खुदरा बाजार 2021 (Commodity Market 2021) के अपने इस लेख में हम आपको इस साल के शुरुआती 6 महीनों में बाजार की स्थिति के बारे में बताएंगे। खुदरा बाजार को कमोडिटी मार्केट भी कहा जाता है जो कि कृषि उत्पादों और प्राकृतिक संसाधनों पर निर्भर होता है। कृषि उत्पादों में सोयाबीन, कॉफी, पशु-धन, आदि आते हैं और खुदरा बाजार में इन्हें मुलायम वस्तुओं के रूप में जाना जाता है। वहीं प्राकृतिक संसाधनों में खनन और शोधन के बाद परिष्कृत वस्तुओं को शामिल किया जाता है जैसे- सोना, चांदी, कच्चा तेल आदि। प्राकृतिक संसाधनों को कठोर वस्तुओं की श्रेणी में रखा जाता है। यदि आप खुदरा बाजार में शेयर लगाते हैं तो एस्ट्रोसेज आपको इससे जुड़ी जानकारियां अपने इस लेख में मुहैया करवाएगा। इस लेख में हम शुरुआती 6 महीनों में खुदरा बाजार की गतिविधियों का आकलन करेंगे।
जीवन की परेशानियों के समाधान के लिए एस्ट्रोसेज के विद्वान ज्योतिषियों से करें बात
Click here to read in English: Commodity Market 2021 Predictions
आइए जानते हैं शुरुआती 6 महीने कमोडिटी बाजार के लिए कैसे रहेंगे-
दो विशाल ग्रहों बृहस्पति और शनि की उत्तराषाढ़ा नक्षत्र में युति खुदरा बाजार (Commodities Market) को मुस्कराने की वजह दे सकती है। अनाज, गेहूं, सोयाबीन की मांग बढ़ेगी। यह मांग 2 तारीख को भी जारी रहेगी। कपास, गेहूं और अनाज के साथ-साथ इस दौरान सोने और चांदी में भी तेजी का रुख देखने को मिलेगा। तेजी की यह प्रवृति 4 तारीख तक व्यापारियों और स्टॉकर्स को प्रसन्न बनाए रखेगी। ख़रीदार 5 और 6 तारीख को आराम करते नजर आ सकते हैं। आपूर्ति में कमी के कारण 7 तारीख को चावल, गेहूं, और सरसों की मांग में वृद्धि महसूस की जा सकती है। 8 से 10 तारीख के बीच बाजार के अस्थिर रहने की संभावना है। चीनी, गुड़, हल्दी और कपास की मांग पैदा करने के लिए तेजड़िये (बुल्स) 11 तारीख को फिर से दाव चल सकते हैं। 17 से 21 तारीख के बीच सोने और चांदी की मांग में गिरावट देखने को मिलेगी। उग्र ग्रह मंगल 22 तारीख को भरणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा। मांग में अचानक उछाल के कारण महीने के अंत तक अनाज, गेहूं, गुड़, कपास, काली मिर्च के स्टॉक्स से लाभ कमाया जा सकता है।
व्यापार और व्यवसाय का कारक ग्रह बुध 2 तारीख को निर्धारित स्थिति में वक्री अवस्था में रहेगा। इससे कपास, कच्चे उत्पादों और अनाज की मांग में कमी आएगी। 4 तारीख को हल्दी, काली मिर्च और नारियल की मांग में वृद्धि देखी जाएगी क्योंकि वक्री बुध मकर राशि में प्रवेश करेगा और इस तरह सूर्य, बृहस्पति, शुक्र और शनि के साथ उसकी युति होगी। धनिष्ठा नक्षत्र में सूर्य के प्रवेश होने से 6 तारीख को सोयाबीन व्यापारियों की पसंद बन जाएगा। जबकि 8 तारीख को चीनी और कपास की मांग में कमी आएगी, हींग और केसर की दरें बढ़ने की संभावना है। 9 तारीख को शनि पूर्व दिशा में उदय होगा और 10 तारीख को बुध ग्रह श्रवण नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह ग्रह स्थिति कच्चे तेल, चावल, गुड़ और स्टील की मांग में तेजी ला सकती है। 12 तारीख को सूर्य कुंभ राशि में प्रवेश करेगा और सरसों, गुड़, गेहूं और सोयाबीन की मांग में तेजी लाएगा। 21 तारीख को बुध मार्गी गति में आ जाएगा। इस दौरान मूंगफली, गुड़, कपूर और सुगंधित वस्तुओं की मांग में कमी आएगी। कुल मिलाकर महीने के अंत तक बाजार की भावनाएं सकारात्मक रहेंगी।
सूर्य 4 तारीख को पूर्वभाद्रपद नक्षत्र में प्रवेश करेगा और सोने, चांदी, गेहूं, सरसों, तिल की मांग को बढ़ाएगा।इंट्राडे या अगले दिन के कारोबार के लिए होल्डिंग से इस समय बचना चाहिए क्योंकि 5 तारीख को मांग घट सकती है। कुंभ राशि में बुध के प्रवेश और सूर्य और शुक्र के साथ उसकी युति होने से, हींग, लाल मिर्च, सरसों, और गुड़ की मांग में 11 तारीख को तेजी आने की संभावना है। इन वस्तुओं की मांग 14 तारीख को सूर्य के मीन राशि में प्रवेश करने पर और बढ़ेगी। बृहस्पति 20 तारीख को धनिष्ठा -2 में प्रवेश करेगा। गेहूं और चावल की मांग में गिरावट जाएगी। 24 तारीख तक मांग में गिरावट देखी जाएगी। 25 तारीख को पूर्वभाद्रपद नक्षत्र में बुध के प्रवेश करने से गेहूं, गुड़, अलसी के बीज और चीनी की मांग बढ़ेगी। 24 तारीख तक मांग में गिरावट देखी जाएगी। सोना-चांदी, कपास, कपूर में तेजी के कारण ये वस्तुएं 30 तारीख को व्यापारियों की प्रिय बन जाएंगी। व्यापारियों को 31 तारीख को मूंगफली, सरसों, लहसुन, कपास और चावल में हर बढ़त पर प्रॉफिट बुकिंग की सलाह दी जाती है।
2 तारीख को मंगल मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इससे खुदरा बाजार में तिल, चांदी, शहद और गुड़ की मांग बढ़ेगी। 5 तारीख को कुंभ राशि में बृहस्पति का प्रवेश करना कपास और चांदी के लिए अनुकूल नहीं होगा। कच्चे माल, सिल्वर, गोल्ड और पीतल को स्टोर करना इस समय समझदारी नहीं होगी। 10 तारीख को बुध के रेवती नक्षत्र में प्रवेश करने पर गेहूँ, सोना, चाँदी, केसर और लाल मिर्च की माँग देखी जाएगी। सूर्य 13 तारीख को मेष राशि में शुक्र के साथ युति करेगा। इस समय सुपारी, नारियल, कपास, तिल के बीज, और सोयाबीन तेल की मांग में वृद्धि की संभावना व्यापारियों को खुशी देगी। 24 तारीख को चांदी की मांग में गिरावट आएगी क्योंकि मंगल ग्रह आर्द्रा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। धनिष्ठा-4 नक्षत्र में बृहस्पति के प्रवेश के कारण, गेहूं, चावल, हल्दी, और सोने की मांग भी 25 तारीख को घट सकती है। महीने का आखिरी दिन खाद्य तेल, कपास, सोना और चांदी में अस्थिरता का गवाह बन सकता है।
जानें आने वाले समय में कैसा आर्थिक जीवन: आर्थिक भविष्यफल
शुक्र पहली तारीख को कृतिका नक्षत्र में प्रवेश करेगा और बुध से युति बाएगा। यह स्थिति चावल, हींग, तिल और सरसों की मांग पैदा करेगी। 4 तारीख को यह मांग मजबूत होगी क्योंकि शुक्र वृष राशि में प्रवेश करेगा और बुध और राहु के साथ युति करेगा। 13 तारीख को सोने और चांदी की मांग में गिरावट देखी जाएगी जबकि कपास, ऊन और खाद्य तेल की मांग बढ़ेगी। 14 तारीख को सूर्य वृषभ राशि में प्रवेश करेगा और बुध, शुक्र और राहु के साथ युति बनाएगा। यह ग्रह स्थिति सुपारी, सोना, चांदी और बादाम की मांग को अगले स्तर तक बढ़ा देगी। शुक्र 23 तारीख को मृगशिरा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। वहीं बुध पहले से ही मृगशिरा में स्थित होगा। इससे कच्चे तेल की मांग में वृद्धि देखी जाएगी जबकि गेहूं की मांग में गिरावट देखी जा सकती है। 26 को तारीख को चांदी और सोने की दरों में मामूली उछाल देखा जाएगा। बुध ग्रह 30 तारीख को वक्री गति शुरू करेगा। यह घी, गुड़, हरी मूंग की दाल और चांदी के स्टॉकर्स के चेहरों पर खुशी लाएगा।
रोहिणी-2 नक्षत्र में राहु और अनुराधा-4 नक्षत्र में केतु के आगमन के साथ, लाल मिर्च, सरसों और सोयाबीन की मांग बढ़ेगी। 2 तारीख कच्चे तेल, तांबे और अनाज की दरें बढ़ जाएंगी। 7 तारीख को मंगल पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेगा, यह स्थिति सोने, चांदी और तांबे की मांग बढ़ाएगी। 11 तारीख को सरसों, खाद्य तेल, चावल और गेहूं की मांग पर अल्प विराम लग सकता है। 14 तारीख को तेजड़ियों की मांग में गिरावट देखी जाएगी क्योंकि शुक्र पुनर्वसु में प्रवेश कर जाएगा। वक्री बुध 16 तारीख को रोहिणी नक्षत्र में प्रवेश करेगा और राहु से युति करेगा, इससे शुरुआती अस्थिरता के बाद कपास, सोना, चांदी, चावल और अनाज की मांग बढ़ेगी। 20 तारीख को बुध का पूर्व में उदय होगा। बृहस्पति इसी तिथि को कुंभ राशि में मार्गी गति शुरू करेंगे। इससे पीली चना दाल, हल्दी और सोने की मांग बढ़ेगी। 25 तारीख को शुक्र पुष्य नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह कपूर, हींग, चीनी और गुड़ के लिए मंदी का समय होगा। महीने के अंत में चावल, गेहूं, और अनाज की मांग में वृद्धि देखी जाएगी।
5 तारीख तक खरीदार बाजार पर राज करेंगे। 6 तारीख को पुनर्वसु नक्षत्र में सूर्य का आगमन, सुगंधित वस्तुओं कपूर और गुगल, सरसों, गुड़ और सोने की मांग में वृद्धि देखी जाएगी। जैसे ही 6 तारीख को शुक्र अश्लेषा में प्रवेश करेगा, चावल की मांग घटने की संभावना है। 7 वीं से 10 वीं तारीख तक, मूंग दाल और चांदी में निराशावादी स्थिति के साथ अस्थिरता देखी जाएगी। 11 तारीख को मांग में तेजी देखी जा सकती है। सोना, चांदी, कपास, कच्चे तेल और तिल के भाव 16 तारीख से सुधरने की संभावना है। बुध 21 तारीख को पूर्व में अस्त होगा; यह सोने और तांबे की मांग में सुधार लेकर आएगा, लेकिन गेहूं, चावल और अन्य अनाजों की मांग को कम करेगा। बाजार की यह स्थिति 24 तारीख को बदल जाएगी यानि कच्चे तेल की मांग में कमी आएगी जबकि गेहूं और सोयाबीन की मांग में सुधार होगा। सोने, चांदी, सुपारी और इलायची की मांग में अस्थिरता के बाद 26 तारीख को सकारात्मकता देखी जाएगी।
व्यापार और वाणिज्य का ग्रह बुध 2 तारीख को अपने मित्र सूर्य के साथ अश्लेषा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। इससे सोने, चांदी, कपास, गेहूं और उड़द दाल की मांग में तेजी आएगी। यह मांग 8 तारीख तक जारी रहेगी। 10 तारीख को पूर्वाफाल्गुनी नक्षत्र में मंगल के आने से मूंगफली, तिल और सरसों की मांग में सुधार होगा। 16 तारीख को सूर्य मघा नक्षत्र में प्रवेश करेगा। यह कीमती धातुओं और लाल मिर्च की मांग में सुधार करेगा लेकिन गुड़ और गेहूं की मांग में कमी लाएगा। यह स्थिति 23 तारीख तक जारी रहेगी। 24 तारीख को उत्तराफाल्गुनी में बुध के प्रवेश के साथ, स्थिति उलट जाएगी यानि चांदी की मांग में गिरावट देखी जाएगी, और दालों के दाम में इस दौरान तेजी आएगी।
अनाज की मांग में 4 तारीख तक कमी देखी जाएगी, जबकि 5 से 7 तारीख तक ऊन, लाल मिर्च, और गुड़ की मांग में तेजी देखी जाएगी। जैसे ही 11 तारीख को शुक्र स्वाति नक्षत्र में प्रवेश करेगा, चीनी और चावल की मांग में सुधार होगा। वक्री शनि 13 तारीख को श्रवण नक्षत्र में प्रवेश कर जाएंगे। यह सुपारी, रेशम, स्टील और सरसों के व्यापारियों के लिए अच्छी खबर लेकर लाएगा। 16 तारीख को सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेगा और मंगल और बुध के साथ युति बनाएगा। यह ग्रह स्थिति सुपारी, लाल मिर्च और तिल के बीज में सकारात्मक भावनाएं लेकर आएगी, लेकिन यह चांदी की मांग में नकारात्मकता ला सकता है। यह प्रवृत्ति 20 तारीख तक जारी रहने की संभावना है। हस्त नक्षत्र में मंगल के प्रवेश से गुड़, चावल, गेहूं, और दालों की मांग बढ़ेगी। मूंगफली, चांदी और सरसों की मांग 22 तारीख को घटेगी। 27 तारीख को सूर्य हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेगा और मंगल के साथ युति करेगा। इससे गुड़, कपास और हल्दी की मांग बढ़ेगी।
कब खुलेगी आपकी किस्मत जानें राजयोग रिपोर्ट से
महीने की पहली तारीख को चना, हल्दी, चांदी, और कपास की मांग बढ़ेगी, लेकिन 2 तारीख को मांग घट सकती है। शेष महीने में लाभ कमाने के लिए 2 तारीख को थोक व्यापारी स्टॉक कर सकते हैं। 3 को वक्री बुध पश्चिम में अस्त होगा। इससे घी, हल्दी और पीले चने की दाल में तेजी देखी जाएगी। यह मांग 6 तारीख तक जारी रहेगी। 7 तारीख को सोने और चांदी की चमक फीकी पड़ जाएगी। वक्री बुध 8 तारीख को हस्त नक्षत्र में प्रवेश करेगा और सूर्य से युति बनाएगा। यह ग्रह स्थिति बाजार में उछाल लाएगी और चावल, अनाज और चांदी में तेजी पैदा करेगी। 17 तारीख को सूर्य तुला राशि में प्रवेश करेगा और इस पर शनि की दृष्टि भी होगी। स्टॉकिस्ट को अपने शेयरों को उच्च लाभ पर भुनाने का अवसर मिलेगा। सुपारी, पटसन के बीज, और सोने की मांग में वृद्धि देखी जाएगी। कपास और रेशम के दाम 30 तारीख को गिर सकते हैं लेकिन जल्द ही इनमें तेजी भी आएगी।
मंगल और शनि के बीच पारस्परिक दृष्टि कमोडिटी बाजार में अस्थिरता पैदा करेगी और महीने के पहले सप्ताह में सोने, कच्चे सामान और मूंगफली की मांग तेजी देखी जा सकती है। व्यापारियों को 6 से 12 तारीख के बीच कम दरों पर चांदी, पटसन के बीज, कपास, और घी खरीदने का मौका मिलेगा। हरी मूंग और काले उड़द की दाल और खाद्य तेल की दरें 13 तारीख को घट जाएंगी। व्यापार की अच्छी समझ रखने वाले व्यापारी कम दरों पर स्टॉक खरीद सकते हैं ताकि इस महीने अच्छा प्रॉफिट कमाने के लिए उन्हें उच्च दाम पर बेच सकें। इलायची, चावल, पीला चना और हरी मूंग की दाल 14 तारीख को चमकने लगेगी क्योंकि बुध विशाखा नक्षत्र में सूर्य से युति बनाएगा। व्यापारियों को 16 से 18 के बीच सतर्क रहना चाहिए क्योंकि अस्थिरता कमोडिटी बाजार में आतंक पैदा कर सकती है। गिरावट पर खरीदें और तेजी पर बेचना व्यापारियों के लिए सफलता का मंत्र होना चाहिए। माह के अंत में तेजी की गति में कमी देखी जाएगी।
ज्योतिषीय सेवाओं और उत्पादों के लिए विजिट करें: एस्ट्रोसेज ऑनलाइन शॉपिंग स्टोर
व्यापारियों को पहली तारीख को कम दरों पर घी, गुड़, चावल, और चीनी खरीदने का मौका मिलेगा। सूर्य दूसरी तारीख को बुध के साथ युति करेगा और ऊनी, सोना, चांदी, हींग आदि में तेजी का रुख लाएगा। 4 तारीख को मांग और बढ़ेगी। शुक्र 8 तारीख को मकर राशि में प्रवेश करेगा और शनि के साथ युति बनाएगा। कच्चे तेल और अनाज की मांग में वृद्धि देखी जाएगी। चांदी चढ़ने से पहले अस्थिरता दिखा सकती है। चांदी की मांग 14 तारीख तक कम हो जाएगी। धनु राशि में सूर्य के प्रवेश के साथ, 15 तारीख को चांदी, सोने और खाद्य तेल की मांग बढ़ सकती है। व्यापारियों को 18 तारीख तक कम दरों पर अनाज और चांदी खरीदने का मौका मिलेगा। 19 तारीख को कच्चे सामान, शहद, हल्दी और ऊनी चीजों की मांग में वृद्धि देखी जाएगी। यह तेजी महीने के अंत तक बरकरार रहने की संभावना है।
अगले 6 महीनों के लिए कमोडिटी मार्केट 2021 की भविष्यवाणियों के लिए हमारे साथ बने रहें। हम जल्द ही इसे अपडेट करेंगे।
लेखक- आचार्य राजीव देव
एस्ट्रोसेज से जुड़ने के लिए धन्यवाद !!
डिसक्लेमर: यह अनुमान विशुद्ध रूप से ग्रह स्थितियों पर आधारित हैं। किसी भी नुकसान के लिए न तो संपादक / प्रकाशन और न ही लेखक जिम्मेदार है। ये ज्योतिषीय निष्कर्ष न तो एक निमंत्रण है और न ही व्यापार के लिए एक सुझाव या सिफारिश हैं। निवेश करने से पहले पंजीकृत वित्तीय सलाहकार से परामर्श करें। हो सकता है कि लेखक ने उल्लेखित शेयरों में निवेश किया हो।