वैदिक ज्योतिष के अनुसार बुध गोचर 2022 अपने गोचर के माध्यम से जातकों के जीवन पर प्रभाव डालने वाला है। इस लेख में, आपको एक अंतर्दृष्टि प्राप्त होगी कि बुध अपने इस गोचर के दौरान सभी 12 राशियों पर क्या प्रभाव डाल सकता है। आइए हम जानते हैं वर्ष 2022 में बुध के गोचर की तिथियां और साथ ही जानेंगे कि आपकी राशि अनुसार इसका आपके जीवन पर क्या प्रभाव पड़ने की संभावना है।
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बुध एक युवा और ऊर्जावान ग्रह है, यह सभी ग्रहों में सबसे तेज गोचर करने वाला ग्रह होता है। बुध संवाद का कारक होता है इसीलिए रोमन पौराणिक कथाओं में इसे देवदूत के रूप में भी पूजा जाता है। आमतौर पर बुध ग्रह को बुद्धि का कारक ग्रह माना जाता है। इसलिए जातक की कुंडली में मजबूत बुध जातक को बौद्धिक रूप से शक्तिशाली बनाता है। इसके अलावा जिन जातकों का बुध मजबूत होता है, वे उम्र में छोटे दिखते हैं साथ ही उनकी त्वचा भी बहुत निखरी हुई होती है। इस ग्रह के प्रभाव के कारण जातकों में किसी चीज़ को समझाने की शक्ति व संवाद करने की शक्ति अन्य जातकों की अपेक्षा अधिक होती है। बुध एक लाभकारी ग्रह है लेकिन इसके साथ शर्त यह है कि यह शुभ ग्रहों के प्रभाव में होने पर सकारात्मक परिणाम देता है और अशुभ ग्रहों की दृष्टि में होने पर यह नकारात्मक परिणाम देने लगता है। बुध का स्वतंत्र प्रभाव जातक को शरारती और मज़ाकिया बना सकता है। शरारती होने के साथ-साथ ये जातक हाज़िर जवाबी में बहुत अच्छे होते हैं। ये जातक अक्सर बात करना पसंद करते हैं और इसीलिए बातूनी भी होते हैं। बुध मिथुन और कन्या राशियों का स्वामी ग्रह होता है। ये दोनों राशियां तार्किक दृष्टिकोण रखती हैं हालांकि, इन दोनों राशियों के कुछ विशेष लक्षण होते हैं जैसे कि मिथुन राशि के जातक कन्या राशि के जातकों के मुक़ाबले अधिक खुले विचारों के होते हैं। जबकि मिथुन राशि के जातकों की तुलना में कन्या राशि के जातक अधिक ईमानदार होते हैं। इन दोनों में बुध के सभी गुण मौजूद होते हैं। हालाँकि, बुध स्वराशि कन्या में उच्च का होता है जबकि यह बृहस्पति शासित मीन राशि में नीच का हो जाता है।
आइए जानते हैं, बुध गोचर 2022 की तिथियां और प्रत्येक राशि में उसके प्रभाव।
राशि से | राशि में | तिथि | दिन |
मकर | कुंभ | 6 मार्च | रविवार |
कुंभ | मीन | 24 मार्च | बृहस्पतिवार |
मीन | मेष | 8 अप्रैल | शुक्रवार |
मेष | वृषभ | 25 अप्रैल | सोमवार |
वृषभ | मिथुन | 2 जुलाई | शनिवार |
मिथुन | कर्क | 17 जुलाई | रविवार |
कर्क | सिंह | 1 अगस्त | सोमवार |
सिंह | कन्या | 21 अगस्त | रविवार |
कन्या | तुला | 26 अक्टूबर | बुधवार |
तुला | वृश्चिक | 13 नवंबर | रविवार |
वृश्चिक | धनु | 3 दिसंबर | शनिवार |
धनु | मकर | 28 दिसंबर | बुधवार |
मकर | धनु | 30 दिसंबर | शुक्रवार |
मेष एक उग्र राशि है जिसका स्वामी मंगल होता है। मंगल की इस राशि में बुध काफ़ी सक्रिय और गतिशील होता है। ऐसे में यह जातकों के जीवन में नई शुरुआत की ओर इशारा करता है और जो जातक किसी नई योजना पर कार्य करना चाहते हैं वे तीव्रता से अपने कार्य की शुरुआत कर सकते हैं। जो जातक पहले से ही किसी योजना पर कार्य शुरू करना चाहते थे पर किसी कारण से रुके हुए थे, वे अधिक समय व्यर्थ न करते हुए त्वतरित रूप से कार्य प्रारम्भ कर सकते हैं। बुध की यह स्थिति जातकों की वाणी में तेजी ला सकती है। कुछ उग्र राशियां जैसे मेष, सिंह और धनु राशि के जातक अपनी वाणी में उग्रता देख सकते हैं। जल तत्व की राशियां जैसे कर्क, वृश्चिक और मीन राशि के जातक अपने स्वभाव में अनियमित बदलाव और भ्रमित मानसिकता के साथ अपनी वाणी में उतार-चढ़ाव देख सकते हैं। साथ ही इस दौरान पृथ्वी तत्व की राशियां जैसे वृषभ, कन्या और मकर राशि के जातकों को अपना आलसी रवैय्या छोड़ कर कमर कसने की ज़रूरत पड़ सकती हैं। वायु तत्व की राशियां जैसे मिथुन, तुला और कुंभ राशि जातक सपनों की दुनिया में खोए रह सकते हैं और नई-नई योजनाएं बना सकते हैं। जो जातक डिज़ाइनिंग, मीडिया जैसे रचनात्मक क्षेत्र में हैं, बुध के इस गोचर के दौरान आपको अपने करियर में प्रगति देखने को मिल सकती है।
वर्ष 2022 में बुध का मेष राशि में गोचर करना कर्क, तुला और सिंह राशि के जातकों के लिए अनुकूल रह सकता है।
उपाय: किसी मंदिर में बुधवार के दिन हरी दाल का दान करना आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।
वृषभ पृथ्वी तत्व की राशि है जिसका स्वामी ग्रह शुक्र होता है। बुध ग्रह का अपनी मित्र राशियों में गोचर करना शुभ माना जाता है। यह गोचर जातकों के मन में किसी भी योजना या विचार को लेकर स्पष्टता ला सकता है। इस दौरान जातकों की दूरदर्शिता में सुधार हो सकता है, जिससे वे व्यक्तिगत मामलों में या पेशेवर मामलों में बेहतर निर्णय लेने में सक्षम रह सकते हैं। वहीं जो जातक पढ़ाई कर रहे हैं यानी छात्र हैं, वे अपने भविष्य के लक्ष्य निर्धारित कर सकते हैं व उन्हें प्राप्त करने के लिए दृढ़ संकल्पित हो सकते हैं। यह विशेष अवधि वृषभ राशि के जातकों को व्यावहारिक बना सकती है और वे कोई भी फ़ैसला लेने से पहले उस पर कई बार विचार कर सकते हैं। साथ ही यह गोचर जातकों के स्वभाव को संतुलित और विनम्र भी कर सकता है। इस दौरान आपकी समझदारी लोगों के आकर्षण का केंद्र हो सकता है और लोग आपसे बेहतर व उचित सलाह के लिए संपर्क कर सकते हैं। रियल एस्टेट, मार्केटिंग, कानूनी फर्मों और न्यायपालिका में कार्यरत लोगों के लिए इस अवधि के अनुकूल होने की संभावना है। जिन लोगों का अपना ख़ुद का व्यवसाय है, वे लोग ग्राहक सेवा की रणनीतियों में सुधार के कारण ग्राहकों की संख्या में कुछ वृद्धि देख सकते हैं यानी आपको इस गोचर के सकारात्मक प्रभाव देखने को मिल सकते हैं।
वर्ष 2022 में बुध का वृषभ राशि में यह गोचर कर्क, कन्या और मकर राशि के जातकों के लिए सकारात्मक परिणाम ला सकता है।
उपाय: बुधवार के दिन भगवान गणेश को ध्रुव का भोग लगाना आपके लिए बेहतर उपायों में से एक हो सकता है।
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बुध मिथुन राशि का स्वामी ग्रह होता है और सभी 12 राशियों के बीच मिथुन को एक नटखट राशि के रूप में जाना जाता है। बुध का मिथुन राशि में गोचर आमतौर पर मिथुन राशि के जातकों के जीवन में जीवंत भाव लेकर आता है। मिथुन राशि के जातक इस दौरान काफ़ी मिलनसार हो जाते हैं और उन्हें अलग-अलग लोगों से संवाद करना और घूमना-फिरना काफ़ी पसंद आता है। बुध का गोचर मिथुन राशि के जातकों को दिवास्वप्न देखने वाला बना सकता है। यह मिथुन राशि के जातकों को रोमांस से जोड़ सकता है और उन्हें इस दौरान नई चीजों की खोज करना बेहद पसंद आ सकता है और वे नीरस चीजों से किनारा कर सकते हैं। इस दौरान आप कई पसंदीदा काम करके अपने जीवन में नए रंग जोड़ना पसंद कर सकते हैं, साथ ही अपने शौक और रुचियों में ख़ुद को व्यस्त रख सकते हैं। इस अवधि में आपके क्रश और ब्लश बढ़ सकते हैं और आप इस दौरान उनके साथ डेटिंग भी कर सकते हैं। आप अपनी कर्कश आवाज़ और रोचक व्यक्तित्व से लोगों का आकर्षण अपनी ओर खींच सकते हैं। इस गोचर काल में विपरीत लिंग के प्रति आपका विशेष रूप से आकर्षण रहने की संभावना है। यह गोचर जातकों के लिए आर्थिक रूप से लाभप्रद हो सकता है। जो लोग दूरसंचार, पत्रकारिता और मीडिया क्षेत्र में काम कर रहे हैं, उनके लिए यह समय अनुकूल रहने की संभावना है। साथ ही कवियों और लेखकों के लिए यह समय बहुत अच्छा साबित हो सकता है।
उपाय: शुभ परिणामों के लिए आप अपने कार्यस्थल या लॉकर में हरे रंग का एवेन्टूराइन क्रिस्टल का पेड़ रख सकते हैं।
कर्क राशि जल तत्व की राशि होती है। जिसका स्वामी ग्रह चंद्रमा होता है। इस संवेदनशील राशि में बुध का गोचर करना जातकों की भावनाओं और उमंगों को उत्तेजित कर सकता है जैसे कि शांत और शर्मीले लोग अपनी भावनाओं को खुल कर व्यक्त कर सकते हैं। जो लोग पहले से ही घुलने-मिलने का स्वभाव रखते हैं यानी मिलनसार हैं, वे लोग अधिक बातूनी हो सकते हैं। इन दिनों आप व्यावहारिक होने की बजाय भावनात्मक रूप से कमज़ोर हो सकते हैं। जिसकी वजह से आप अपने परिवार और दोस्तों के साथ समय बिताना पसंद कर सकते हैं इसलिए हो सकता है कि आप उनसे बार-बार मिलने और साथ बने रहने लिए छोटी यात्राओं की योजना भी बनाएं। इस दौरान आप अधिक भावुक भी हो सकते हैं और आप लोगों से यह उम्मीद कर सकते हैं कि वे आपकी बात सुनें और आपको समझें। साथ ही आप लोगों से चाह सकते हैं कि वे आप पर अधिक ध्यान दें और आपके अनिश्चित स्वभाव और व्यवहार को समझें। इस दौरान आप थोड़े विद्रोही भी हो सकते हैं। जो जातक अभिनय, रंगमंच, नाटक आदि क्षेत्र में हैं, उनके लिए यह अवधि अनुकूल रह सकती है। साथ ही जो जातक व्यापार या व्यवसाय में हैं या लेखक के रूप में काम कर रहे हैं उनके लिए भी यह समय अच्छा साबित हो सकता है। इस अवधि के दौरान छात्रों की एकाग्रता भी बेहतर हो सकती है।
उपाय: बुधवार के दिन ज़रूरतमंद कन्याओं को हरे वस्त्रों का दान आपके लिए बेहतर उपाय हो सकता है।
सिंह राशि पर सूर्य का शासन होता है जो कि सभी नौ ग्रहों का राजा है। सिंह एक उग्र राशि है और इस राशि में बुध का गोचर काफ़ी प्रभावशाली होता है क्योंकि इस दौरान बुध अपनी उच्च राशि की ओर आ रहा होता है। इस अवधि में बुध द्वारा जातकों के जीवन में जोश लेकर आने की संभावना है। जिससे उनकी प्रेरणाएँ मज़बूत होंगी और वे अपने लक्ष्य को हासिल करने के लिए दृढ़ निश्चयी हो सकते हैं। आपकी महत्वाकांक्षाएं आसमान छुएंगी और आप अपनी शूरता को साबित करने के लिए किसी भी हद तक जा सकते हैं। आपकी वाणी में कटुता आ सकती है लेकिन आपके स्पष्ट और बेबाक रहने की उम्मीद है और हो सकता है कि आपके इस प्रभावकारी रवैये की सराहना आपके प्रियजन और आपके आस-पास के लोग न करें। आप अपने जीवन में लक्ष्य के प्रति केन्द्रित रहेंगे और आपके अंदर कुछ बड़ा हासिल करने की जिजीविषा रहेगी, जिसके लिए आप अपने लिए कुछ मानक निर्धारित कर सकते हैं यानी ख़ुद को सीमित कर सकते हैं। जो जातक अपने स्वयं के व्यवसाय में हैं, उनके लिए यह समय शुभ रहने की संभावना है क्योंकि आप अपने कार्यभार को आसानी से संभाल सकते हैं और किसी नई योजना पर कार्य की शुरुआत भी कर सकते हैं। जो लोग सरकारी सेवाओं में हैं, उनकी भी इस दौरान मजबूत स्थिति रह सकती है। इसके अलावा भाषा में नियंत्रण के कारण पत्रकार, मेज़बान और वक्ताओं के लिए भी यह अवधि अनुकूल रह सकती है। साथ ही कर्क, वृश्चिक और धनु राशि के लिए बुध का यह गोचर अनुकूल रह सकता है।
उपाय: बुधवार के दिन भगवान गणेश को दो बूंदी के लड्डू चढ़ाना आपके लिए बेहतर उपाय हो सकता है।
कन्या एक बुध शासित राशि है और इस राशि में बुध उच्च का होता है। इस राशि में बुध अच्छी तरह से स्थित और संतुलित होता है। इस राशि में बुध का यह गोचर बेहतर निर्णय लेने की शक्ति लाता है और आप चीज़ों को सही ढंग से तौलने में सक्षम हो सकते हैं। यह बुद्धि और विश्लेषण करने की क्षमता में भी वृद्धि लाता है। आप अपनी वाणी में नरम रहेंगे और अपने कोमल उच्चारण से अपने आस-पास के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। आर्थिक दृष्टि से भी यह गोचर आपके लिए शुभ होगा। यदि किसी वजह से आपका धन कहीं रुका हुआ है तो इस दौरान आप उसे भी हासिल करने में कामयाब हो सकते हैं। साथ ही एक से अधिक स्रोतों से आमदनी की संभावनाएं हैं। यदि आप कोई अल्पकालिक यानी कम समय के निवेश करने की योजना बना रहे हैं तो यह अवधि आपके पक्ष में है। आप अपने व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में संतुलन बनाए रखने में भी सक्षम रहेंगे। जो जातक सेल्स और मार्केटिंग बिज़नेस से जुड़े हैं उनके लिए बुध का यह गोचर अनुकूल रह सकता है। चार्टर्ड अकाउंटेंसी, कंपनी सेक्रेटरी और लिटिगेशन का अभ्यास करने वाले जातकों के लिए भी यह समय काफ़ी अनुकूल रह सकता है। मिथुन, धनु और मीन राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अच्छे परिणाम ल सकता है।
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तुला संतुलन का प्रतीक है, जिसका स्वामी ग्रह शुक्र होता है। बुध का अपनी मित्र राशि में गोचर करना लाभकारी होता है। यह जातकों के जीवन में कौशल और कला को लाता है। इस दौरान जातक वाणी में नरम होंगे और अपने उच्चारण से आस-पास के लोगों को प्रभावित कर सकते हैं। इस अवधि के दौरान आप अधिक रचनात्मक हो सकते हैं और आपकी रचनात्मकता की वजह से आप कल्पनाशील चीज़ों को करना पसंद करेंगे, साथ ही अपने शौक को भी आगे बढ़ाएंगे और उससे आमदनी की कोशिश भी कर सकते हैं। इस दौरान आपका झुकाव साहित्य और संगीत की ओर बढ़ सकता है और आप इन क्षेत्रों में अधिक ज्ञान प्राप्त करने का प्रयास कर सकते हैं। इस अवधि में आप अपनी रुचि और शौक के अभ्यास के लिए धन ख़र्च भी कर सकते हैं। आप मिलनसार हो सकते हैं और लोगों से मिलना-जुलना या सामूहीकरण करना पसंद कर सकते हैं। इस अवधि आप संबंधों को मजबूत बनाने में सफल रहेंगे, चाहे वो पेशेवर हों या व्यक्तिगत। यह विशेषता आपके आस-पास के लोगों में आपके लिए लोकप्रियता भी ला सकती है। यह गोचर उन जातकों के भी अनुकूल रह सकता हैं जो रचनात्मक क्षेत्र में कार्य कर रहे हैं, जैसे उन्हें नए-नए रचनात्मक विचार मिल सकते हैं, जिससे उन्हें लाभकारी परिणाम मिल सकते हैं। यह गोचर वृषभ, कन्या और मिथुन राशि के जातकों के लिए भी अनुकूल रहेगा।
उपाय: दिन में 108 बार "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का जाप आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।
वृश्चिक जल तत्व की राशि है और इसका स्वामी मंगल होता है। इस राशि में बुध का गोचर जातकों को अभिलाषी बना सकता है, साथ ही इस दौरान उनका झुकाव प्रेम और कामुकता की ओर रह सकता है। यह अवधि छात्रों और अभ्यर्थियों के लिए अनुकूल है जैसे कि उनकी जिज्ञासा नई चीज़ों को जानने में और अपने विषयों के सूक्ष्म विवरण को जानने में प्रबल हो सकती है। वे अपना अधिकांश समय अपने विषयों को सही से समझने व किसी खोज में व्यतीत कर सकते हैं। यह गोचर जातकों को अपने आस-पास हो रही चीज़ों के बारे में अधिक जागरूक और तेज़नज़र बना सकता है और यह जागरूकता आपको व्यक्तिगत और पेशेवर क्षेत्र में अपने शत्रुओं और विरोधियों से बचा सकती है, जो आपके कार्यों में बाधा डालने का प्रयास कर सकते हैं। जो जातक स्वयं के व्यवसाय में हैं, उनके लिए भी यह अच्छा समय हो सकता है जैसे कि आप अपनी नीतियों को गोपनीय रख सकते हैं, जो कि आपके व्यवहार में सुधार कर सकता है और अपने प्रतिद्वंदियों से चीज़ें छिपाने में भी मदद कर सकता है। कर्क, सिंह और मीन राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अनुकूल रहेगा।
उपाय: सुबह 108 बार "ॐ बुं बुधाय नमः" मंत्र का जाप आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।
धनु आदर्शवाद और आशावाद का प्रतीक होता है और इस उग्र राशि का स्वामी बृहस्पति होता है। इस राशि में बुध ग्रह का गोचर आम तौर पर विरोधी विचार लाता है। इस अवधि के दौरान बुध की बुद्धि का मुक़ाबला बृहस्पति की बुद्धि से किया जाता है। इसका तात्पर्य यह है कि एक तरफ़ तो आप चीज़ों का तार्किक रूप से मूल्यांकन करने की कोशिश कर सकते हैं और दूसरी तरफ़ आप एक अनुभवी और परिपक्व दृष्टिकोण के साथ चीज़ों को देखने की कोशिश कर सकते हैं। इन दोनों तरीकों से सोचने का आपका यह तरीका आपके व्यक्तिगत और पेशेवर जीवन में काफ़ी भ्रम पैदा कर सकता है। हालाँकि, इन दोनों तरह से आप एक प्रगतिशील विचारक होंगे और इस अवधि के दौरान अपने सपनों को प्राप्त करने का लक्ष्य रख सकते हैं। आप अपने पर नियंत्रण रख सकते हैं और आप अपने कार्यस्थल पर शर्तों को निर्धारित कर सकते हैं। जो जातक हाई प्रोफ़ाइल जॉब या सरकारी क्षेत्र में कार्यरत हैं उनके लिए यह अवधि वरदान साबित हो सकती है। साथ ही यह गोचर छात्रों के लिए भी उत्थानकारी हो सकता है चूंकि उनके अंदर की जिज्ञासाओं और भ्रमों के कारण वे अधिक समय अपनी पढ़ाई या खोज पर दे सकते हैं, जिससे उनकी सभी शंकाओं का समाधान भी निकलेगा और साथ ही वे सकारात्मक परिणाम प्राप्त कर सकते हैं। मेष, सिंह और कुम्भ राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अनुकूल सह सकता है।
उपाय: बुधवार के दिन दुर्गा चालीसा का पाठ आपके लिए बेहतर उपाय हो सकता है।
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मकर पृथ्वी तत्व की राशि होती है, जिसका स्वामी शनि ग्रह होता है। इस राशि के जातक विनम्र होते हैं और कर्मों पर विश्वास रखते हैं अर्थात आप जैसे कर्म करेंगे वैसे फल पाएंगे। इस राशि में बुध का गोचर जातकों में थोड़ा सा आवेग लेकर आ सकता है हालांकि उनके विश्लेषण करने की कुशलता में तेजी आ सकती है। इस अवधि में ऐसे जातकों का मस्तिष्क तीव्र गति से कार्य कर सकता है, जिससे इन्हें किसी भी निर्णय को लेने में अधिक समय नहीं लगेगा। इस अवधि के दौरान इस राशि के जातक पेशेवर जीवन में ईमानदार और निष्पक्ष सौदों में विश्वास कर सकते हैं और इससे उनके ग्राहकों द्वारा इस रवैये की सराहना भी की जा सकती है। हालांकि उन्हें अपने इस आदर्शवादी स्वभाव को लेकर व्यक्तिगत जीवन में संघर्षों का सामना करना पड़ सकता है लेकिन वे अपने फ़ैसले पर दृढ़ संकल्पित होंगे और अपने कथन पर अडिग रह सकते हैं। जातक अपने लक्ष्य की ओर क्रेंद्रित रहेंगे और उन चरणों का पालन भी करेंगे जो उनकी इच्छाओं को पूरा करने की ओर ले जा सकते हैं। इस बुध गोचर काल में आप अधिक व्यावहारिक और समझदार हो सकते हैं। इस दौरान जो जातक मुकदमेबाजी, लेखा और प्रशासन क्षेत्रों में हैं, उनके लिए भी यह अवधि अनुकूल रह सकती है। साथ ही जो जातक प्रतियोगी परीक्षाओं में शामिल होने वाले हैं, उनकी समझ में विस्तार हो सकता है यानी उनकी कुशलता में वृद्धि हो सकती है। कन्या, कर्क और वृषभ राशि के जातकों के लिए भी यह गोचर अनुकूल रहेगा।
उपाय: मंदिर में किसी ब्राह्मण को हरी पत्तेदार सब्ज़ियों का दान आपके लिए एक बेहतर उपाय हो सकता है।
कुंभ वायु तत्व की राशि है जिसका स्वामी ग्रह शनि होता है। इस राशि में बुध का गोचर जातकों के जीवन में शक्ति और नियंत्रण ला सकता है। वे अतिसक्रिय हो सकते हैं और अपनी बुद्धि का प्रयोग किसी मशीन की तरह कर सकते हैं यानी वे त्वरित रूप से विश्लेषण करके किसी चीज़ पर कार्रवाई कर सकते हैं। इस अवधि के दौरान जातक अधिक महत्वाकांक्षी हो सकते हैं और पलक झपकते ही सब कुछ हासिल करने का लक्ष्य बना सकते हैं। इस दौरान आपका नियंत्रण अपनी भावनाओं पर या अपनी वाणी पर नहीं रह सकता है और इस वजह से आप आपने आस-पास के लोगों को ठेस भी पहुंचा सकते हैं। आप इस दौरान ख़ुद को अधिक ज़िम्मेदार महसूस कर सकते हैं और अपने आस-पास के लोगों के अधिकारों के लिए लड़ भी सकते हैं। इस अवधि में आप अपने व्यवहार में यह भी महसूस कर सकते हैं कि आप लोगों और उनकी परिस्थितियों के साथ निष्पक्ष और न्यायपूर्ण हैं। आपका यह रवैया आपके व्यवहार में अहंकार की भावना ला सकता है, साथ ही आप स्वयं के बारे में ही बात करना पसंद कर सकते हैं। हालांकि, आप अपनी दृढ़ता और अपने विश्वास से अपने आस-पास के लोगों को प्रभावित करने में सक्षम हो सकते हैं। बुध का यह गोचर मीडियाकर्मियों, अभिनेताओं और मार्केटिंग के लोगों के लिए अनुकूल है। साथ ही मकर, तुला और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए भी शुभ है।
उपाय: बुधवार का व्रत आपके लिए उत्तम उपाय हो सकता है।
मीन जल तत्व की राशि है जिसका स्वामित्व बृहस्पति ग्रह करता है। इस राशि में बुध का गोचर जातकों के विचारों में रचनात्मकता और नए आयाम ला सकता है। आप किसी नए विचार पर कार्य करने या नए उद्यम यानी स्टार्ट-अप की योजना बना सकते हैं। आप इस दौरान अत्यधिक आशावादी और एक अच्छे सलाहकर हो सकते हैं। आप इस अवधि में थोड़े भावुक और संवेदनशील हो सकते हैं, जिससे आप किसी की बातों से या कार्य से आहत भी सकते हैं। आप अपने आस-पास के लोगों पर पूर्ण रूप से विश्वास कर सकते हैं। एकल जीवन व्यतीत कर रहे लोग किसी रिश्ते में प्रवेश कर सकते हैं और जो लोग पहले से रिश्ते में हैं वे अपने रिश्ते को अगले स्तर पर ले जा सकते हैं यानी संबंध के लिहाज से यह समय अनुकूल रहने वाला है। आपकी दूरदर्शिता अच्छी हो सकती है और आप अपनी सहज क्षमताओं से अपने प्रियजनों की मदद भी कर सकते हैं। आप भावनात्मक रूप से कमज़ोर पड़ सकते हैं और पेशेवर जीवन में आपके लिए यह कहीं से भी मददगार साबित नहीं हो सकता है चूंकि व्यावहारिक रूप से सोचने में आप कमज़ोर पड़ सकते हैं। आपको इस दौरान कोई भी महत्वपूर्ण निर्णय लेने से बचना चाहिए क्योंकि आप सामर्थ्य में कमज़ोर हो सकते हैं। साथ ही इस अवधि के दौरान आपको कुछ समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है और आप अपने आपको और अपनी भावनाओं को किसी के सामने व्यक्त भी कर सकते हैं। मीन राशि के जातकों के लिए यह गोचर बहुत अधिक शुभ नहीं रह सकता है क्योंकि बुध दुर्बल स्थिति में है और इस दौरान बुध अपने प्रभाव खोता हुआ नज़र आ सकता है। मेष और वृश्चिक राशि के जातकों के लिए यह गोचर तुलनात्मक रूप से बेहतर है।
उपाय: प्रतिदिन बुध बीज मंत्र का जाप आपके लिए बेहतर उपाय हो सकता है।
आशा है कि इस लेख में दी गयी जानकारी आपको पसंद आयी होगी। एस्ट्रोसेज से जुड़े रहने के लिए आपका धन्यवाद!