर करेंगे तो वहां विभिन्न अवस्थाओं से गुजरते हुए यह बृहस्पति के नक्षत्र पूर्वाभाद्रपद, अपने नक्षत्र उत्तराभाद्रपद और बुध के नक्षत्र रेवती से होकर गुजरेंगे। शनि देव का यह गोचर विशेष रूप से प्रभावी रहेगा जिसका आपकी राशि पर भी विशेष प्रभाव पड़ेगा। तो चलिए अब आगे बढ़कर विस्तार से जानते हैं शनि गोचर 2025 में आपकी राशि के लिए शनि का गोचर आपके व्यवसाय, आपकी नौकरी, आपके निजी जीवन पर किस प्रकार का प्रभाव डालने वाला होगा।
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शनि गोचर 2025: मेष राशि में शनि देव दशम और एकादश भाव के स्वामी होकर आपके द्वादश भाव में प्रवेश करेंगे जिससे आपकी साढ़ेसाती का प्रारंभ होगा। यहां से शनि की दृष्टि आपके दूसरे भाव, छठे भाव और नवें भाव पर होगी जिससे लंबी यात्राओं के योग बनेंगे। विदेश यात्रा और विदेश में लंबे समय तक रहने की इच्छा पूरी हो सकती है। इसके साथ ही अधिक खर्च होने के योग बनेंगे। आपका खर्च आपकी आमदनी से ज्यादा बड़ा हो सकता है इसलिए आपको खर्च पर ध्यान देने की अत्यंत आवश्यकता पड़ेगी। यह समय स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म दे सकता है। आंखों में जलन, आंखों से पानी बहना, आंखों की रोशनी कम होना, पैर में चोट लगना, मोच आना, आदि समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। यदि आप कोई ऐसा व्यापार करते हैं जिससे विदेश से आपका संपर्क हो अथवा आप किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी करते हैं तो विदेशी माध्यमों से धन प्राप्ति के योग बन सकते हैं। इस दौरान आपको अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता में कमी महसूस हो सकती है और आप बीमार पड़ सकते हैं। जुलाई से नवंबर के बीच जब शनि महाराज वक्री अवस्था में होंगे तो इन समस्याओं में और अधिक बढ़ोतरी हो सकती है इसलिए आपको सावधान रहना होगा। उसके बाद का समय कुछ आरामदायक हो सकता है।
उपाय: शनिवार के दिन श्री बजरंग बाण का पाठ करें।
वृषभ राशि के जातकों के लिए शनि देव को नवम भाव और दशम भाव का स्वामी होने से योग कारक ग्रह कहा जाता है और वर्तमान शनि गोचर 2025 में यह आपके एकादश भाव में प्रवेश करेंगे। यह गोचर कई मायनों में आपके लिए लाभदायक रहेगा। वरिष्ठ अधिकारियों से आपके संबंध अनुकूल बनेंगे। वहां बैठे शनिदेव की दृष्टि आपकी राशि पर, आपके पंचम भाव पर और आपके अष्टम भाव पर होगी जिससे आपकी समस्याओं को दूर करेंगे। आपको प्रत्येक स्थान पर विजयी बनाएंगे। ग्यारहवें भाव में शनि का गोचर सर्वाधिक अनुकूल कहा जाता है। हालांकि इस दौरान शिक्षा में कुछ व्यवधान आएंगे। यह व्यवधान जुलाई से नवंबर के बीच अधिक हो सकते हैं क्योंकि उस दौरान शनि वक्री होंगे। आपको संतान को लेकर कुछ चिंताएं हो सकती हैं लेकिन उसके बाद का समय उपयुक्त रहेगा। आपकी इच्छाओं की पूर्ति होगी। वरिष्ठ अधिकारियों का सानिध्य नौकरी में पदोन्नति के योग बनाएगा। व्यापार में भी अच्छी सफलता मिल सकती है। लंबी यात्राओं से आपके काम बनेंगे। आप स्वयं एक अनुशासित जीवन जीना पसंद करेंगे। जो काम धन की कमी से अटके हुए थे, अब आपको पक्का जरिया मिलेगा, जो आपकी धन की कमी को पूरा करेगा और इससे रुके काम बनेंगे।
उपाय: मां दुर्गा जी के बीज मंत्र का जाप करना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
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मिथुन राशि के लिए शनि देव अष्टम भाव और नवम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान शनि गोचर 2025 के समय यह आपके दशम भाव में प्रवेश करेंगे। आपकी राशि स्वामी बुध के शनि महाराज मित्र हैं इसलिए आपके लिए यह गोचर अच्छा रहेगा। कार्यक्षेत्र में आपको अपना अच्छा प्रदर्शन करने का मौका मिलेगा। आपके ऊपर काम का दबाव तो बढ़ सकता है यानी कि आपके ऊपर अधिक मेहनत का दबाव रहेगा। आपको ज्यादा मेहनत करनी होगी और ज्यादा प्रयासों के बाद ही आपको सफलता मिलेगी। यहां बैठे शनि महाराज द्वादश भाव, चतुर्थ भाव और सप्तम भाव को पूर्ण दृष्टि से देखेंगे जिससे खर्चों में कुछ कमी आएगी लेकिन पारिवारिक जीवन में उतार-चढ़ाव बने रहेंगे। आपको जुलाई से नवंबर के बीच परिवार के बुजुर्ग सदस्यों विशेष कर आपके माता-पिता के स्वास्थ्य का ध्यान रखना होगा क्योंकि इस दौरान वे बीमार पड़ सकते हैं। आपको अपने जीवनसाथी से भी अच्छे संबंध बनाए रखने पर ध्यान देना होगा और यदि आप कोई व्यापार करते हैं तो व्यापार के लिए नीति नियमों के अनुसार चलना आपको लाभ देगा। यह गोचर आपकी इच्छाओं की पूर्ति करेगा और भाग्य की कृपा से आपके सभी काम सफल होंगे जिससे आपको जीवन में सफलता मिलेगी। यह गोचर आपके करियर में स्थायित्व लेकर आएगा।
उपाय: शनिवार के दिन दिव्यांग लोगों को भोजन कराएं।
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शनि गोचर 2025 के अनुसार कर्क राशि के जातकों के लिए शनि महाराज सप्तम और अष्टम भाव के स्वामी हैं और वर्तमान गोचर में यह आपके नवम भाव में प्रवेश करेंगे जिससे कर्क राशि के लिए चल रहे कंटक शनि की पनौती समाप्त हो जाएगी और आपके कार्यों में आ रही रुकावट भी धीरे-धीरे दूर होने लगेगी। व्यापार के सिलसिले में की जा रही यात्राएं आपके लिए लाभदायक रहेंगी। जीवनसाथी से आपके संबंध सामान्य होने लगेंगे। आप एक दूसरे के साथ लंबी यात्राएं करेंगे। घूमने फिरने से और एक दूसरे के साथ समय बिताने से आपका रिश्ता भी परिपक्व और पहले से ज्यादा मधुर हो जाएगा। आपस की गलतफहमियां दूर होंगी। लंबी यात्राओं के योग बनेंगे। अचानक से धन प्राप्ति होगी और लंबे समय से कहीं धन अटका हुआ था तो वह भी प्राप्त होने लगेगा। जुलाई से नवंबर के बीच आपको सावधान रहना चाहिए। स्वास्थ्य समस्याएं आपको परेशान कर सकती हैं। उसके बाद का समय अनुकूल रहेगा। यहां बैठे शनिदेव एकादश भाव, तृतीय भाव और छठे भाव को देखेंगे जिससे आपके विरोधी परास्त होंगे। आमदनी में बढ़ोतरी होगी। इच्छाओं की पूर्ति होगी और जीवन में अचानक से धन लाभ होगा। शेयर बाजार में किए गए निवेश से भी आपको इस दौरान धन लाभ प्राप्त हो सकता है। पिताजी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं इसलिए उनका ध्यान रखें।
उपाय: शनिवार के दिन साबुत काली उड़द का दान करें।
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सिंह राशि के जातकों के लिए शनि छठे और सातवें भाव के स्वामी होकर वर्तमान समय में आपके अष्टम भाव में प्रवेश करेंगे जिससे सिंह राशि के जातकों के लिए कंटक शनि की ढैया शुरू हो जाएगी। इस शनि गोचर 2025 के दौरान आपको अपने स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की आवश्यकता पड़ेगी क्योंकि यह समय किसी लंबी बीमारी के पनपने का हो सकता है। आपको छोटी से छोटी बीमारी को भी नजरअंदाज करने से बचना होगा जिससे आप किसी बड़ी बीमारी की चपेट में आने से बच जाएं। इस दौरान आप अपना उधार चुकाने में कामयाब हो सकते हैं। आप पूरा प्रयास करेंगे कि जितना आपके ऊपर कर्जा है, वह इस समय में चुक जाए। बीमारी से लड़ने के लिए आपके अंदर जज्बा पैदा होगा। कचहरी के मामलों में सफलता मिलेगी लेकिन आपका धन बहुत ज्यादा खर्च होगा। खर्चों में अप्रत्याशित बढ़ोतरी होगी। ससुराल पक्ष के लोगों से आपकी मुलाकात बार-बार होगी और कुछ विशेष मुद्दों पर उनसे चर्चा हो सकती है। यहां विराजमान होकर शनि महाराज आपके दशम भाव, द्वितीय भाव और पंचम भाव को देखेंगे जिससे कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव का सामना करना पड़ सकता है लेकिन आप शांत रहकर और मेहनत करेंगे तो कार्यक्षेत्र में सफलता मिलेगी। जुलाई से नवंबर के बीच कार्यक्षेत्र में उतार-चढ़ाव बढ़ सकते हैं, इसका ध्यान रखें और सेहत का भी ध्यान रखें। उसके बाद का समय सफलता देगा।
उपाय: शनिवार के दिन महाराज दशरथ कृत नील शनि स्तोत्र का पाठ करें।
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कन्या राशि के जातकों के लिए शनि पंचम भाव और षष्ठ भाव के स्वामी हैं और वर्तमान शनि गोचर 2025 आपके सप्तम भाव में होने जा रहा है जो कि लंबी साझेदारियों का भाव है। इस दौरान आपका प्रेम विवाह होने का योग बन सकता है। आप किसी से प्रेम करते हैं तो आपका प्रेम फलीभूत हो सकता है और आपका प्रेम विवाह हो सकता है। इस दौरान आप शादी अथवा व्यापार के लिए अथवा किसी अन्य आवश्यक कार्य के लिए बैंक से लोन आदि लेंगे तो उसमें आपको सफलता मिल सकती है। इस दौरान व्यावसायिक साझेदार से अपने संबंधों को सुधारने पर ध्यान दें। यहां से शनि देव आपके नवम भाव, प्रथम भाव और चतुर्थ भाव को देखेंगे जिससे लंबी यात्राओं के योग बन सकते हैं। यात्राएं थकावट से भरी हो सकती हैं लेकिन आपको मन का सुकून जरूर दे सकती हैं। परिवार के सदस्यों में सामंजस्य की कमी जुलाई से नवंबर के बीच देखने को मिल सकती है जिससे घर का माहौल कुछ कमजोर सा रहेगा इसलिए इस दौरान आपको धैर्य से काम लेना होगा। यह गोचर दीर्घकालीन निवेश और विदेशी व्यापार के लिए अच्छा संयोग दिख रहा है। वैवाहिक संबंधों में उतार-चढ़ाव की स्थिति आपको परेशान कर सकती है इसलिए अपने रिश्ते में सच्चे और वफादार बने रहें ताकि आपका वैवाहिक जीवन सुखद बना रहे।
उपाय: आपको शनिवार के दिन छाया दान करना चाहिए।
शनि गोचर 2025 की बात करें तो तुला राशि के जातकों के लिए शनि चतुर्थ और पंचम भाव के स्वामी होकर योगकारक ग्रह हैं और आपके छठे भाव में गोचर करेंगे। छठा भाव शनि के गोचर के लिए अनुकूल भाव माना जाता है। ऐसे में विरोधियों को आप परास्त करेंगे, उन पर विजय हासिल करेंगे। कार्यक्षेत्र में आपका दबदबा बढ़ेगा। आप नौकरी में भरपूर मेहनत करेंगे और आपको उसका पूरा मेहनताना भी मिलेगा। कार्यक्षेत्र में आपकी स्थिति मजबूत होगी और विरोधी मुंह की खाएंगे। आपको अपने आलस को त्यागना होगा नहीं तो बीमारी भी आ सकती है। जुलाई से नवंबर के बीच खासतौर से किसी बीमारी के प्रति सचेत और सावधान रहें। पारिवारिक मुद्दे विशेष कर प्रॉपर्टी से संबंधित विवाद जड़ पकड़ सकते हैं, इसका ध्यान रखें। यहां उपस्थित शनि अष्टम भाव, द्वादश भाव और तीसरे भाव को देखेंगे जिससे आपकी समस्याओं का अंत करेंगे। बीमारियों में कमी लाएंगे और आपको आगे बढ़ने का रास्ता देंगे। संघर्ष से ही आपको सफलता मिलेगी इसलिए आपको जी भरकर मेहनत करनी चाहिए। जो विद्यार्थी प्रतियोगिता परीक्षा की तैयारी कर रहे हैं, उन्हें भी विशेष सफलता मिल सकती है। हालांकि यही शनि बताते हैं कि ज्यादा मेहनत ही आपको सफलता देगी। जुलाई से नवंबर के बीच सेहत का विशेष ध्यान रखें, उसके बाद का समय अपेक्षाकृत अनुकूल रहेगा।
उपाय: शनिवार के दिन उड़द की दाल के बड़े सरसों के तेल में बनाकर गरीबों को बांटें।
वृश्चिक राशि के जातकों के लिए शनि महाराज तीसरे और चौथे भाव के स्वामी होकर शनि गोचर 2025 के दौरान आपके पंचम भाव में आएंगे और यहां से आपके सप्तम भाव, एकादश भाव और द्वितीय भाव को देखेंगे। शनि के प्रभाव से प्रेम संबंधों में प्रगाढ़ता आएगी। आप अपने प्रियतम के और निकट आएंगे। उनसे आपके संबंध मजबूत होंगे। आप अपने रिश्ते को सच्चाई से जियेंगे और अपने रिश्ते के लिए बहुत कुछ करना चाहेंगे। आप प्रयास करेंगे तो आपका अपनी मनपसंद के व्यक्ति से विवाह भी हो सकता है। आप इस दौरान नौकरी बदलने में कामयाब हो सकते हैं लेकिन भूल कर भी जुलाई से नवंबर के बीच नौकरी ना बदलें, नहीं तो आपको उस नौकरी से हाथ धोना पड़ सकता है। इसके बाद या इससे पूर्व का समय अनुकूल रहेगा। संतान को लेकर कुछ चिंताएं रहेंगी लेकिन आपकी संतान तरक्की करेगी। आपकी आमदनी में बढ़ोतरी हो सकती है। व्यापार करने वाले जातकों को अपनी आमदनी में बढ़ोतरी के लिए कुछ नई निवेश की नीति अपनानी होगी। शेयर बाजार में निवेश करने से आपको लाभ मिल सकता है। आप धन संचय करने की प्रवृत्ति के लिए जितना ज्यादा प्रयास करेंगे, उतना ही आपको आर्थिक सफलता मिल पाएगी।
उपाय: शनिवार के दिन आठ बार श्री हनुमान चालीसा का पाठ करें।
धनु राशि के जातकों के लिए शनि महाराज दूसरे और तीसरे भाव के स्वामी हैं और शनि गोचर 2025 धनु राशि के जातकों के चतुर्थ भाव में होगा। यहां उपस्थित होकर शनि महाराज छठे भाव, दशम भाव और प्रथम भाव को देखेंगे। शनि महाराज के इस गोचर के प्रभाव से धनु राशि के जातकों की ढैया यानी पनौती शुरू होगी। परिवार से दूरी बढ़ सकती है। घर बदलने के योग बन सकते हैं। काम के सिलसिले में या अन्य किसी कारण से आपको अपना वर्तमान निवास बदलना पड़ सकता है और किसी दूसरी जगह जाकर रहना पड़ सकता है। परिवार में सामंजस्य की कमी होने के कारण कुछ परेशानियां उत्पन्न हो सकती हैं। आपकी माताजी का स्वास्थ्य पीड़ित हो सकता है इसलिए आपको ध्यान देना होगा। अच्छी बात यह है कि कचहरी के मामलों में आपको सफलता मिल सकती है। काम के सिलसिले में बहुत ज्यादा मेहनत करने पर ही सफलता मिलने के योग बनेंगे। आपको अपने स्वास्थ्य पर भी ध्यान देना होगा। यदि आप अनुशासन पूर्वक जीवन व्यतीत करते हैं तो यह गोचर सफलता देगा। जुलाई से नवंबर के बीच छाती में संक्रमण और माता जी के स्वास्थ्य के प्रति विशेष ध्यान देने की आवश्यकता होगी। उसके बाद का समय अपेक्षाकृत अनुकूल हो सकता है।
उपाय: शनिवार के दिन काले तिलों का दान करें।
मकर राशि के स्वामी शनि देव आपके दूसरे भाव के स्वामी भी हैं और शनि गोचर 2025 आपकी राशि से तीसरे भाव में होने वाला है। इसी के साथ आपकी साढ़ेसाती का अंत हो जाएगा। तीसरे भाव में होने वाला शनि का गोचर आम तौर पर अनुकूल प्रभाव देता है। यहां उपस्थित शनि महाराज पंचम भाव, नवम भाव और द्वादश भाव को देखेंगे जिससे छोटी-छोटी यात्राओं के योग बनेंगे। आप वर्ष पर्यंत यात्रा करेंगे। विदेश यात्रा के योग भी बन सकते हैं और एक स्थान से दूसरे स्थान या शहर से दूसरे शहर भी जा सकते हैं। धर्म कर्म के मामलों में भी आपकी रुचि जागेगी। भाई - बहनों को स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं लेकिन आपका उनसे संबंध मधुर बनेगा। आपकी संतान प्रगति करेगी। आपके दोस्तों की संख्या में इजाफा होगा। आप अपनी बुद्धिमानी और चतुराई से कई कामों में सफलता प्राप्त कर सकते हैं। जुलाई से नवंबर के बीच पेट से जुड़े रोग परेशान कर सकते हैं और पिताजी और माताजी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। उसके बाद का समय ठीक-ठाक रहेगा। आप जितनी भाग दौड़ करेंगे और जितनी मेहनत करेंगे, आपको उतने ही निजी प्रयासों से सफलता मिलेगी। व्यापार करने वाले जातकों को कुछ जोखिम उठाने के लिए तैयार रहना चाहिए।
उपाय: शनिवार का व्रत रखना आपके लिए लाभदायक रहेगा।
कुम्भ राशि के स्वामी शनि महाराज आपके द्वादश भाव के भी स्वामी हैं और वर्तमान समय में आपके दूसरे भाव में प्रवेश करेंगे जिससे आपकी राशि के जातकों के लिए यह साढ़ेसाती का अंतिम चरण का प्रारंभ होगा। यहां उपस्थित शनि आपके चतुर्थ भाव, अष्टम भाव और एकादश भाव पर दृष्टि डालेंगे। धन संचित करने की आपको शिक्षा देंगे। शनि आपको कठोर शिक्षा देंगे कि किस प्रकार धन को संचित किया जाता है। आपको कठिन प्रयासों से ही धन को संचित करने में सफलता मिलेगी। यदि आप विदेश में काम करते हैं, किसी बहुराष्ट्रीय कंपनी में नौकरी करते हैं या विदेशी व्यापार करते हैं तो आपके लिए यह गोचर अच्छी सफलता लेकर आएगा और आपका धन संचय भी होगा। परिवार में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। कुटुंब के लोग आपस में सहमति जता सकते हैं। आपको संपत्ति के क्रय विक्रय से लाभ हो सकता है। अपने स्वास्थ्य का थोड़ा ध्यान तो रखना ही होगा। कड़वी जुबान बोलने से बचना होगा। जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। आमदनी में बढ़ोतरी होने के भी योग कठिन मेहनत के बाद बनेंगे। जुलाई से नवंबर के बीच परिवार में कुछ असंतुलन हो सकता है और धन संचय करने में समस्या होगी लेकिन आप खूब मेहनत के द्वारा अपनी इच्छाओं की पूर्ति कर सकते हैं और धन लाभ भी प्राप्त कर पाएंगे।
उपाय: शनिवार के दिन श्री शनि चालीसा का पाठ अवश्य करें।
शनि गोचर 2025 मीन राशि के जातकों के लिए विशेष रूप से प्रभावशाली रहेगा क्योंकि शनि महाराज आपकी ही राशि में डेरा जमाने वाले हैं। शनि महाराज आपके एकादश और द्वादश भाव के स्वामी होकर आपकी राशि में उपस्थित होंगे। यहां से आपके तीसरे भाव, सप्तम भाव और दशम भाव को देखेंगे। भाई - बहनों को प्रेम करेंगे। उनसे आपका स्नेह और मधुरता बढ़ेगी। वैवाहिक जीवन में उतार-चढ़ाव की स्थिति रहेगी। जीवनसाथी को स्वास्थ्य समस्याएं परेशान कर सकती हैं। आपके उनसे संबंध बिगड़ सकते हैं इसलिए आपको ध्यान देना होगा। व्यावसायिक संबंधों के लिए यह एक अच्छा समय है। आप कुछ नए लोगों से व्यावसायिक संबंध स्थापित कर सकते हैं। उससे व्यापार को लाभ होगा। व्यापार के लिए दीर्घकालिक अवधि की योजनाएं बनाना आपके लिए कारगर साबित होगा। नौकरी करने वाले जातकों को भी अपनी समझबूझ से काम करना और कठिन मेहनत से काम करने से आपको लाभ मिलेगा लेकिन मानसिक तनाव बना रहेगा। जुलाई से नवंबर के बीच मानसिक तनाव के साथ शारीरिक समस्याएं बढ़ सकती हैं और वैवाहिक संबंधों में उतार-चढ़ाव बढ़ जाएगा। इस दौरान आपको विशेष सावधानी बरतनी होगी।
उपाय: आपको शनिवार के दिन छाया दान करना लाभदायक रहेगा।
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हम आशा करते हैंं कि शनि गोचर 2025 आपके जीवन में खुशहाली और तरक्की लेकर आए और आप जीवन में कभी भी हताश ना हों। हमारी वेबसाइट पर विजिट करने के लिए आपका बहुत-बहुत धन्यवाद!
1. 2025 में शनि का गोचर कब होगा?
उत्तर: शनि 29 मार्च 2025 को रात्रि 22:07 बजे मीन राशि में प्रवेश कर जाएंगे।
2. शनि गोचर से किन राशियों को राहत मिलेगी?
उत्तर: मकर राशि के जातकों के लिए ये गोचर अनुकूल रहेगा क्योंकि इससे उनकी शनि साढ़ेसाती समाप्त हो जाएगी।
3. किन राशियों की शनि ढैया चल रही है?
उत्तर: इस गोचर से वृश्चिक राशि की ढैया समाप्त हो जाएगी तथा धनु राशि की ढैया शुरू होगी और कर्क राशि के लिए कंटक शनि की दशा समाप्त हो जाएगी और सिंह राशि के लिए प्रारंभ होगी।